छत्तीसगढ़
मध्यम वर्ग को संपत्ति रजिस्ट्री में बड़ी राहत, अब गाइड लाइन मूल्य पर ही लगेगा रजिस्ट्री शुल्क
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने संपत्ति खरीदने वाले मध्यम वर्ग के लोगों को बड़ी राहत दी है। अब किसी भी प्रापर्टी की खरीद-बिक्री में गाइड लाइन दर से सौदे की रकम अधिक होने पर भी रजिस्ट्री शुल्क गाइड लाइन दर के अनुसार ही लिया जाएगा। इससे बैंक लोन पर निर्भर मध्यम वर्गीय परिवार को वास्तविक मूल्य के आधार पर ऋण मिल सकेगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में लिए गए इस फैसले से विशेषकर उन नागरिकों को लाभ होगा, जो बैंक ऋण के माध्यम से संपत्ति खरीदते हैं। पूर्व में संपत्ति की खरीद-बिक्री में गाइड लाइन दर और सौदे की राशि में जो भी अधिक होता था, उस पर रजिस्ट्री शुल्क देना आवश्यक था।
उदाहरण के लिए यदि किसी संपत्ति का गाइड-लाइन मूल्य 6 लाख रुपए है और उसका सौदा 10 लाख में हुआ, तो रजिस्ट्री शुल्क 10 लाख पर 4 प्रतिशत के हिसाब से 40 हजार रुपए देना पड़ता था। इस नियम में संशोधन के बाद संपत्ति खरीदने वाले अब सौदे की रकम गाइड-लाइन दर से अधिक होने पर भी वास्तविक मूल्य को अंकित कर सकते हैं और इसके लिए उन्हें कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा।
इस संशोधन के बाद अगर 6 लाख रुपये की गाइड-लाइन मूल्य वाली प्रॉपर्टी का सौदा 10 लाख में होता है, तो भी रजिस्ट्री शुल्क 6 लाख के 4 प्रतिशत के हिसाब से 24 हजार रुपए देय होगा। इस तरह 16 हजार रुपए की बचत होगी। इस संशोधन से मध्यम वर्गीय परिवारों को वास्तविक मूल्य के आधार पर अधिक बैंक ऋण प्राप्त करने में सहूलियत होगी। इसके अलावा इस निर्णय संपत्ति बाजार में पारदर्शिता व स्पष्टता को बढ़ाने में भी सहायक होगा और वास्तविक मूल्य दर्शाने की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलेगा।
पनीर के शौकीन सावधान... दुर्ग में नकली पनीर बनाने वाली फैक्ट्री पर खाद्य विभाग का छापा
रायपुर। दुर्ग जिले के कुम्हारी-अहिवारा रोड पर नकली पनीर बनाने वाली एक फैक्ट्री पर प्रशासन ने छापेमारी करवाई की है। यह फैक्ट्री पिछले चार महीनों से संचालित हो रही थी और त्योहारी सीजन में नकली और घटिया गुणवत्ता वाला पनीर बाजार में बेच रही थी।
खाद्य विभाग के अनुसार, फैक्ट्री में स्किम्ड मिल्क पाउडर, पाम आयल और अन्य अमानक तेल मिलाकर नकली पनीर तैयार किया जा रहा था। मौके पर टीम ने फैक्ट्री में नकली पनीर बनते हुए पाया। अधिकारियों के कहने पर फैक्ट्री संचालकों ने आधे घंटे में नकली पनीर बनाकर दिखाया, जिसे देखकर अधिकारी हैरान रह गए।
पिछले कुछ दिनों से खाद्य विभाग को खराब गुणवत्ता वाले पनीर की शिकायतें मिल रही थीं। त्योहारों के दौरान बाजार में बिक रहे पनीर की जांच के लिए कुछ डेयरियों से सैंपल भी लिए गए थे। इन सैंपलों की जांच के बाद फैक्ट्री का पता चला। एसडीएम और खाद्य विभाग की टीम ने फैक्ट्री पर छापा मारते हुए नकली पनीर बनाने के उपकरण जब्त कर लिए हैं। फैक्ट्री को तुरंत सील कर दिया गया और पनीर के सैंपल लैब में जांच के लिए भेज दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री के कॉल ने निशा के लिये खोली किलिमंजारो फतह की राह
छत्तीसगढ़ में तापमान में गिरावट जारी : बढ़ेगी ठंड
रायपुर | छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। द्रोणिका के प्रभाव के कारण हवा में नमी की मात्रा घट रही है, जिससे तापमान में 1 से 2 डिग्री तक की कमी आई है।
हालांकि रायपुर में दिन का तापमान स्थिर बना हुआ है, लेकिन रात का पारा दो डिग्री गिरकर ठंड का एहसास करा रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि शनिवार के बाद प्रदेश में ठंड का असर और तेज़ी से बढ़ सकता है।
मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि उत्तर-पूर्वी राज्यों में जल्द ही बर्फबारी शुरू होगी। इसका सीधा असर छत्तीसगढ़ के तापमान पर पड़ेगा, जिससे दिन और रात दोनों समय ठंड बढऩे की संभावना है। 15 नवंबर से पश्चिमी विक्षोभ के असर से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और बारिश की संभावना है। इसके बाद पछुआ हवाएं तेज़ी से बहेंगी, जो प्रदेश भर में तापमान को और गिरा देंगी।
