छत्तीसगढ़
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को 39 वें चक्रधर समारोह में शामिल होने का आमंत्रण
39वां चक्रधर समारोह 07 से 16 सितंबर तक
ख्याति प्राप्त कलाकार देंगे प्रस्तुतियां
पद्मश्री हेमामालिनी की नृत्य नाटिका के साथ होगा समारोह का आगाज़
स्थानीय लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां भी होंगी समारोह का आकर्षण
रायपुर | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज यहां राजधानी रायपुर स्थित निवास में कलेक्टर रायगढ़ कार्तिकेया गोयल और पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने सौजन्य मुलाकात कर 39वें चक्रधर समारोह में शामिल होने का आमंत्रण दिया। मुख्यमंत्री ने आमंत्रण स्वीकार कर समारोह के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चक्रधर समारोह रायगढ़ की पहचान है। अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों ने समारोह में प्रस्तुति देकर इसके गौरव को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि रायगढ़ से मैं सांसद रहा और इस आयोजन को करीब से देखा है। साय ने कहा कि समारोह से मेरा भावनात्मक लगाव भी है। महाराजा चक्रधर ने रायगढ़ को अमूल्य सांस्कृतिक विरासत सौंपी है, जो लगातार समृद्ध हो रहा है। समारोह की लोकप्रियता का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि कलाकारों और कलाप्रेमियों को वर्ष भर इस समारोह का इंतजार रहता हैं। मुख्यमंत्री साय ने स्थानीय लोक कलाकारों को भी समारोह में प्रमुखता के साथ शामिल करने को कहा।
कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने मुख्यमंत्री से आयोजन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। उन्होंने बताया कि 10 दिन तक चलने वाले समारोह में इस वर्ष भी बड़े कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी। साथ ही समरोह में स्थानीय लोक कलाकार भी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
गौरतलब है कि 39वां चक्रधर समारोह 07 से 16 सितम्बर 2024 तक रायगढ़ जिला मुख्यालय स्थित रामलीला मैदान में आयोजित किया जाएगा। शुभारंभ समारोह में पद्मश्री हेमा मालिनी नृत्य नाटिका 'राधा रासबिहारी' की प्रस्तुति देंगी और समापन समारोह में डॉ.कुमार विश्वास कविता पाठ करेंगे। समारोह के दौरान प्रतिदिन सायं 6 बजे से आयोजित सांस्कृतिक संध्या में नामी कलाकारों द्वारा विभिन्न विधाओं में प्रस्तुतियां दी जाएगी।
’छत्तीसगढ के विकास और अर्थव्यवस्था में इंजन की तरह है यहां के उद्योग : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय’
’बिलासपुर उद्योग संघ के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री’
’मुख्यमंत्री ने उद्योग से संबंधित समस्याओं को दूर करने का दिया आश्वासन
रायपुर | जिला उद्योग संघ बिलासपुर के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बिलासपुर पहुचे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ के उद्योग यहां के विकास और अर्थव्यवस्था के इंजन है। यहां के उद्योगों का छत्तीसगढ़ के विकास में बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि राज्य में सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 लागू किया गया है ताकि उद्योग को बढ़ावा देने बेहतर माहाल स्थापित करने के साथ आप सभी की समस्याओं को दूर किया जा सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विगत 10 वर्षों के कार्यकाल में देश को विकास की राह में आगे बढ़ाने का कार्य किया। वे देश को विश्व की तीसरी आर्थिक शक्ति बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
समारोह में मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वर्ष 2047 तक आप सभी के सहयोग से देश को विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया गया है। छत्तीसगढ़ को भी विकसित छत्तीसगढ़ बनाने तैयार किया जा रहा है और इसमें आप सभी का सहयोग और सलाह जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक नवम्बर को छत्तीसगढ़ राज्य के स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य का विजन डाक्यूमेंट लांच किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम नई उद्योग नीति भी ला रहे हैं, इसे भी एक नवम्बर को लांच किया जाएगा।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बिजली, पानी, कोयला, लौह, हीरा, टीन, लीथियम सहित अन्य खनिज भंडार है। वन संसाधन के साथ वनोपज भी है। हमारे जशपुर क्षेत्र में टमाटर और बस्तर में इमली का वृहद उत्पादन है। इससे आदिवासी क्षेत्रों के विकास में गति आएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योगों के लिए बहुत स्कोप है और छतीसगढ़ की सरकार उद्योगों को जो सुविधाएं दें सकती है, उपलब्ध करायेगी तथा समस्याओं को दूर करेगी। मुख्यमंत्री साय ने उद्योग संघ के पदाधिकारियों से कहा कि आपके हाथों में हुनर और ताकत है। आप सभी छत्तीसगढ़ के विकास और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में अपना योगदान जरूर दें। मुख्यमंत्री श्री साय ने बिजली की समस्या को दूर करने और बेहतर औद्योगिक माहौल के लिए अधिकारियों तथा उद्योगपतियों के साथ सद्भावना पूर्ण व्यवहार स्थापित करने की दिशा में पहल करने की बात कही।
