छत्तीसगढ़
नदी-नाले एवं पुराने पुल-पुलिया को पार करते समय एहतियात बरतें : कलेक्टर प्रभात मलिक
कलेक्टर ने जिले के सभी एसडीएम और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं
रायपुर | मानसून के चलते जिले में चार पांच दिन से भारी बारिश हो रही है, जिससे नदी-नालों और पुराने पुल-पुलियों में जलस्तर बढ़ गया है। कलेक्टर प्रभात मलिक ने जनता के नाम जारी संदेश में कहा कि वे किसी भी हालत में जान जोखिम में डालकर उफनते नदी-नाले पार न करें।
कलेक्टर मलिक ने कहा कि भारी बारिश के कारण जिले के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में पुराने पुल-पुलियों पर पानी का बहाव तेज है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे इस मौसम में अत्यंत सावधानी बरतें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।
कलेक्टर ने बताया कि प्रशासन ने सभी आवश्यक उपाय किए हैं और आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता जनता की सुरक्षा है। इसलिए, किसी भी स्थिति में जोखिम न लें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।“ उन्होंने विशेष रूप से वाहन चालकों से कहा है कि वे भारी बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें और जलमग्न सड़कों पर ड्राइविंग न करें। साथ ही, पैदल यात्रियों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
इसके अतिरिक्त, कलेक्टर ने जिले के सभी एसडीएम और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जलभराव वाले क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण करें और आवश्यकतानुसार राहत कार्यों को सुनिश्चित करें। आपातकालीन सेवाओं को सक्रिय कर दिया गया है और हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि किसी भी जरूरतमंद को त्वरित सहायता मिल सके। आपदा नियंत्रण कक्ष का दूरभाष क्रमांक 07723-223305 तथा ई-मेल msamund.cg@nic.in है।
कलेक्टर प्रभात मलिक ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें। उन्होंने कहा, “आपकी सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है। इसलिए, सावधानी बरतें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता मांगें।“
पेड़ से टकराई रेल, पायलट को भी आई चोट : छत्तीसगढ़ में ट्रेन हादसा
बस्तर विश्वविद्यालय अध्ययन शाला के स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश 31 जुलाई तक
रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने लोकसभा में उठाए रेलवे से जुड़े मुद्दे : मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिया ये जवाब
छत्तीसगढ़ में 100 प्रतिशत रेल लाइन का विद्युतीकरण किया जा चुका है
बृजमोहन अग्रवाल के ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ में नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग पर रेल मंत्री ने दी जानकारी
रायपुर | रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान रेलवे से जुड़े मुद्दे उठाए । उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से रेल मंत्रालय की 100 प्रतिशत विद्युतीकरण की पहल की राज्य-वार स्थिति पर सवाल पूछा था।जिसपर रेल मंत्री ने लिखित में उत्तर दिया है कि, छत्तीसगढ़ समेत 20 राज्यों /केंद्रशासित प्रदेशों में बड़ी लाइन नेटवर्क का 100 फीसदी विद्युतीकरण कर लिया गया है। बृजमोहन अग्रवाल ने सवाल भारतीय रेल में पर्यावरण अनुकूल ईंधन और ऊर्जा के नए स्रोतों का विस्तार करने में भारतीय रेलवे वैकल्पिक ईंधन संगठन (आईआरओएएफ) द्वारा की गई प्रगति की जानकारी मांगी थी।
जिस पर रेल मंत्री ने बताया कि,भारतीय रेल में आईजारओएएफ की स्थापना वैकल्पिक ईंधन की खोज के लिए की गई थी। इससे कर्षण के लिए मिश्रित बायो-डीजल का उपयोग करने तथा डीजल के स्थान पर आंशिक रूप से सीएनजी और एलएनजी के उपयोग को प्रोत्साहन मिला है। कर्षण के लिए डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (डेमू) रेक पर हाइड्रोजन ईधन सेल के रेट्रो-फिटमेंट के लिए एक प्रायोगिक परियोजना भी शुरू की गई है। जिसकी शुरुवाती कार्य को उत्तर रेलवे द्वारा निगरानी की जा रही हैं।
इसके अलावा ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ में नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के सवाल पर रेल मंत्री ने जवाब दिया है कि, ‘अमृत भारत स्टेशन योजना में निधियों की उपलब्धता और मौजूदा परिसंपत्तियों की स्थिति के अनुसार स्थायी और पर्यावरण अनुकूल समाधान की ओर क्रमिक बदलाव की परिकल्पना की गई है जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग शामिल है।
मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में विकास कार्यों को मिल रही है गति : रायगढ़ शहर में 3.14 करोड़ के सड़कों के काम स्वीकृत
वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी की पहल, रायगढ़ शहर में 3.14 करोड़ के सड़कों के काम स्वीकृत
रायगढ़ में अधोसंरचना विकास को तेजी से दिया जा रहा मूर्त रूप
रायपुर | वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी प्रदेश के वित्त मंत्री व रायगढ़ विधायक ओ.पी.चौधरी की पहल से रायगढ़ शहर में सड़कों के निर्माण के 3.14 करोड़ की स्वीकृति नगरीय प्रशासन विभाग से मिली है। वित्त मंत्री ओ.पी.चौधरी ने रायगढ़ के जनप्रतिनिधियों और शहरवासियों की मांग को पत्र लिखकर नगरीय प्रशासन मंत्री अरूण साव के समक्ष रखा था, जिसे स्वीकृति प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय प्रदेश के विकास के लिए कृत संकल्पित हैं। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए त्वरित निर्णय लेकर कार्य कराए जा रहे है, जिसके फलस्वरूप प्रदेश के नगरीय निकायों को राष्ट्रीय स्तर पर 5 पुरस्कार प्राप्त हुआ है। वित्त मंत्री ओ.पी चौधरी की पहल पर रायगढ़ शहर के सर्वांगीण विकास के लक्ष्य को पूरी प्रतिबद्धता के साथ पूरा किया जा रहा है। शहर में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत और मूलभूत सुविधाओं को बेहतर करने की दिशा में निरंतर कार्य हो रहा है। वित्त मंत्री चौधरी के निर्देश पर शहर में डामरीकृत सड़कों के निर्माण पर फोकस किया है, जिससे शहर के भीतर लोगों को आवागमन के लिए सुंदर और सुगम सड़कें मिलें। इसके साथ ही रायगढ़ में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही शिक्षा और खेल के क्षेत्र में भी अधोसंरचना विकास को तेजी से मूर्त रूप दिया जा रहा है। जिससे शहर में सभी वर्गाे की आवश्यकताओं के अनुरूप सुविधाएं जल्द विकसित की जा सके।
जिन सड़कों के निर्माण के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है वे डामरीकृत सड़कें होंगी। इसमें 1 करोड़ 8 लाख 42 हजार की लागत से वार्ड क्रमांक 21 सर्किट हाऊस से हाऊसिंग बोर्ड तक बीटी रोड, इसी तरह वार्ड क्रमांक 27 अतरमुड़ा से मंगल भवन तक बीटी रोड निर्माण कार्य के लिए 83 लाख 51 हजार रुपये, वार्ड क्रमांक 32 सर्वेश्वरी स्कूल से 25 एमएलडी एसटीपी प्लांट एवं गीता ट्रेडर्स से बांझीनपाली तक बीटी रोड निर्माण कार्य के लिए 78 लाख 53 हजार रुपये एवं वार्ड क्रमांक 17 हण्डी चौक से अनाथालय होते हुए नीलांचल भवन तक एवं गणेश मंदिर होते हुए बस स्टैण्ड तक बीटी रोड रिपेयरिंग कार्य हेतु 44 लाख 12 हजार रुपये शामिल है।
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला बरसाती लाल को बरसात में : अब कीचड़ में नहीं चलना पड़ता
गाँव की गलियां हुई पक्की, घर भी होने वाला है पक्का
रायपुर | वह बरसात का मौसम ही था, जो कोरबा जिले के ग्राम चुईया के बरसाती लाल के लिए हर बार मुसीबत बन जाती थीं। बरसात होते ही जहाँ उन्हें अपने कच्चे मकान में मुसीबत मोल लेना पड़ता था वही गाँव की वह गली भी थी जो पानी गिरते ही कीचड़ से इस तरह लथपथ हो जाती थी कि वह चाहकर भी खुद को कीचड़ से बचा नहीं पाता था। अब जब गाँव की गलियां पक्की हो गई है तो बचपन से ही नेत्रहीन बरसाती लाल अपनी छड़ी के सहारे अपनी गाँव की गली में एक छोर से दूसरे छोर तक घूम पाता है और ग्रामीणों से अपनी सुख दुख की कहानी भी साझा कर पाता है।
कोरबा ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम चुईया में रहने वाले बरसाती लाल भरिया ने बताया कि उन्हें बचपन से ही दिखाई नहीं देता। वह सबकुछ महसूस कर अपनी छड़ी के सहारे इधर-उधर चल पाता है। उन्होंने बताया कि विगत कई साल तक गाँव की गली बरसात में कीचड़ से सराबोर हो जाती थी। इस बीच उनका पैदल चल पाना मुश्किल हो जाता था। चंद दूरी भी उन्हें कई किलोमीटर लंबी लगती थी। उन्होंने बताया कि गाँव की गलियां अब पूरी तरह से पक्की हो गई है। बरसाती लाल ने बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है। पक्के घर का निर्माण चल रहा है। कुछ माह के भीतर उन्हें अपनी झोपड़ी से भी छुटकारा मिल जाएगा। उन्होंने बताया कि बरसात में खपरैल के कच्चे मकान में परेशानी उठानी पड़ती है। पानी टपकने से उन्हें भीगना पड़ जाता है। जल्दी ही पक्का मकान बन जाने के बाद उनकी बड़ी मुसीबत दूर हो जाएगी। 