बुधवार को छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक तापमान 34.2 डिग्री सुकमा में दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम तापमान 13.0 डिग्री अंबिकापुर में रिकॉर्ड किया गया। रायपुर में न्यूनतम तापमान 19.3 डिग्री रहा, जो सामान्य से 1.5 डिग्री अधिक है। अन्य प्रमुख शहरों में जगदलपुर का न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री, दुर्ग का 17.2 डिग्री, और बिलासपुर का 18.8 डिग्री दर्ज किया गया।
महिला सरपंच को सुप्रीम न्याय; हुई बहाली, छत्तीसगढ़ सरकार पर लगा 1 लाख का जुर्माना
रायपुर। सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एक निर्वाचित महिला सरपंच सोनम लकड़ा को अनुचित कारणों से हटाने के मामले में सख्त नाराजगी जाहिर की है। कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकार इस तरह से सरपंच को बाबू (नौकरशाह) के सामने कटोरा लेकर जाने के लिए मजबूर कर रही है।
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की बेंच ने सोमवार को दिए अपने फैसले में महिला सरपंच सोनम लकड़ा के साथ हुए मानसिक उत्पीड़न के लिए छत्तीसगढ़ सरकार पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है, जो चार सप्ताह के भीतर भुगतान किया जाना है।
जशपुर जिले के एक सुदूरवर्ती गांव की निर्वाचित सरपंच सोनम लकड़ा को सरकारी अधिकारियों की मनमानी का सामना करना पड़ा। राज्य के अधिकारियों ने निर्माण सामग्री की आपूर्ति और कार्य में हुई देरी का बहाना बनाते हुए उनके खिलाफ निष्कासन की कार्यवाही शुरू की थी। कोर्ट ने इस कार्यवाही को बेहद कमजोर और झूठा बहाना करार दिया।
जल्द शुरू होगी बिलासपुर- हैदराबाद उड़ान : केंद्र सरकार से मिली मंजूरी
रायपुर | छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के बिलासा एयरपोर्ट से हैदाराबाद के लिए फ्लाइट की मंजूरी मिल गई है। फ्लाइट संचालन की जिम्मेदारी एलायंस एयर को दी गई है। इसके लिए स्लाट जारी कर दिया गया है। वहीं अब शेड्यूल जारी होने का इंतजार किया जा रहा है। इससे पहले नई दिल्ली, प्रयागजराज, जबलपुर के लिए उड़ान शुरू करने की मंजूरी मिली थी।
दरअसल केंद्र सरकार की योजना के तहत हैदराबाद, बिलासपुर और जगदलपुर के बीच उड़ान प्रस्तावित है। इसी के साथ ही अंबिकापुर से नियमित विमान सेवा शुरू होने की उम्मीद है। पीएम नरेन्द्र मोदी के 20 अक्टूबर को वर्चुअल उद्घाटन किया था। वहीं उद्घाटन के 24 दिन बाद भी उड़ान शुरू नहीं हुआ है। महामाया एयरपोर्ट से विमान संचालन का जिम्मा पलाई बिग कंपनी को मिला है। अब तक शेड्?यूल जारी नहीं किया गया है।
बिलासा एअरपोर्ट में नाईट लैंडिंग का काम शुरू हो गया है। इसके लिए अफसरों ने तकनीकी एक्सपट्र्स को तलब किया था। विवेकानंद एयरपोर्ट में लगे डीवीओआर सिस्टम तकनीक के आधार पर बिलासा एयरपोर्ट में डीवीओआर लगाने के लिए काम शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं डीवीओआर स्टालेशन से पहले सिविल वर्क को पूरा करने में तीन महीने लगने की संभावना जताई जा रही है।
बिलासा एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग सहित विमानों के फेरे और महानगरों के लिए विमान सेवा शुरू करने के लिए छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में दो अलग-अलग जनहित याचिका दायर की गई है। इन दोनों दायर याचिकाओं की हाई कोर्ट में एकसाथ सुनवाई से कामकाज में तेजी आई है।
एयरपोर्ट में रनवे सहित नाइट लैंडिंग के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी को 287 एकड़ जमीन की जरुरत है। यह जमीन सेना से लेना है। बिलासपुर हाई कोर्ट के आदेश के बाद सेना ने कब्जे वाली 1178 एकड़ जमीन में से 287 एकड़ एयरपोर्ट विकास के लिए देने का आश्वासन दिया है। वहीं राज्य शासन ने जमीन के बदले में राशि भी सैन्य मुख्यालय को दे दिया है।
भारी वाहन की चपेट में आने से खदान में ठेकाकर्मी की मौत