समारोह में अति विशिष्ट अतिथि तोखन साहू आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री भारत सरकार एवं सांसद बिलासपुर ने कहा कि हमारे देश की अर्थव्यवस्था कृषि और उद्योग पर निर्भर है। उद्योग से रोजगार भी उत्पन्न होता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रोजगारोन्मुखी उद्योग को बढ़ावा देने की पहल की है। मुद्रा लोन को बढ़ाया है।
समारोह में उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि छतीसगढ़ के विकास में उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका है। उद्योगों से सिर्फ किसी सामान का निर्माण नहीं होता और यह पैसा कमाने का साधन नहीं है। रोजगार सृजन में भी उद्योग की भूमिका है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार लगातार उद्योग को बढ़ावा दे रही है। प्रधानमंत्री द्वारा भी लघु उद्योग सहित अन्य उद्योग को बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने स्वर्ण जयंती पर बिलासपुर जिला उद्योग संघ को बधाई दी।
जिला उद्योग संघ बिलासपुर के स्वर्ण जयंती समारोह में संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री साय, अति विशिष्ट अतिथि तोखन साहू आवास एवं शहरी राज्य मंत्री भारत सरकार एवं सांसद बिलासपुर, विशिष्ट अतिथि उपमुख्यमंत्री अरुण साव, विधायकगण अमर अग्रवाल, धरम लाल कौशिक, धरमजीत सिंह, सुशांत शुक्ला, अटल श्रीवास्तव, पूर्व अध्यक्ष हाउसिंग बोर्ड भूपेंद्र सवन्नी का शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह देकर अभिनन्दन किया।
इस अवसर पर बिलासपुर उद्योग संघ के संस्थापक सदस्य हरीश केडिया, अध्यक्ष जिला उद्योग संघ अनिल सलूजा, महासचिव शरद सक्सेना सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे। समारोह में बिलासपुर उद्योग संघ के अध्यक्ष ने नई उद्योग नीति, सिंगल विंडो सिस्टम के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया।
फ्लैगशिप योजनाओं का आमजनों को मिले शत-प्रतिशत लाभ : राज्यपाल रमेन डेकाv
राज्यपाल ने बिलासपुर जिले में विकास एवं अन्य गतिविधियों पर अधिकारियों की ली बैठक
रायपुर | राज्यपाल रमेन डेका ने बिलासपुर जिले के प्रवास के दौरान जिले के अधिकारियों से विकास एवं अन्य गतिविधियों पर बैठक लेकर उनसे सामान्य परिचर्चा की। उन्होंने कहा कि शासन की फ्लैगशिप योजनाओं का आमजन मानस को शत-प्रतिशत लाभ मिलना चाहिए। राज्यपाल डेका ने जल संरक्षण एवं जल संचयन, पौधारोपण एवं पर्यावरण संवर्धन, परंपरागत एवं जैविक खेती प्रोत्साहन, टी.बी उन्मूलन आदि विषयों पर अधिकारियों से चर्चा कर आवश्यक प्रगति लाने के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम‘ थीम पर चलाए जा रहे वृक्षारोपण के संबंध में जानकारी ली। राज्यपाल डेका ने कृषि विभाग के अधिकारी से परंपरागत कृषि एवं जैविक खेती प्रोत्साहन, फसल बीमा आदि विषयों पर की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को क्षेत्र भ्रमण कर जिले के प्रगतिशील किसानों को चिन्हांकित कर उन्हें प्रोत्साहित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि किसानों को फसल बीमा के प्रति जागरूक करें ताकि बीमा योजना का शत प्रतिशत लाभ उन्हें मिल सके।
राज्यपाल ने जिले में टीबी उन्मूलन के लिए किए गए प्रयासों एवं प्रगति के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने टीबी उन्मूलन के लिए बेहतर मॉनिटरिंग करने एवं इसके प्रति लोगों को जागरूक करने कहा। इस दौरान उन्होंने रेडक्रॉस के संबंध में भी जानकारी ली । उन्होंने कहा कि ड्रग्स पेडलिंग के कारण युवा काफी प्रभावित हो रहा है इसके लिए सभी आवश्यक उपाय करें तथा नशे की रोकथाम के लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित करें।
राज्यपाल ने जनजातीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने एवं स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अन्य आधारभूत सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए विशेष प्रयास करने की बात कहीं। उन्होंने जनजातीय क्षेत्रों में सहकारी गतिविधि बढ़ाने के लिए भी कहा ताकि अंचल में रहने वाले लोगों को सशक्त बनाते हुए मुख्य धारा से जोड़ा जा सके। इसके साथ-साथ उन्होंने सभी अधिकारियों को अपने विभागीय दायित्वों को पूरी कर्तव्य निष्ठा के साथ निर्वहन करने तथा बेहतर नवाचार के साथ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। बैठक में बिलासपुर जिला प्रशासन के अधिकारी, एनसीसी के कमाण्ड अधिकारी एवं सभी विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
39 वां चक्रधर समारोह 2024 का आयोजन 7 सितम्बर से : 10 दिनों तक रायगढ़ में देश के नामी कलाकारों का रहेगा जमावड़ा
16 सितम्बर तक रायगढ़ के रामलीला मैदान में सजेगी सुर-ताल की महफिल
शुभारंभ समारोह में पद्मश्री हेमा मालिनी नृत्य नाटिका राधा रासबिहारी की देंगी प्रस्तुति
11 सितम्बर को मीनाक्षी शेषाद्रि का भरत नाट्यम एवं समापन समारोह में डॉ. कुमार विश्वास करेंगे कविता पाठ
राहुल शर्मा 12 सितम्बर को करेंगे संतुर वादन