57 वर्षीय बरसाती लाल ने बताया कि वह अकेला रहता है। राशनकार्ड बना हुआ है और समय पर राशन मिलता है। पेंशन की राशि भी मिलती है। इस बरसात में पक्की सड़क पर चलकर खुशी महसूस कर रहे बरसाती लाल को इस बात की भी खुशी है कि जल्दी ही प्रधानमंत्री आवास योजना से उसका पक्का मकान भी पूरा हो जाएगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश में 18 लाख प्रधानमंत्री आवास के निर्माण हेतु राशि स्वीकृत की है, जिससे अनेक हितग्राहियों को लाभ पहुंच रहा है। मुख्यमंत्री के मंशानुसार कोरबा जिला कलेक्टर के निर्देशन में प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत हितग्राहियों का आवास बनाया जा रहा है। कोरबा जिले में प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजना के तहत विभिन्न ग्राम पंचायतों में स्वीकृत 7470 ग्रामीण हितग्राहियों के प्रधानमंत्री आवास का निर्माण कार्य मात्र 05 माह में पूर्ण कराया गया।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर भोरमदेव से अमरकंटक तक कांवड़ियों के लिए विशेष इंतजाम
पवित्र सावन माह के आगमन के साथ ही शिवभक्तों द्वारा अमरकंटक से भोरमदेव मंदिर तक की 150 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है। उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर इस यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं ताकि यात्रा में भक्तगणों को दिक्कत न हो।
रायपुर | उपमुख्यमंत्री शर्मा के निर्देशानुसार, कांवड़ियों के लिए 15 से अधिक स्थानों पर चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस पेट्रोलिंग के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। पुलिस अधीक्षकों को सुरक्षा के बेहतर इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें 4 पुलिस पेट्रोलिंग टीमें और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस की ड्यूटी शामिल है। कांवड़ियों के लिए यात्रा के दौरान 20 से अधिक स्थानों पर ठहरने की विशेष व्यवस्था की गई है। अमरकंटक के मृत्युंजय आश्रम में निःशुल्क भोजन और रात्रि विश्राम की व्यवस्था है। भोजन में दाल-भात, सब्जी, मीठा जैसे खीर, पुड़ी और हलवा शामिल हैं। इस व्यवस्था की निगरानी में बोलबम समन्वय समिति और स्थानीय अधिकारी जुटे हुए हैं।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर कांवड़ियों के लिए विभिन्न स्थानों पर चिकित्सा कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। पदयात्रा के दौरान शांति और सुरक्षा व्यवस्था के लिए पेट्रोलिंग पार्टियों का गठन किया है। कवर्धा से बेमेतरा हाईवे रोड, कवर्धा से भोरमदेव, बोड़ला-पोड़ी-पंडातराई-पंडरिया, और पंडरिया से कुकदूर सरहदी क्षेत्र तक पेट्रोलिंग पार्टियों को तैनात किया गया है। सावन माह के दौरान उपमुख्यमंत्री शर्मा की पहल और निर्देशों के तहत कांवड़ियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और ठहरने की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है, जिससे वे बिना किसी कठिनाई के अपनी यात्रा पूरी कर सकें।
अपने माता-पिता के सपनों को गढ़ने अच्छी शिक्षा पा रहे सेमरहा के बच्चे : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मुलाकात की
मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा आज आप विधानसभा देख रहे हैं, आपमें से जो बच्चा जनप्रतिनिधि बनना चाहे वो यहां आयेगा, यह लोकतंत्र का मंदिर, यहां से ही तैयार करते हैं प्रदेश के विकास की राह
ग्राम बाहपानी में हुए दुखद हादसे में तेंदूपत्ता संग्रहण कर लौट रहे 19 ग्रामीणों की हुई थी मृत्यु, इसके पश्चात मुख्यमंत्री के निर्देश पर परिजनों को प्रदान की गई थी पांच-पांच लाख रुपए की सहायता राशि
पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने उठाया है बच्चों के परवरिश का जिम्मा
ग्राम बाहपानी हादसे में मृत तेंदूपत्ता संग्राहकों के बच्चों ने देखी विधानसभा
सेमरहा के बच्चे, विधानसभा परिसर में की मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मुलाकात