रायपुर। कोरबा जिले में स्थित एसईसीएल की कुसमुंडा कोल परियोजना में आज एक बड़ा हादसा हो गया, जहां एक कर्मचारी की घटना स्थल पर ही मौत हो गई. इस घटना के बाद कर्मचारियों में भारी आक्रोश है. कर्मचारी मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और नौकरी देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. हादसे की जानकारी संबंधित कंपनी के अधिकारियों को दी गई. वहीं सूचना मिलते ही कुसमुंडा पुलिस भी मौके पर पहुंची है।
बताया जा रहा है कि कुसमुंडा खदान के नीलकंठ फेस में भारी वाहन की चपेट में आने से एक ठेकाकर्मी की मौत हो गई। मृतक सर्वेश कुमार 42 वर्षीय सुल्तान गंज बिहार रहने वाला था। वह पिछले कुछ सालों से नीलकंठ कंपनी में काम कर रहा था। हादसे के बाद मौके पर तनाव की स्थिती निर्मित हो गई है. सहकर्मी हादसे के बाद आक्रोशित नजर आ रहे हैं।
इस हादसे को लेकर कुसमुंडा थाना प्रभारी रूपक शर्मा ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची है। घटनाक्रम की जानकारी लेते हुए आगे की जांच की जा रही है। वहीं मृतक के परिजनों को इसकी सूचना दी गई है. आगे की कार्यवाही जारी है।
केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू श्री राम कथा के समापन अवसर पर शामिल हुए : भवन निर्माण के लिए 11 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की
रायपुर | केंद्रीय राज्य मंत्री और बिलासपुर सांसद तोखन साहू आज मुंगेली जिले के लोरमी में आयोजित नौ दिवसीय श्री राम कथा के समापन अवसर पर शामिल हुए | इस दौरान उन्होंने कथा वाचक पं. सागर मिश्रा से कथा श्रवण किया कर आशिर्वाद प्राप्त किया | उन्होंने कहा, “प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी लोरमी के मानस मंच में श्री राम कथा का आयोजन हुआ है, जो नगर के लिए बड़े गर्व की बात है | यहां के युवा समाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं, यह सच में प्रेरणादायक है |” इसके साथ ही उन्होंने आयोजकों को धन्यवाद देते हुए मानस मंच समिति को अपने सांसद निधि से भवन निर्माण के लिए 11 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की | उन्होंने कहा कि इस राशि से मंच के भवन को और सुंदर तथा सुविधाजनक बनाया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसे धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों का और बेहतर आयोजन किया जा सके।
लोरमी में अपने प्रवास के दौरान तोखन साहू ने मीडिया से बात करते हुए झारखंड विधानसभा चुनाव के बारे में भी बयान दिया | उन्होंने कहा, “इस बार झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार प्रचंड बहुमत से बनेगी | पिछले पांच वर्षों में झारखंड की जनता ने बहुत तकलीफें सही हैं, और पूर्व सरकार ने जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हुए | इसके कारण आम जनता में आक्रोश है, जो इस बार भाजपा की सरकार को मजबूत बहुमत दिलवाएगा।
केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने 14 नवंबर से छत्तीसगढ़ में शुरू हो रही, धान खरीदी को लेकर भी बयान दिया | उन्होंने कहा, “विष्णुदेव साय की सरकार ने चुनावों के दौरान जो वादे किए थे, उनमें से एक वादा यह था कि मोदी सरकार की गारंटी के तहत किसानों के धान की खरीदारी सुनिश्चित की जाएगी | इस वादे के तहत कल से छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की शुरुआत हो रही है | किसानों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि उनके धान को सही दाम पर खरीदा जाएगा | वे बिना किसी तनाव के सोसाइटी में अपना धान लेकर आएं और आसानी से बिक्री कर सकेंगे।
इस आयोजन के दौरान मानस मंच के पथिकों और आयोजकों ने कार्यक्रम की समाप्ति पर भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना की और प्रसाद वितरण किया | लोरमी नगर के सभी सामाजिक और धार्मिक कार्यकर्ताओं ने इस सफल आयोजन की सराहना की और इसे सामाजिक समरसता का प्रतीक बताया।
पूरी पारदर्शिता के साथ करें धान खरीदी का कार्य : मंत्री दयालदास बघेल