रायपुर | छत्तीसगढ़ शासन, संस्कृति विभाग, पर्यटन मण्डल एवं जन सहयोग से जिला प्रशासन रायगढ़ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध 39 वां चक्रधर समारोह 2024 का आयोजन आगामी 7 सितम्बर से रामलीला मैदान रायगढ़ में प्रतिदिन सायं 6 बजे से किया जाएगा। कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के मार्गदर्शन एवं पुलिस अधीक्षक रायगढ़ दिव्यांग पटेल की अध्यक्षता में गठित कलाकार चयन समिति की अनुशंसा अनुसार कलाकारों को समारोह हेतु आमंत्रित किया जा चुका है। शुभारंभ दिवस 7 सितम्बर को सायं 5.30 बजे हेमा मालिनी द्वारा भरतनाट्यम पर आधारित नृत्य नाटिका ’राधा रासबिहारी‘ की प्रस्तुति होगी। साथ ही पद्मश्री रामलाल जी का सम्मान, भूपेन्द्र बरेठ द्वारा कथक समूह नृत्य, मनियर भगत जशपुर द्वारा कर्मा लोकनृत्य का भी प्रदर्शन होगा।
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि द्वितीय दिवस 8 सितम्बर को विजय शर्मा रायगढ़ द्वारा लोक गायन, वाणी राव भोपाल द्वारा शास्त्रीय गायन, रंजना गौहर दिल्ली द्वारा ओडिसी नृत्य, मंदाकिनी स्वैन दिल्ली द्वारा शास्त्रीय गायन तथा सौगत गांगुली कोलकाता द्वारा सरोद वादन प्रस्तुति देंगे तथा तृतीय दिवस 9 सितम्बर को रामप्रसाद सारथी खरसिया द्वारा शास्त्रीय गायन, जया दीवान और धरित्री सिंह चौहान द्वारा कथक, शैकी सिंह दिल्ली द्वारा कथक, गजेन्द्र पण्ड़ा त्रिधारा भुवनेश्वर द्वारा ओडिसी नृत्य, जीतू शंकर मुम्बई द्वारा फ्यूजन, तबला, संतूर, सितार, वायलिन, परकशन तथा चांद अफजल कादरी द्वारा कव्वाली की प्रस्तुति दी जायेगी।
इसी प्रकार 10 सितम्बर को अनिता शर्मा रायगढ़ द्वारा भजन, नीत्या खत्री बिलासपुर द्वारा कथक, तमसीर मोहम्मद रायपुर द्वारा अकार्डियन वादन, शिव प्रसाद राव दिल्ली द्वारा शास्त्रीय गायन, राकेश चौरसिया मुम्बई द्वारा बांसुरी वादन, बासंती वैष्णव एवं ज्योति बोहिदार बिलासपुर द्वारा कथक तथा प्रभंजय चतुर्वेदी रायपुर गजल गायन की प्रस्तुति देंगे। 11 सितम्बर को सौम्या नामदेव रायगढ़ द्वारा कथक, विधि सेन गुप्ता द्वारा ओडिसी, दीपमाला सिंह द्वारा कथक, अनुष्का सोनी जबलपुर द्वारा सितार वादन, उपासना भास्कर द्वारा कथक समूह नृत्य, मीनाक्षी शेषाद्रि द्वारा भरतनाट्यम तथा राकेश शर्मा एवं निशा शर्मा द्वारा लोक गायन की प्रस्तुति दी जाएगी। इसी तरह 12 सितम्बर 2024 को अंशुल प्रताप सिंह भोपाल द्वारा तबला वादन, दीक्षा घोष रायगढ़ द्वारा भरतनाट्यम, अन्विता विश्वकर्मा रायपुर द्वारा कथक, डॉ.आरती सिंह रायपुर द्वारा कथक, राहुल शर्मा मुम्बई द्वारा संतूर एवं रामकुमार मिश्र दिल्ली द्वारा तबला वादन, डॉ.जी.रथीस बाबू द्वारा भरतनाट्यम एवं कुचिपुडी तथा इंदिरा कला एवं संगीत विश्वविद्यालय के कलाकारों द्वारा विविध छत्तीसगढी लोकनृत्य की प्रस्तुति दी जायेगी।
संस्कृति विभाग13 सितम्बर को हुतेन्द्र ईश्वर शर्मा रायगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ी समूह नृत्य-गीत, शार्वी केशरवानी सारंगढ़ द्वारा कथक, भद्रा सिन्हा एवं गायत्री शर्मा दिल्ली द्वारा भरतनाट्यम, लकी मोहंती कटक द्वारा ओडिसी, मुदुस्मिता दास गुवाहाटी द्वारा असमिया सत्रीया नृत्य, विद्या प्रदीप कोचिन द्वारा मोहिनीअट्टम तथा पद्मश्री डॉ.भारती बंधु रायपुर द्वारा कबीर एवं सूफी गायन की प्रस्तुति होगी तथा 14 सितम्बर को अनंता पाण्डेय रायगढ़ द्वारा विविध कला नृत्य, शाश्वती बनर्जी रायगढ़ द्वारा कथक, कृष्णभद्रा नम्बूदरी मुम्बई द्वारा भरतनाट्यम, डॉ. रघुपतरूनी श्रीकांत श्रीकाकुलम द्वारा कुचिपुड़ी, विनोद मिश्रा सतना द्वारा शास्त्रीय गायन (ख्याल एवं ठुमरी, ग्वालियर घराना), पौशाली चटर्जी कोलकाता द्वारा मणिपुरी तथा आलोक श्रीवास दिल्ली द्वारा कथक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। इसी प्रकार 15 सितम्बर को पलक देवांगन रायगढ़ द्वारा कथक, पंडित प्रदीप कुमार चौबे रायपुर द्वारा शास्त्रीय गायन (किराना घराना), भूमिसुता मिश्रा रायपुर द्वारा ओडिसी नृत्य, वेदिका शरण बिलासपुर द्वारा कथक, माया कुलश्रेष्ठ दिल्ली द्वारा कथक, पद्मश्री देवयानी दिल्ली द्वारा भरतनाट्यम तथा पद्मश्री अनुज शर्मा रायपुर द्वारा छत्तीसगढ़ लोक गायन की प्रस्तुति होगी तथा समापन दिवस 16 सितम्बर को सायं 5.30 बजे से मानसी दत्ता गुआहाटी द्वारा बीहू लोकनृत्य तथा अनिल कुमार गढ़ेवाल बिलासपुर द्वारा गेंड़ी लोकनृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। इसी दिन कवि सम्मेलन होगा जिसमें डॉ. कुमार विश्वास गाजियाबाद, पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे, दिनेश बावरा, सुदीप भोला एवं साक्षी तिवारी द्वारा काव्य पाठ किया जायेगा।
पंडरिया विधायक भावना बोहरा को पार्टी ने दी बड़ी जिम्मेदारी : झारखण्ड विधानसभा चुनाव का बनाया प्रवासी प्रभारी
रायपुर | झारखण्ड विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है। आज झारखण्ड प्रदेश भाजपा कार्यालय में केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा के नेतृत्व में विधानसभा प्रवासी प्रभारियों की बैठक आयोजित की गई जिसमें पंडरिया विधायक भावना बोहरा सहित अन्य प्रदेशों के प्रवासी प्रभारी सम्मिलित हुए। विदित हो कि पंडरिया विधायक भावना बोहरा की सक्रियता को देखते हुए झारखण्ड विधानसभा चुनाव में पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। पार्टी ने भावना बोहरा को झारखण्ड के पूर्वी सिंह भूमि और जमशेदपुर महानगर के अंतर्गत आने वाले 6 विधानसभा बहरागोड़ा, घाटशिला,पोटका,जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्व और जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा के प्रवासी प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी सौंपी है। इसके पूर्व भी भावना बोहरा को 2024 लोकसभा चुनाव में झारखण्ड के गोड्डा लोकसभा का प्रवासी प्रभारी बनाया था जहाँ से भाजपा के निशिकांत दुबे ने बड़ी जीत हासिल की थी।