रायपुर | कवर्धा जिले के ग्राम बाहपानी में हुए एक दुखद हादसे में तेंदूपत्ता संग्रहण करने गये 19 ग्रामीणों की मृत्यु हो गई थी। इनके पीछे छूट गये थे इनके मासूम बच्चे। इनकी पढ़ाई लिखाई को लेकर इनके माता-पिता का कितना कुछ सपना था, जिन्हें पूरा करने की जिम्मेदारी थी। घटना के तुरंत पश्चात मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई थी। साथ ही विधायक भावना बोहरा ने इन मासूम बच्चों के परवरिश की जिम्मेदारी ली। सुखद बात यह है कि यह बच्चे अपनी तरक्की की राह में तेजी से बढ़ रहे हैं। आज मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विधानसभा परिसर में इन बच्चों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने बच्चों को खूब दुलारा और कहा कि आप लोगों ने विधानसभा देखी है। यहां पर हम सब चर्चा करते हैं और सब मिलजुलकर प्रदेश के विकास के लिए नीति तैयार करते हैं। कल जब आप लोग भी बड़े होंगे और आप में से जो जनप्रतिनिधि बनेगा वो यहां आएंगे। यह लोकतंत्र का मंदिर है यहीं से हम प्रदेश के विकास की राह तैयार करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी को विधानसभा दिखाने के पीछे हमारी मंशा यह है कि बच्चे बेहतर तरीके से समझें कि लोकतंत्र कैसे काम करता है।
मुख्यमंत्री ने बच्चों से पढ़ाई के बारे में पूछा। बच्चों ने कहा कि उनकी पढ़ाई लिखाई अच्छी चल रही है। मुख्यमंत्री ने बच्चों से उनके गांव के बारे में भी पूछा। बच्चों ने अपने गांव के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तार से जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने विधायक बोहरा को कहा कि बच्चों को इतनी सुंदर शिक्षा आप दे रही हैं। यह बहुत अच्छी बात है। बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में हम जितना काम करेंगे, हमारे विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य को प्राप्त करने में उतनी ही आसानी होगी।
गौरतलब है कि विगत 20 मई 2024 को कवर्धा जिले के ग्राम बाहपानी के समीप एक दुखद सड़क दुर्घटना में तेंदूपत्ता तोड़कर लौट रहे 19 ग्रामीणों की दुःखद मृत्यु हो गई थी। मुख्यमंत्री ने हादसे में तत्काल परिजनों को राहत देते हुए 5-5 लाख दिए जाने की घोषणा की थी। आज इन्हीं मृतकों परिवारों के 14 बच्चे मुख्यमंत्री से मिलने विधानसभा पहुंचे थे।
छत्तीसगढ़ का यह सरपंच केंद्रीय मंत्री के बंगले तक सड़क पर लेटते हुए पहुंचा... जानिए क्या है मामला
रायपुर। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के एक सरपंच ने देश की राजधानी दिल्ली में अनोखा प्रदर्शन किया है। अपनी मांग को लेकर वह केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के आवास तक सड़क पर लेटते हुए पहुंचा। सरपंच का कहना है कि गांव में सड़क नहीं है। अफसर ध्यान नहीं दे रहे। कहीं से फंड भी नहीं दे रहे, इसलिए अब वह गांव में सड़क निर्माण के लिए केंद्रीय मंत्री के पास पहुंचा है। सरपंच को दिल्ली तक पहुंचाने ग्रामीणों ने बकायदा 5 हजार रुपये चंदा भी जमा किया।
महासमुंद जिले में ग्राम पंचायत बंबूरडीह के सरपंच शत्रुघ्न चेलक दिल्ली पहुंचे। वह अपने गांव में सड़क निर्माण के लिए लंबे समय से कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सड़क नहीं बन रही है। ऐसे में उन्होंने अपनी बात केंद्रीय मंत्री तक पहुंचाने की ठानी। गांव के लोगों ने चंदा करके सरपंच को पांच हजार रुपये दिए। सरपंच यह पैसे लेकर दिल्ली पहुंचे और सड़क की मांग को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया। सरपंच सड़क पर लेटकर लुढ़कते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के आवास पहुंचे, हालांकि सरपंच से नितिन गडकरी की मुलाकात नहीं हुई। जिस समय सरपंच शत्रुघ्न चेलक मंत्री के बंगले पर गए थे उस समय नितिन गड़करी अपने आवास पर नहीं थे।
सरपंच चेलक ने बताया कि वह दो किलोमीटर की सड़क बनवाने के लिए नेता और अधिकारियों की चक्कर लगाते-लगाते थक गए हैं। कहीं से भी उन्हें सड़क बनाने का भरोसा नहीं मिल रहा है। जिस कारण से मैंने इस तरह से विरोध करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि सड़क रामाडबरी से बावनकेरा गांव तक बननी है। अभी कच्ची सड़क है। बारिश के सीजन में सड़क पर चलना मुश्किल होता है। वाहन आना तो बड़ी दूर की बात है। कोई बीमार हो जाए तो अस्पताल पहुंचना मुश्किल हो जाता है। मरीजों को चारपाई में लेकर इलाज के लिए अस्पताल ले जाना पड़ता है। बच्चों को स्कूल आने-जाने में दिक्कत होती है।
सरपंच शत्रुघ्न चेलक ने बताया कि गांव में सड़क नहीं होने से लोग इस गांव में शादी करने नहीं आते हैं। लड़के-लड़कियों की शादी सड़क के कारण नहीं हो पाती है। ग्रामीण भी लगातार इस सड़क के लिए मंत्री और नेताओं से मिलते हैं, लेकिन अभी तक सड़क बनाने को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ। सरपंच ने बताया कि इससे बड़ी हैरानी की बात तो यह है कि हमारे गांव का नाम राजस्व विभाग के रिकॉर्ड में दुरूस्त नहीं है। यह गांव भारत सरकार के नक्शे में भी नहीं और गूगल में भी नहीं दिखता है। जिस कारण से इस गांव के लोगों को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पाता है।