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को प्रोत्साहित करते हुए प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया
प्रभारी मंत्री बघेल ने सूरजपुर में विभागीय कामकाज की समीक्षा की
रायपुर | खाद्य मंत्री एवं सूरजपुर जिले के प्रभारी मंत्री दयालदास बघेल ने संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर शासन के योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में अधिकारियों द्वारा अपने विभागों के द्वारा शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की अद्यतन से मंत्री बघेल को अवगत कराया। इस दौरान मंत्री बघेल ने धान खरीदी में गड़बड़ी को रोकने एवं पूरी पारदर्शिता के साथ धान खरीदी का कार्य करने सख्त निर्देश दिए। इस अवसर पर मंत्री दयालदास बघेल ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को प्रोत्साहित करते हुए प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
मंत्री बघेल ने जिले में धान खरीदी के सम्बन्ध में जानकारी लेते हुए बारदाने की उपलब्धता, खरीदी केंद्रों में धान उपार्जन को लेकर तैयारी एवम किसानों को दी जा रही सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। इसके अलावा राशन दूकानों के माध्यम से चावल आबंटन की स्थिति, किसानों के पंजीयन, धान उपार्जन एवम मिलिंग प्लान, पीएम उज्ज्वला, पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, राशन केंद्रों ने राशन के स्टॉक की उपलब्धता के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने पीएम आवास योजना का के प्रगति की स्थिति की समीक्षा करते हुए योजना में कोई भी गड़बड़ी अथवा फर्जीवाड़ा पाए जाने पर तात्कल कार्यवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत जिले में किए जा रहे स्वच्छता कार्यक्रम, व्यक्तिगत एवं सामुदायिक शौचालय निर्माण , अपशिष्ट प्रबंधन एवं जागरूकता के संबंध में जानकारी प्राप्त की । मनरेगा के कार्यों की समीक्षा करते हुए जनपदवार मानव दिवस कार्यसृजन और मजदूरी भुगतान की जानकारी प्राप्त कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने बैठक में राजस्व विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, कृषि विभाग, खेल विभाग, पीडब्ल्यू विभाग, शिक्षा विभाग सहित अलग-अलग विभागीय योजनाओं की भी समीक्षा की। साथ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजनांतर्गत स्वसहायता समूह सदस्यों द्वारा संचालित आजीविका गतिविधियों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर विधायक प्रेमनगर भूलन सिंह मरावी, कलेक्टर एस जयवर्धन, डीएफओ पंकज कमल, जिला पंचायत सीईओ कमलेश नंदिनी साहू, अपर कलेक्टर नयनतारा सिंह तोमर, सयुक्त कलेक्टर नरेंद्र पैकरा, डिप्टी कलेक्टर शिवानी जायसवाल एवं सर्व जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
ग्राम उत्कर्ष अभियान से बदलेगी छत्तीसगढ़ के आदिवासी गांवों की तस्वीर - साय
मुख्यमंत्री साय ने प्रदेशव्यापी धान खरीदी महापर्व का किया शुभारंभ
बस्तर ओलिंपिक.... अबूझमाड़ ईलाके पारंपरिक खेलों और खिलाड़ियों को मिल रहा प्रोत्साहन
रायपुर। बस्तर संभाग के सभी जिलों में इन दिनों बस्तर ओलिंपिक का आयोजन हो रहा है। अबूझमाड़ जैसे बेहद पिछड़े ईलाके में भी बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक बस्तर ओलंपिक में हिस्सा ले रहे है। बस्तर ओलंपिक के शुभंकर मस्कट वनभैंसा और पहाड़ी मैना सबच्चें, युवा और आम नागरिक को आकर्षित हो रहे है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की विशेष पहल पर बस्तर संभाग में बस्तर ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य राज्य के जनजातीय बहुल क्षेत्रों के खिलाड़ियों की खेल प्रतिभा को निखारना है और उन्हें रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ना है। मुख्यमंत्री ने बस्तर अंचल के लोगों से इन खेल प्रतियोगिताओं में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि राज्य में खेल और खिलाड़ियों को लगातार प्रोत्साहन दिया जा रहा है और बस्तर अंचल में नई खेल अधोसंरचनाएं विकसित की जा रही है।