इस दौरान पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने कहा कि मैं केन्द्रीय और प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त करती हूँ की उन्होंने मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी है। इसके पूर्व भी लोकसभा चुनाव में मुझ पर विश्वास जताते हुए पार्टी द्वारा गोड्डा लोकसभा की जिम्मेदारी सौंपी थी जिसे मैनें पूरी निष्ठा से अपने कर्तव्यों का पालन किया और इस बार भी मैं पूरे समर्पण भाव से पार्टी की विचारधारा, विकास नीति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में विगत 10 वर्षों में हुए ऐतिहासिक कार्यों एवं जनहित की योजनाओं को जनता तक पहुँचाने का कार्य करुँगी। भाजपा ने हमेशा ही सबका साथ,सबका विकास का उद्देश्य लेकर चलने वाली पार्टी है। इस चुनाव में भी हम इसी उद्देश और जनता के हित को लेकर अपनी बातें उनके समक्ष रखेंगे और पिछले चुनाव से भी अधिक ताकत के साथ इस चुनाव में हम जनता तक अपनी बातें पहुंचाएंगे। मोदी जी ने विकसित भारत के जो संकल्प किया है उसमें जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु जनता को भी प्रोत्साहित करते हुए झारखण्ड का विकास और झारखण्ड को अपराध और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए जनता से समर्थन मांगेगे।
भावना बोहरा ने आगे कहा कि झारखण्ड विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा बड़ी जीत हासिल करेगी। पिछले पांच वर्षों में झारखण्ड में केवल भ्रष्टाचार हुआ है और जनता के अधिकारों का हनन किया गया। आज झारखण्ड की जनता स्वच्छ पानी, बिजली, पक्की सड़कें और आवास जैसी मूलभूत सुविधाओं के आभाव से जूझ रहें हैं। जेएमएम, कांग्रेस और राजद के गठबंधन वाली सरकार में करोड़ों के भ्रष्टाचार और नोटों के पहाड़ मिले हैं जो कि जनता के खून पसीने की कमाई थी उसे इस सरकार ने लुटने का काम किया है। चुनाव में बड़े-बड़े वादे किये लेकिन पिछले पांच वर्षों में वो सभी घोषणाएं केवल कागजों में ही रही। जनता अपने अधिकारियों के लिए चिल्लाती रही लेकिन भ्रष्टाचार में लिप्त सरकार के नेताओं और मंत्रियों के कानों में जूँ भी नहीं रेंगी। लेकिन अब जनता उन्हें बताएगी और उनके अधिकारों का जिस प्रकार हनन किया गया, उनके खून पसीने की कमाई को लुटने वालों को जनता इस बार सत्ता से बाहर करेगी और भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार जरुर बनाएगी।
भावना बोहरा ने कहा कि झारखण्ड में आदिवासी समाज के सदस्यों के साथ जिस प्रकार झारखण्ड की भ्रष्ट सरकार द्वारा उनके अधिकारों की छिना जा रहा है वह दुर्भाग्यपूर्ण हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा जनजातीय समाज के उत्थान, सशक्तिकरण और सम्मान के लिए जनहितकारी योजनाओं का सञ्चालन कर रही है। मूलभूत सुविधाओं से लेकर उन्हें पक्के आवास,स्वच्छ पेयजल, बेहतर स्वास्थ्य सुविधा और आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में सुगम सड़कों के माध्यम से जनजातीय समाज के लोगों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का काम कर रही हैं। आज देश के सर्वोच्य पद राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू जी को देश की प्रथम आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनाकर एवं हमारे छत्तीसगढ़ में भी प्रदेश के मुखिया के रूप में आदिवासी समाज से आने वाले विष्णु देव साय जी को मुख्यमंत्री बनाकर आदिवासी समाज को सम्मान देने के काम भाजपा ने किया है। नियद नेल्लार जैसी योजनाओं का सञ्चालन कर छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में आदिवासी समाज को विकास की मुख्यधारा से जोड़ें और नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए भाजपा सरकार निरंतर बड़े निर्णय ले रही है।
मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों की सुरक्षा बढ़ाने लिए गए कई बड़े फैसलें
रायगढ़। मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों की सुरक्षा बढ़ाने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। आज पुलिस कंट्रोल रूम रायगढ़ में जिले के मेडिकल कॉलेज, शासकीय अस्पताल और नर्सिंग कॉलेजों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता एडिशनल एसपी आकाश मरकाम और एसडीएम प्रवीण तिवारी ने की। जिसमें मेडिकल कॉलेज के डीन, सीएमएचओ, अस्पताल अधीक्षक, चिकित्सक और नर्सिंग कॉलेज प्रमुख शामिल थे। बैठक में डॉक्टरों द्वारा सुरक्षा और आपातकालीन स्थितियों से जुड़े कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए। इनमें इमरजेंसी केसों में मेडिकल स्टाफ पर दबाव, अस्पताल परिसर के आसपास सुरक्षा व्यवस्था, एंबुलेंस के लिए ट्रैफिक क्लीयरेंस, मेडिकल कॉलेज से टैक्सी/ऑटो किराया फिक्स किया जाना जैसे मुद्दे शामिल थे। एडिशनल एसपी और एसडीएम ने इन सुझावों को प्राथमिकता के साथ लागू करने का आश्वासन दिया।