अब तय नहीं करनी होगी लंबी दूरी : पहाड़ी कोरवाओं को नजदीक के दुकानों में मिलेगी राशन पूरी
कोरबा के छह दूरस्थ गांव के ग्रामीणों का सहारा बना पीडीएस
रायपुर | बेहतर वितरण प्रणाली से देश-विदेश में अपनी पहचान साबित कर चुकी छत्तीसगढ की सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस ) सही मायने में ग्रामीणों के लिये वरदान साबित हो रही है। दूरस्थ अंचल तक शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालित होनें से पहाडी व सरहदी इलाकों में बसने वाले ग्रामीणों को सहूलियते बढ गई है साथ ही सैकड़ों गरीब परिवारों को समय पर खाद्यान्न मिलने की गारंटी भी हो गई है। राज्य में ऐसे कई ग्राम पंचायत है जो दूरस्थ क्षेत्र में होने के साथ ही मजरा टोले एवं पारा से जुड़े है और इन ग्रामों की आबादी न तो घनी है है और न ही अधिकांश घर आस पास है। विषम परिस्थितियों के बीच बसर करने वाले ग्रामीणों का शासकीय उचित मूल्य की दुकान खाद्यान्न सहायता योजना अंतर्गत मिल रही खाद्यान्न ही एकमात्र सहारा है, जहां इन्हें प्रत्येक माह चावल समेत दूसरी सामग्री मिलने की गारंटी होती है। कोरबा जिले के सुदूर वनांचल लामपहाड़ सहित बगदरीडांड, परसाखोला, बहेरा, खोरी भावना,सरडीह के कार्डधारियों को पहले अपने ग्राम पंचायत में 12 से 17 किलोमीटर तक की दूरी तय कर खाद्यान्न लाना पड़ता था। इस दौरान उन्हें खाद्यान्न लाने के लिए किराए का वाहन तक भी लेना पड़ता था। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मंशानुशार कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य विभाग ने राशन दुकान से बहुत दूर आश्रित ग्रामों के कार्डधारियों को नजदीक के राशन दुकानों में खाद्यान्न लेने की व्यवस्था की है। इस व्यवस्था से सबसे ज्यादा दूरस्थ क्षेत्र लाम पहाड, सरडीह, बगदरीडांड में रहने वाले पहाड़ी कोरवा लाभन्वित हुए हैं।
कोरबा विकासखंड से लगभग 80 किलोमीटर दूर ग्राम लामपहाड में बड़ी संख्या में पहाड़ी कोरवा निवास करते हैं। लामपहाड़ ग्राम पंचायत बड़गांव का आश्रित ग्राम है जो कि बड़गांव से 12 किलोमीटर दूर है। लामपहाड़ से लगभग 4 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत अरसेना के शासकीय उचित मूल्य के दुकान में 78 राशनकार्डधारियों को खाद्यान्न प्रदान करने की सुविधा प्रदान की गई है। इसी तरह ग्राम पंचायत बेला से 6 किलोमीटर दूर परसाखोला के 66 राशनकार्डधारियों को दो किलोमीटर दूर चुईया के राशन दुकान में खाद्यान्न प्राप्त करने की सुविधा प्रदान की गई है। ग्राम सोनगुड़ा के आश्रित ग्राम तराईडांड की दूरी 5 किलोमीटर दूर होने पर नजदीक के ग्राम 1.5 किलोमीटर दूरी पर स्थित सोनपुरी में, गढ़उपरोड़ा के आश्रित ग्राम बहेरा की दूरी 10 किमी होने पर तीन किलोमीटर दूर सतरेंगा में और ग्राम पंचायत केराकछार के आश्रित ग्राम बगदरीडांड, खोरीभावना, सरडीह की दूरी लगभग 17 किलोमीटर थी। जिसे 5 किलोमीटर दूर मदनपुर के शासकीय उचित मूल्य के दुकानों में स्थानान्तरित कर में हितग्राहियों को नजदीक के राशन दुकानों में खाद्यान्न प्राप्त करने की सुविधा दी गई है। शासकीय उचित मूल्य की दूकान से कार्डधारी ग्रामीणों को अनाज एवं अन्य सामग्री, शक्कर, नमक तथा चना प्राप्त होता है। अलग-अलग गांव के ग्रामीणों की जरूरतों की पूर्ति महीने के निर्धारित दिनों में होती है। ग्रामीणों की माने तो पहले लंबी दूरी तय कर चावल लाना बड़ी चुनौती थी।
ग्राम लामपहाड का पहाड़ी कोरवा संतोष कुमार और उनकी पत्नी दिलेश्वरी बाई, रघुवीर कोरवा और उनकी पत्नी सुखमती बाई, मंगलू कोरवा, धनसिंह मजदूरी का काम करता है। पहाड़ी कोरवा बताते हैं कि सरहदी पहाड़ी इलाका होने की वजह से खेती कार्य आसान नही है, ऐसी स्थिति में राशन कार्ड उनके परिवार का प्रमुख सहारा है। पहाड़ी कोरवा संतोष बताता है कि महीने में एक बार 12 किलोमीटर दूर बड़गांव के राशन दुकान में जाने में बहुत समय लगता था। वहां से अनाज को उठाकर इतनी दूरी तय करना भी मुश्किल था, इसलिए किराए में वाहन करना पड़ जाता था। अब पास के ही दुकान में खाद्यान्न उपलब्ध होने से उनका समय और किराए के वाहन का पैसे भी बचेंगे।
किरंदुल में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए मकानों का सर्वे कर दिया जाएगा मुआवजा
प्रभावित लोगों को स्थानीय भवनों में सुरक्षित रुकने तथा भोजन आदि की भी व्यवस्था की जा रही है