लिए गए निर्णय:-
1. सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, और छात्रावासों में सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा गार्ड तैनात करने।
2. संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था करने।
3. CHC और PHC में सुरक्षा गार्ड की तैनाती के लिए जीवनदीप समिति द्वारा प्रस्ताव तैयार करने।
4. महाविद्यालय और छात्रावास के विद्यार्थियों की अनुशासन बनाए रखने और अनावश्यक रूप से देर रात तक बाहर जाने पर नियंत्रण करने।
5. आपातकालीन स्थिति में डायल-112 का उपयोग करने और संबंधित थाना प्रभारी का मोबाइल नंबर उपलब्ध रखने।
6. नशे की हालत में असामाजिक तत्वों के प्रवेश पर तत्काल पुलिस को सूचित करने।
7. सत्यापित सुरक्षागार्ड एजेंसी से ही निजी सुरक्षा गार्ड लिया जावे तथा उनका पुलिस सत्यापन कराकर अनिवार्य रूप से करावें।8. मेडिकल कॉलेज आसपास आवश्यक रूप से पुलिस पेट्रोलिंग किया जावें ।
8. चिकित्सा कार्य के अतिरिक्त अन्य कार्य से संस्थान आने वाले व्यक्तियों की पूरी जानकारी रखी जावें ।
जगदलपुर में 40 बच्चे फूड पॉइजनिंग का शिकार, एकलव्य स्कूल धरमपुरा की घटना… अधिकारियों में हड़कंप
रायपुर। जगदलपुर शहर के धरमपुरा स्थित एकलव्य विद्यायल के 40 बच्चे फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए हैं। सभी बच्चों को यहां महारानी अस्पताल में भर्ती कराया गया। गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक 40 बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही अफसरों में हड़कंप मच गया। सहायक आयुक्त की टीम मौके पर पहुंची और घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार एकलव्य विद्यालय धरमपुरा में छठवीं से 10वीं तक करीब 300 बच्चे पढ़ते हैं। बीती रात सभी बच्चे खाना खाने के बाद सो गए। रात करीब 12 बजे के बाद बच्चों को उल्टी होना शुरू हो गया। इसके बाद इसकी जानकारी अधीक्षक को दी गई। तत्काल इसकी सूचना 108 को दी गई। मौके पर करीब चार एंबुलेंस पहुंचे और बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया। गुरुवार रात से शुक्रवार की सुबह तक एंबुलेंस की मदद से 40 बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया।
इस मामले में सहायक आयुक्त गणेश सोरी का बयान भी आया है। उन्होंने कहा कि रात का खाना खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ी है। विद्यालय में जो खाना दिया गया उसकी जांच की जा रही है। इसके अलावा बच्चों से भी बात की जा रही है कि आखिर किन कारणों के चलते अचानक से बच्चो को उल्टियां होनी शुरू हो गई। फिलहाल बच्चों का उपचार जारी है और डॉक्टरों की टीम लगातार जांच कर रही है। जांच के बाद ही असल वजह सामने आ पाएगी।
रेप पीड़िता के गर्भपात की हाईकोर्ट ने नहीं दी इजाजत, कोर्ट ने गठित की थी 9 सदस्यीय डाक्टरों की टीम
रायपुर। दुष्कर्म पीड़िता के गर्भपात कराने की अनुमति देने वाली याचिका हाईकोर्ट ने खारिज कर दी है। हाईकोर्ट ने डाक्टरों की एक टीम गठित करने का आदेश दिया था। कोर्ट ने माना इस वक्त में गर्भपात का फैसला पीड़िता के लिए जान का खतरा हो सकता है। दरअसल हाईकोर्ट से दुष्कर्म की शिकार नाबालिग के गर्भवती होने पर परिजनों ने गर्भपात कराने की अनुमति मांगी थी। विशेषज्ञों द्वारा गर्भपात करना पीड़िता के लिए खतरनाक होने की डाक्टरों की रिपोर्ट के आधार पर हाईकोर्ट ने गर्भपात की इजाजत नहीं दी है।
मामले में जस्टिस पार्थ प्रितम साहू की कोर्ट में सुनवाई हुई। उन्होंने पीड़िता का विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम गठित कर जांच रिपोर्ट देने कहा था। 9 सदस्यों की टीम ने जांच पाया, कि 20 सप्ताह का गर्भ समाप्त किया जा सकता है, इसके अलावा विशेष परिस्थिति में 24 सप्ताह का गर्भ पीड़िता के जीवन रक्षा के लिए हो सकता है। मामले में पीड़िता 24 सप्ताह से अधिक से गर्भवती है। ऐसे में गर्भ समाप्त करना उसके स्वास्थ्य के लिए घातक है, और पीड़िता का सुरक्षित प्रसव कराया जाना उचित है।
भ्रूण स्वस्थ्य होने के साथ उसमें किसी प्रकार के जन्मजात विसंगति नहीं है। मेडिकल रिपोर्ट में याचिकाकर्ता की गर्भावस्था की उम्र लगभग 32 सप्ताह है, और डॉक्टरों ने राय दी कि पीड़िता का सहज प्रसव की तुलना में गर्भ समाप्त करना अधिक जोखिम होगा, और गर्भावस्था को समाप्त करने से इनकार कर दिया गया। विशेषज्ञों के अभिमत के साथ ही हाईकोर्ट ने यह याचिका खारिज कर दी, और कहा कि, जांच रिपोर्ट में इस गर्भकालीन आयु में गर्भावस्था को समाप्त करने से सहज प्रसव की तुलना में अधिक जोखिम हो सकता है। गर्भावस्था जारी रखें, भ्रूणहत्या न तो नैतिक होगी और न ही कानूनी रूप से स्वीकार्य होगी।
कोर्ट ने गर्भावस्था का चिकित्सकीय समापन करने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा, कि दुष्कर्म की शिकार नाबालिग पीड़िता को बच्चे को जन्म देना है, राज्य सरकार को सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने और सब खर्च वहन करने का निर्देश दिया गया है। यदि नाबालिग और उसके माता-पिता की इच्छा हो तो प्रसव के बाद बच्चा गोद लिया जाए। राज्य सरकार कानून के लागू प्रावधानों के अनुसार आवश्यक कदम उठाएगी।