रायपुर | किंरदुल में बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए मकानों का जल्द मुआवजा दिया जाएगा। राजस्व अमले द्वारा क्षतिग्रस्त मकानों का सर्वे किया जा रहा है। कलेक्टर दंतेवाड़ा ने राजस्व अमले को मकानों, पालतु पशुओं आदि के नुकसान के संबंध में जल्द सर्वे कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए है।
जिला प्रशासन दंतेवाड़ा द्वारा किरंदुल में जगह-जगह बारिश से हुए जल जमाव कोे कोपर टेक्टर मशीन के द्वारा रोड की साफ सफाई की जा रही है। बाढ़ से प्रभावित परिवारों को स्थानीय मंगल भवन में रुकने तथा भोजन आदि की भी व्यवस्था की जा रही है। प्रशासन की टीम द्वारा क्षतिग्रस्त मकानों का सर्वे भी शुरू कर दिया गया है। जिसके आधार पर नुकसान का आकलन कर उन्हें क्षतिपूर्ति दी जाएगी। मौसम सामान्य होने पर बाढ़ प्रभावितों की अन्य समस्याओं का निराकरण किया जाएगा।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से दंतेवाड़ा जिले के किंरदुल में लगातार बारिश होने के कारण नदियां उफान पर थी जिसके कारण किंरदुल पहाड़ी पर एनएमडीसी द्वारा निर्मित डेम क्षतिग्रस्त हो गया था। क्षतिग्रस्त डेम से मलबा ओर बोल्डर युक्त पानी के सैलाब से डेम के आसपास के इलाके के लगभग 150 मकान क्षतिग्रस्त हो गए इसके अलावा पालतु पशुओं के बहने और वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए थे।
छत्तीसगढ़ में शिक्षकों और विद्यार्थियों की संख्या का अनुपात राष्ट्रीय अनुपात से बेहतर
सभी स्कूलों में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की करेंगे पदस्थापना, युक्तियुक्तकरण से स्कूलों को मिलेंगे शिक्षक
रायपुर | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विधानसभा में प्रश्नकाल में स्कूल शिक्षा के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में शिक्षकों और विद्यार्थियों का अनुपात राष्ट्रीय अनुपात से बेहतर है। उन्होंने बताया कि देश में 26 विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक हैं जबकि प्रदेश में 21 विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक है। शिक्षकों की पदस्थापना में अब तक कुछ अव्यवस्थाएं थी। जिसके कारण शिक्षकों की कमी परिलक्षित हो रही थी। इन कारणों से सर्वप्रथम युक्तियुक्तकरण करना पहली प्राथमिकता होगी। कुछ स्कूलों में जहां विषय संकाय है वहां शिक्षक नहीं है जहां विषय संकाय नहीं है वहां शिक्षक हैं। कुछ स्थानों पर राज्य के अनुपात से भी बहुत कम विद्यार्थियों पर शिक्षक है। कुछ स्थानों पर तो 4-5 विद्यार्थी पर एक शिक्षक है। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया हेतु ऐसे स्कूलों का चिन्हांकन किया जा रहा है और शीघ्र ही सभी स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना कर दी जाएगी। इससे सभी स्कूलों में शिक्षक उपलब्ध हो जाएंगे और शिक्षा का स्तर और भी अच्छा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि शिक्षकों की व्यवस्था के साथ ही अधोसंरचना विकास पर भी हम काम कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में शिक्षक और विद्यार्थियों का अनुपात राष्ट्रीय औसत से भी बेहतर है। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पूरी होने से सभी स्कूलों में शिक्षक मिल सकेंगे। साय सरकार द्वारा किये जा रहे युक्तियुक्तकरण का सकारात्मक असर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर पड़ेगा और ऐसे स्कूलों में भी शिक्षक मिल जाएंगे जहां शिक्षकों की कमी की वजह से शिक्षा प्रभावित हो रही है।
जगरगुंडा थाना क्षेत्र से सुरक्षाबलों ने 4 नक्सलियों को विस्फोटक सामग्री के साथ गिरफ्तार करने में सफलता पाई
रायपुर | जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र से सुरक्षाबलों ने 4 नक्सलियों को विस्फोटक सामग्री के साथ गिरफ्तार करने सफलता हासिल की है | इन चारों नक्सलियों पर टेकलगुड़ा में 23 जून को सीआरपीएफ की वाहन को आईईडी बम से उड़ाने के आरोप हैं | आपको बता दें कि इस वारदात में कोबरा बटालियन के 201 वाहिनी के दो जवान शहीद हो गए थे |
पुलिस अफसरों ने बताया कि आईईडी ब्लास्ट की घटना में शामिल नक्सलियों की उपस्थिति जगरगुंडा थाना क्षेत्र के तिम्मापुरम इलाके में होने की सूचना मिली थी | इसके बाद थाना जगरगुण्डा क्षेत्रान्तर्गत कैम्प टेकलगुड़ा से एसएस हॉकिप्स, द्वितीय कमान अधिकारी, मुकेश कुमार सिंह, सहायक कमाण्डेन्ट, कृष्ण कुमार, सहायक कमाण्डेन्ट, के हमराह 150 वाहिनी सीआरपीएफ का बल और विक्रम ठाकुर, सहायक कमाण्डेंट के हमराह 201 वाहिनी कोबरा की संयुक्त पार्टी एरिया डोमिनेशन हेतु ग्राम तिम्मापुरम और आस-पास क्षेत्र की ओर रवाना हुए | इस दौरान तिम्मापुरम गांव के पास सादे वेशभूषा धारण किए कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के द्वारा पुलिस पार्टी को अपनी ओर आता हुए देखकर भागने और छिपने लगे. इस दौरान घेराबंदी कर 4 संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया |
पकड़े गए संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ करने पर अपना नाम कमशः कुंजाम कोसा, वेट्टी लखमा, कुंजाम मंगडु और मड़कम जोगा बताया. सभी की पहचान नक्सल संगठन में मिलिशिया सदस्य के रूप में हुई है |
पकड़े गए व्यक्तियों के कब्जे से बीजीएल सेल, कोर्डेक्स वायर 2 मीटर, माचिस 2 नग, नक्सल साहित्य, वेट्टी लखमा पिता जोगा के थैले से जिलेटिन रॉड 3 नग, डेटोनेटर, माचिस 2 नग, नक्सल साहित्य, 2. कुजाम मंगडू पिता जोगा से 1 पीला रंग के प्लास्टिक बैग में टॉप टाइगर बम 3 नग, टिकली फटाका 2 नग, 2 नग माचिस, नक्सल साहित्य एवं 4. मड़कम जोगा पिता आयतु से एक नीला रंग के पॉलिथिन में 4 नग डेटोनेटर, वायर लाल-काला 3 मीटर बारूद, 150 ग्राम पेंसिल सेल बरामद किया गया |
भिलाई के जयंती स्टेडियम में पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा 25 जुलाई से
रायपुर। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक बार फिर से मशहूर कथा वाचक पं प्रदीप मिश्रा शिव महापुराण कथा करेंगे। यह आयोजन 25 जुलाई से 31 जुलाई तक भिलाई के जयंती स्टेडियम में होगा। प्रदेश में इन दिनों बारिश का दौर शुरू है। ऐसे में बारिश की वजह से कार्यक्रम में पहुंचे श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी ना हो इसका भी विशेष ध्यान रखा गया है। साथ ही सुरक्षा के भी तमाम इन्तेजाम किए गए हैं।
25 जुलाई सें जयंती स्टेडियम भिलाई जिला दुर्ग में अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा (सिहोर वाले) का शिव महापुराण कथा आयोजन होना प्रस्तावित है। कथा के दौरान लाखों की भीड़ को देखते हुये यातायात पुलिस दुर्ग द्वारा श्रद्धालुओं के सुगमता व सुरक्षित यातायात व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए रायपुर, बेमेतरा, बालोद, राजनांदगांव की ओर से कथा स्थल तक आने-जाने के लिए निम्नानुसार मार्ग,पार्किंग एवं डायवर्शन प्लान तैयार निर्धारित किया गया है।
वीआईपी पास वाले वाहन अपने वाहन बेरोजगार तिराहा से प्रवेश कर अपने वाहन शहीद पार्क के सामने पार्किंग मे वाहन खड़ा करेंगे। उतई तिराहा से जवाहर उद्यान चौक तक किसी भी प्रकार के वाहन प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। जयंती स्टेडियम कटिंग फारेस्ट एवेन्यू मार्ग से कार्यक्रम स्थल जयंती स्टेडियम तक पैदल आना जाना प्रतिबंधित रहेगा। अपील- श्रद्धालुओं से अपील है कि असुविधा से बचने हेतु कथा स्थल जयंती स्टेडियम आने-जाने के लिए उपरोक्त मार्गा का उपयोग करें।
नीचे देखें रुट पार्किंग
1- रायपुर, चरोदा एवं भिलाई-3 की ओर से आने वाले वाहन चालक
रूट :- टाटीबंध , कुम्हारी, पावर हाउस चौक, पावर हाउस अण्डर ब्रिज, मुर्गा चौक. बेरोजगार तिराहा (परिवार चौक), सेक्टर 06 पुलिस ग्राउण्ड (पार्किंग), कथा स्थल (पैदल )।
2- बेमेतरा, धमधा दुर्ग की ओर से आने वाले वाहन चालक
रूट :- धमधा, धमधा नाका ओवर ब्रिज , ग्रीन चौक, राजेन्द्र पार्क, वाय सेप ब्रिज, सेक्टर 9 चौक ग्लोब चौक सेक्टर 06 पुलिस ग्राउण्ड (पार्किंग) कथा स्थल (पैदल )
3- राजनांदगांव, बालोद की ओर से आने वाले वाहन चालक –
रूट :- राजनांदगाव/बालोद पुलगांव चौक जेल तिराहा डीपीएस चौक भिलाई निवास कटिंग हेलीपेड ग्राउण्ड/फुटबाल ग्राउण्ड (पार्किंग ) कथा स्थल (पैदल)
4- धमतरी, पाटन की ओर से आने वाले वाहन चालक :-
रूट: धमतरी/पाटन उतई उतई तिराहा डीपीएस चौक भिलाई निवास कटिंग हेलीपेड ग्राउण्ड/फुटबाल ग्राउण्ड (पार्किंग ) कथा स्थल (पैदल)
कुक्कुट पालन एवं प्रबंधन पर 28 प्रशिक्षणार्थियों को दिया गया 6 दिवसीय कौशल प्रशिक्षण
रायपुर | महासमुंद में कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय कृषि विस्तार संस्थान (मैनेज) हैदराबाद एवं राज्य कृषि प्रबंधन एवं विस्तार प्रशिक्षण संस्था (समिति) रायपुर के वित्तीय सहयोग से कुक्कुट पालन एवं प्रबंधन पर ग्रामीण युवक, युवतियों के लिए 6 दिवसीय कौशल प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें 28 प्रशिक्षणार्थियों को कुक्कुट पालन एवं प्रबंधन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की गई।