नक्सल मोर्चे पर तैनात ASI शहीद, गश्त के दौरान खाई में गिरने से आई थी गंभीर चोट
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां नक्सल मोर्चे पर तैनात एक जवान चमरूराम तेलम शहीद हो गया। वे रात में वह गश्त के दौरान खाई में गिर गए थे। गंभीर चोट आने की वजह से दम तोड़ दिया। बीजापुर जिला मुख्यालय में आज चमरूराम गॉड ऑफ ऑनर दिया जाएगा और इसके बाद गृहग्राम मोरमेड़ में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर DRG टीम बेचापाल, मेटापाल इलाक़े में गश्त के लिए निकली थी। इस टीम में ASI चमरूराम तेलम भी शामिल थे। रात में नक्सलियों का पीछा करने के वे खाई में गिर गए थे। गंभीर चोट आने की वजह से उन्होंने दम तोड़ दिया। बीजापुर जिला मुख्यालय में आज चमरूराम गॉड ऑफ ऑनर दिया जाएगा और इसके बाद गृहग्राम मोरमेड़ में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
29 अगस्त को मनाया जाएगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस
1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों व किशोरों को दी जाएगी कृमि की दवा
प्रदेश के 33 जिलों में कुल 107.97 लाख बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य
रायपुर | छत्तीसगढ़ में 29 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश के 1 वर्ष से 19 वर्ष के सभी बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को आंगनबाड़ी केन्द्रों, शासकीय विद्यालयों, स्वास्थ्य केन्द्रों, अनुदान प्राप्त निजी स्कूलों और तकनीकी शिक्षा संस्थानों में कृमि की दवा का सेवन कराया जाएगा। बच्चों व किशोरों के अच्छे स्वास्थ्य, बेहतर पोषण,नियमित शिक्षा तक पहुंच और जीवन की गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी के लिए कृमिनाशक दवा देना आवश्यक है।
शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम के उप संचालक डॉ. व्ही.आर. भगत ने बताया कि प्रदेश में 1 से 19 वर्ष के 1 करोड़ 7 लाख 97 हजार बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को कृमिनाशक दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि स्कूलों में शिक्षकों द्वारा एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा कृमिनाशक दवा एल्बेन्डाजॉल 400 एमजी की दवा का सेवन कराया जाएगा। 04 सितम्बर 2024 को मॉप-अप दिवस का आयोजन किया जाएगा, जिसमें दवा सेवन से छूटे हुए बच्चों व किशोरों को दवा सेवन कराया जाएगा। इससे उनके स्वास्थ्य एवं पोषण के स्तर, एनीमिया की रोकथाम, बौद्धिक विकास तथा शाला में उपस्थिति में सुधार आएगा।
शिक्षकों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा कृमिनाशक दवा एल्बेन्डाजॉल का सेवन कराकर कृमि नियंत्रण किया जाएगा | जिसमें 01 वर्ष से 02 वर्ष के बच्चों को आधी गोली (पीसकर), 02 से 03 वर्ष के बच्चों को एक गोली (पीसकर), 03 से 05 वर्ष के बच्चों को एक गोली चबाकर, 06 से 19 वर्ष के बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को एक गोली चबाकर पानी के साथ खिलाई जाएगी।
डॉ. भगत ने बताया कि कृमिनाशक दवा का सेवन बच्चों, किशोरों व किशोरियों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। बच्चों के शरीर में कृमि के कारण कुछ सामान्य प्रतिकूल प्रभाव जैसे जी मिचलाना, उल्टी, दस्त, पेट में हल्का दर्द और थकान का अनुभव हो सकता है। इसके अतिरिक्त जिन बच्चों को तीव्र कृमि संक्रमण होता है, उन्हें आमतौर पर कुछ अस्थायी प्रभाव भी हो सकते हैं, जिनको आसानी से स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्रों में ही देखभाल करते हुए ठीक किया जा सकता है। बच्चों एवं किशोरों में ये लक्षण पाए जाने पर उन्हें पीने का साफ़ पानी दें और उन्हें अपनी निगरानी में रखें।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रो में बच्चों को एक-एक अल्बेंडाजोल की टेबलेट खिलाई जाएगी। ऐसे बच्चे और किशोर-किशोरी जो स्कूल नहीं जाते हैं उन पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। विशेषज्ञों के अनुसार पेट में कृमि होने के कई तरह की समस्या हो सकती है। ऐसे लक्षण के प्रति माता-पिता को जागरूक रहना चाहिए। कृमि के कारण बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता व खाने में रूचि घटती है। बच्चे अधिक भोजन करेंगे, लेकिन शरीर में नहीं लगेगा। अल्बेंडाजोल की गोली खिलाने से बच्चे एनीमिया का शिकार होने से बच सकते हैं। इससे मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है और बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। मानसिक और शारीरिक विकास के लिए 01 से 19 वर्ष तक के बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाना जरूरी है।
बिना अनुमति संचालित निजी चिकित्सा संस्थानों में स्वास्थ्य विभाग की दबिश : 12 को नोटिस
रायपुर | प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार और मरीजों की सुविधा के लिए बिना किसी वैध अनुमति से संचालित निजी अस्पताल तथा डायग्नोस्टिक सेंटरों पर कार्रवाई के निर्देश स्वास्थ्य विभाग ने दिए हैं । इसी कड़ी में आज बलौदाबाजार जिले के कसडोल विकासखंड के 12 चिकित्सा संस्थानों में नर्सिंग होम एक्ट के प्रावधानों के तहत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार अवस्थी के मार्गदर्शन में टीम ने दबिश देकर निरीक्षण किया साथ ही नोटिस देकर विधिवत अनुमति लेने की अंतिम चेतावनी दी गई है।
जिन संस्थाओं की जांच की गई उसमें वर्मा पैथोलॉजी कटगी, गायत्री क्लीनिक कटगी, गुप्ता क्लीनिक कटगी , क्योर बे ई क्लीनिक कसडोल, रामगोपाल साहू लैब कसडोल, शर्मा मेटा पैथोलॉजी कसडोल, सिटी डेंटल केयर कसडोल, कबीर पैथोलोजी कसडोल, वासु पैथोलॉजी छांछी, ओम हेल्थ सेंटर छांछी, रत्ना क्लीनिक कसडोल व मानस पैथोलॉजी कसडोल शामिल है। सी एम एच ओ के अनुसार आगे भी जिले में यह जांच जारी रहेगी तथा बिना अनुमति संचालित संस्थाओं पर कार्रवाई की जाएगी।
जन्माष्टमी के अवसर पर ननिहाल से भेजे गए विशेष परिधान से सुशोभित हुए अयोध्या में श्रीरामलला
बस्तर के शिल्पियों द्वारा बुने गए पीले खादी सिल्क से निर्मित किया गया है विशेष परिधान
छत्तीसगढ़वासियों के प्रेम, आस्था और समर्पण का प्रतीक है यह परिधान
रायपुर | प्रभु श्रीरामलला अयोध्या मे प्राण प्रतिष्ठा के बाद अपनी सम्पूर्ण दिव्यता और आभा से सुशोभित हैं। प्राणप्रतिष्ठा के पश्चात पहली जन्माष्टमी में बस्तर के श्रमसाधकों द्वारा विशेष रूप से तैयार किए गए पीले खादी सिल्क से निर्मित शुभवस्त्र से सुशोभित प्रभु श्रीरामलला की अलौकिक छटा दर्शनीय है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पुनीत अवसर पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ स्थल में श्रीरामलला को छत्तीसगढ़ में निर्मित पीली खादी सिल्क से निर्मित वस्त्र धारण कराना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। यह वस्त्र बस्तर के शिल्पियों द्वारा निर्मित है। दंडकारण्य जहां मर्यादा पुरुषोत्तम ने अपने वनवास का अधिकांश समय व्यतीत किया, वहां से भेजा वस्त्र धारण करने का समाचार वास्तव में भावुक करने वाला है। भांचा श्रीराम की कृपा उनके ननिहाल पर बरसती रहे यही कामना है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ जहां के लोगों ने भगवान श्रीराम और माता कौशल्या का सदैव प्रेम और आशीर्वाद पाया है, यहां की माटी में आज भी वही दिव्यता है जो भगवान राम के चरणों से पवित्र हुई है। छत्तीसगढ़ जिसे प्रभु श्रीराम के ननिहाल होने का गौरव है यहां पग-पग में प्रभु श्रीराम की यादें दिखाई पड़ती है। बस्तर अंचल जिसे दंडकारण्य भी कहा जाता है, जहां प्रभु राम ने वनवास काल का अधिकांश समय व्यतीत किया है, वहां के शिल्पियों द्वारा कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर उनके ननिहाल से भेजा गया विशेष परिधान धारण करना छत्तीसगढ़ के जन-जन के लिए गर्व का क्षण है। मामागांव के परंपरागत वस्त्रों में भांचा राम के सुशोभित होने से सभी छत्तीसगढ़वासियों का हृदय गर्व और असीम आनंद से परिपूर्ण है। यह अद्वितीय वस्त्र हमारी परम्पराओं और संस्कारों का प्रतीक है जो भगवान श्रीराम और माता कौशल्या को छत्तीसगढ़ की भूमि से जोड़ता है। यह वस्त्र केवल एक परिधान नही, बल्कि हमारी संस्कृति, हमारी परंपरा, हमारी अडिग आस्था और भांचा राम के प्रति हमारे प्रेम एवम श्रद्धा का प्रतीक है।
भांचा राम के यह वस्त्र केवल धागे से नहीं बल्कि उनके ननिहाल के भक्तों द्वारा श्रद्धा और स्नेह से बुने गए हैं। बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और छत्तीसगढ़ की अनुपम कला को दर्शाते ये वस्त्र छत्तीसगढ़ वासियों की आस्था और समर्पण का प्रतीक भी है। असली स्वर्ण-चूर्ण से हस्तछपाई की गई यह खादी सिल्क, उन अनगिनत घंटों की मेहनत की साक्षी है, जो बस्तर के शिल्पकारों ने भगवान राम के प्रति अपनी अनन्य भक्ति में समर्पित करते हुए बिताए हैं।
‘भांचा राम‘ के रूप में श्रीराम का प्रेम और आशीर्वाद यहाँ के लोगों के हृदय में सदैव प्रवाहित होता रहा है। छत्तीसगढ़ की पावन माटी आज भी उस स्नेह और श्रद्धा को संजोए हुए है, जिससे माता कौशल्या ने अपने पुत्र को संस्कारित किया। यह वही धरती है जहां श्रीराम ने अपने वनवास के समय अपार प्रेम और सम्मान पाया, यहाँ का एक एक कण आज भी भांचा राम और माता कौशल्या की अनुपम गाथा को संजोए हुए है।
उल्लेखनीय है कि श्री कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व अयोध्या में अत्यंत भव्य तरीके से मनाया गया। प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पश्चात यह पहली जन्माष्टमी है, जिसे लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह और उमंग देखा गया। जन्मोत्सव के लिए मंदिर की रंग-बिरंगे फूलों से आकर्षक सजावट के साथ ही भोग के लिए पंजीरी, पंचामृत और अनेकों व्यंजन तैयार किये गये। इस पावन अवसर पर कीर्तन, भजन का आयोजन भी किया गया।
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री ने ट्राइबल यूथ हॉस्टल का किया निरीक्षण, छात्रों से किया संवाद
जिला पंचायत अध्यक्ष की वाहन हुई दुर्घटनाग्रस्त…अध्यक्ष, पीएसओ सहित पांच लोग घायल
बस्तर । छत्तीसगढ़ के बस्तर से सड़क दुर्घटना की बड़ी ख़बर आ रही है, जानकारी के मुताबिक यहां दंतेवाड़ा के जिला पंचायत अध्यक्ष तूलिका कर्मा की वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में जिला पंचायत अध्यक्ष तूलिका कर्मा और उनके पीएसओ, ड्राइवर सहित पांच लोगों की घायल होने की खबर है, जानकारी के मुताबिक घायलों को डिमरापाल मेडिकल कॉलेज जगदलपुर पहुंचाया गया है।