छः प्रशिक्षण में कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. अनुराग ने मुर्गी पालन से जुड़ी जानकारी और कुक्कुट पालन में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों व मुर्गी एवं उसके रख रखाव तथा संतुलित आहार की जानकारी दी। सहायक प्राध्यापक डॉ. सम्भूति शंकर साहू ने कुक्कुट के किस्मों, बीमारियों, तथा टीकाकरण के बारे में बताया। वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि विज्ञान केन्द्र डॉ. सतीश कुमार वर्मा ने कुक्कुट पालन की सामान्य जानकारी एवं उपयोगिता की जानकारी दी गई। डॉ. रवीश केशरी द्वारा कुक्कुट पालन के लिए संरचना, डॉ. निर्झनी नंदेहा द्वारा अजोला उत्पादन, डॉ. साकेत दुबे द्वारा बैकयार्ड पोल्ट्री के साथ पोषण बाड़ी तथा प्रशिक्षण सह संचालक कमलकांत द्वारा चूजों के रखरखाव, हैचरी यूनिट, बटेर पालन संबंधित जानकारी दी गई। प्रशिक्षण सम्पन्न होने पर प्रशिक्षणार्थियों को कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर के विभिन्न इकाइयों का भ्रमण कराया गया तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
आगामी तीन दिनों तक छत्तीसगढ़ के अनेक हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना
रायपुर | छत्तीसगढ़ में आगामी तीन दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है। प्रदेशभर में 22 से 24 जुलाई तक भारी बारिश के आसार हैं। लगातार बारिश होने की वजह से कई जगहों के नदी-नाले उफान पर चल रहे हैं। साथ ही छोटे-छोटे पुल भी ढह गया है। हालांकि यह अभी शुरुआत दौर की बारिश हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, एक निम्न दबाव का क्षेत्र आंतरिक ओडिशा और उससे लगे हुए मध्य पूर्वी छत्तीसगढ़ के ऊपर बना हुआ है | इसके कारण 22 जुलाई को प्रदेश के मध्य और दक्षिण भाग में अधिकांश जगहों पर बारिश की भारी गतिविधि जारी रहने की संभावना है। इसके साथ ही कई जगहों पर भारी से अति भारी बारिश के आसार हैं। आगामी 23 जुलाई को प्रदेश के मध्य और उत्तरी भागों में एक दो जगह पर भारी बारिश होगी। वहीं 24 जुलाई के शाम से प्रदेश में बारिश गतिविधि में कमी आने की संभावना है।
वहीं एक कम दबाव का क्षेत्र आंतरिक ओडिशा और उससे सटे छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित है। छत्तीसगढ़ से होते हुए उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटे के दौरान धीरे-धीरे कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होकर कमजोर होने की संभावना है। मानसून द्रोणिका अब जैसलमेर, कोटा, गुना, मंडला तथा आंतरिक उड़ीसा और उसके साथ ही छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित कम दबाव के क्षेत्र से होते हुए पूर्व बंगाल की खाड़ी तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से आज सोमवार को प्रदेश में मानसून सक्रिय है। अनेक स्थानों पर हल्की मध्यम बारिश और अधिकांश जगहों पर भारी बारिश की संभावना है।
मौसम एक्सपर्ट के अनुसार, रविवार को प्रदेश में मानसून सक्रिय रहा। अनेक स्थान पर हल्की मध्यम बारिश, 12 जगह पर भारी बारिश, सात जगहों पर भारी बारिश और एक जगह पर चरम बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश में सर्वाधिक बारिश बीजापुर में दर्ज किया गया है। आज सोमवार को राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के अधिकांश जगहों पर हल्की मध्यम बारिश और एक दो जगह पर भारी अति भारी बारिश होने की संभावना है। कई जगह पर गलत चमक के साथ बहुत सारे पड़ने की संभावना है।
पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा स्थल के लिए तैयारी शुरू : भिलाई पुलिस अधिकारियों ने किया निरीक्षण
रायपुर | पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा स्थल को लेकर तैयारी शुरू हो गई है, 25 जुलाई 2024 से पंडित प्रदीप मिश्रा की शिवमहापुराण की कथा भिलाई में आयोजित होगी, जिसके लिए पुलिस अधिकारियों ने आयोजन स्थल का निरीक्षण किया, साथ ही पार्किंग से लेकर सभी जरुरी चीजों पर चर्चा भी की।
ASP सिटी भिलाई सुखनंदन राठौर समेत डीएसपी सतीश ठाकुर सहित अन्य अधिकारीयों ने आयोजन स्थल का निरीक्षण किया, बोल बम सेवा एवं कल्याण समिति के अध्यक्ष दया सिंह संग अधिकारियों ने एक-एक चीज का निरीक्षण किया गया। लोगों के बैठने से लेकर पार्किंग स्टैंड का निरीक्षण किया गया। आयोजन में लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे। जयंती स्टेडियम में अब पंडाल आकार लेने लगा है।
जिसमे लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे, इसलिए इस बार आयोजन की तैयारी दोगुनी कर दी गई है।