जानकारी के मुताबिक दंतेवाड़ा से जगदलपुर जाते वक्त ये हादसा मरेंगा गांव के पास के हुआ। जहां अन्य वाहन को बचाते वक्त दंतेवाड़ा के जिला पंचायत अध्यक्ष तूलिका कर्मा की वाहन दुर्घटना ग्रस्त हो गया और कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया, इस दुर्घटना में जिला पंचायत अध्यक्ष समेत पांच लोग घायल बताए जा रहे है, जिनका अस्पताल में उपचार जारी है.. वहीं मामले की सूचना मिलते ही पुलीस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बलौदाबाजार हिंसा मामले में विधायक देवेंद्र यादव की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने 3 सितंबर तक बढ़ाई न्यायिक रिमांड
रायपुर। बलौदाबाजार हिंसा मामले में 17 अगस्त को गिरफ्तार किए गए भिलाई विधायक देवेंद्र यादव की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है। कोर्ट ने विधायक देवेंद्र यादव की न्यायिक रिमांड एक बार फिर बढ़ा दी है। सुरक्षा दृस्टि को देखते हुए मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए विधायक देवेंद्र यादव की कोर्ट में पेशी हुई। इस दौरान पुलिस ने कोर्ट से फिर से सात दिनों की रिमांड की मांग की थी। पुलिस की इस मांग पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव की रिमांड 7 दिनों के लिए बढ़ा दी है। वहीं पेशी के दौरान विधायक देवेंद्र यादव के वकील ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि, पुलिस के पास विधायक यादव के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है। पुलिस बेवजह ही न्यायिक रिमांड की मांग कर रही है।
बता दें कि, बलौदाबाजार पुलिस ने भिलाई नगर से कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को शनिवार 17 अगस्त को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद विधायक देवेंद्र यादव को लेकर पुलिस टीम बलौदाबजार पहुंची और देर रात उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था। जहां कोर्ट ने उन्हें तीन दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। वहीं आज न्यायिक रिमांड खत्म होने के बाद विधायक देवेंद्र यादव को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया, जहां उनकी न्यायिक हिरासत 7 दिनों के लिए बढ़ा दी गई थी।
केन्द्रीय इस्पात सचिव ने निर्माणाधीन आईओपीपी संयंत्र का किया निरीक्षण
रायपुर | इस्पात मंत्रालय में सचिव का पदभार संभालने के करीब सप्ताह भर बाद संदीप पौड्रिंक एनएमडीसी परियोजना-किंरदुल व बचेली आये थे । 24 अगस्त, शनिवार को दोपहर के बाद किंरदुल से आने के बाद एनएमडीसी बचेली गेस्ट हाउस आये, जहां बचेली परियेाजना के अधिशासी निदेशक, बी. वेंकटेश्वरलु व अन्य विभागध्यक्षों द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
इस्पात सचिव ने बैलाडिला क्षेत्र की प्राकृतिक खूबसूरती की प्रसंशा की तथा निर्माणाधीन आईओपीपी प्लांट को जल्द शुरू करने के लिए अधिकारियों को कहा।
इस्पात सचिव के साथ मंत्रालय के अभिजीत नरेन्द्र, संयुक्त सचिव (आईआरटीएस),अमिताव मुखर्जी, एनएमडीसी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक अतिरिक्त प्रभार, विनय कुमार, तकनीकि निदेशक, वी. सुरेश, वाणिज्य निदेशक, शरत राजा, उपसचिव इस्पात, परमजीत सिंह, औद्योगिक सलाहाकार आये थे।
रोबोटिक और ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई की शिक्षा : नक्सल प्रभावित इलाकों के छात्रों को
रायपुर | छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है। यही वजह है कि साय सरकार को नक्सल मोर्चे पर बड़ी सफलता मिल रही है। साय सरकार के आने के बाद बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर किया है। वहीं कई खूंखार नक्सली जवानों की जवाबी कार्रवाई में ढेर हुए हैं। इसी बीच अब नक्सल प्रभावित इलाकों में शिक्षा की अलख जगाने के लिए साय सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। नक्सल प्रभावित इलाकों के छात्रों को अब रोबोटिक और ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई की शिक्षा देगी। प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। साय सरकार के इस फैसले से नक्सल प्रभावित इलाके के 800 बच्चों को फायदा मिलेगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के साथ अनुबंध किया है। अनुबंध के तहत पहले दो शैक्षणिक वर्षों में 800 सरकारी स्कूलों में कौशल शिक्षा लागू की जाएगी। इस अवधि के दौरान 1,600 शिक्षक कक्षा छठवीं से 10 तक के 40,000 छात्रों को कौशल और जीवन कौशल की शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
साय सरकार ने नक्सल इलाकों में शिक्षा की नींव को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। सीएम साय ने आदेश दिया है कि आदिवासी बच्चों को उनकी सांस्कृतिक पहचान बनाए रखने और शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए प्राथमिक शिक्षा मातृभाषा में प्रदान की जाए। ऐसे में मातृभाषा जानने वाले स्थानीय शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा नियद नेल्लानार योजना भी शुरू की गई है।