बस्तर ओलंपिक के आयोजन के तहत प्रथम चरण में 6 नवम्बर से 16 नवम्बर तक विकासखण्ड स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही है। दूसरे चरण में 19 नवम्बर से 26 नवम्बर तक जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। इसके बाद अंतिम चरण में संभाग स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। बस्तर ओलंपिक में युवा खो-खो, कब्बडी, बालीबाल, ऊंची कूद, तवाफेक, फुटबाल, गोलाफेक, तीरदांजी, बैडमिन्टन जैसे खेलों का आयोजन किया जा रहा है।
बस्तर ओलंपिक में ऐसे खेल शामिल किए गए है जिसे ग्रामीणजन हमेशा से गांवों में खेलते आएं है। ग्रामीण परिवेश से जुड़े खेल होने के कारण बिना किसी हिचक के इन खेलों में उत्साह के साथ शामिल हो रहे है। इन आयोजनों में स्कूली बच्चों, ग्रामीण महिलाओं और बुजुर्गो को भी आनंद मिल रहा है। विशेषकर बुजुर्गो को अपने स्कूली जीवन और बचपन की याद ताजा हो रही है।
नारायणपुर के बोरावण्ड गांव के खिलाड़ी जयसिंह, रजनु यादव और उनके साथियों ने बस्तर ओलंपिक में अपने खेल को निखारने के इस अवसर के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया और उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ के सुदूर पहुंचविहीन गांव के प्रतिभावान युवाओं की खेल प्रतिभा को निखारने के लिए यह उनकी सराहनीय पहल है। उन्होंने बताया कि कबड्डी पुरुष वर्ग में उनकी टीम ने विकासखंड स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया, जिसके लिए उन्हें ट्रॉफी, मेडल और टीम को ड्रेस प्रदान किया गया। जिला स्तर पर बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार है।
बस्तर ओलंपिक में शामिल हो रहे खिलाड़ियों ने बताया कि अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा और आधारभूत सुविधाओं में लगातार सुधार हो रहा है। इस क्षेत्र में माओवादी घटनाओं में कमी आई है और लोगों का जीवन स्तर भी बेहतर हो रहा है। अबूझमाड़ के संवेदनशील इलाकों में सड़क, बिजली, पानी, आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूल और उप-स्वास्थ्य केंद्र जैसी बुनियादी सुविधाएं बड़ रही हैं। ईरकभट्टी, मसपुर और गारपा जैसे दूरस्थ गांवों तक अब पक्की सड़कें बन चुकी हैं, जिससे इन गांवों के निवासियों को शहरों और बाजारों से जोड़ने में आसानी हो रही है। नारायणपुर से गारपा और मसपुर तक बस सेवाओं की शुरुआत भी इस क्षेत्र के विकास में एक अहम कदम है, जिससे लोगों को यातायात में सहूलियत मिल रही है।
बस्तर ओलंपिक ने वनांचल के युवाओं को दिया नया मंच : खेलों में बढ़ा उत्साह
रायपुर | जनजातीय बाहुल्य और माओवाद प्रभावित बस्तर संभाग में खेल के माध्यम से विकास और संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा बस्तर ओलंपिक-2024 का आयोजन किया गया है। इस आयोजन को लेकर युवाओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है, जिसमें सुदूर गांवों से आए युवा अपने खेल कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री साय ने इस पहल को जनजातीय संस्कृति और पारंपरिक खेलों के संरक्षण के साथ ही, युवाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण प्रयास बताया है।
नारायणपुर जिले में विकासखंड स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन 09 से 16 नवंबर तक किया जा रहा है, जिसमें नारायणपुर विकासखंड हेतु प्रतियोगिता का आयोजन 09 से 11 नवंबर तक नारायणपुर के परेड ग्राउंड और खेल परिसर में किया गया, जिसमें जिले के खिलाड़ियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ओरछा विकासखंड स्तरीय प्रतियोगिता 14 से 16 नवंबर तक, फिर 19 से 21 नवंबर तक जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जिले भर के खिलाड़ियों को भाग लेने को मौका मिलेगा।
नारायणपुर में हुए आयोजन में बोरावण्ड गांव से आए युवाओं ने बताया कि उन्हें इस कार्यक्रम में भाग लेकर अत्यधिक आनंद मिल रहा है। खिलाड़ियों ने बताया कि यहां उन्हें ठहरने, भोजन, पेयजल और ड्रेस जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। बोरावण्ड के खिलाड़ी जयसिंह, रजनु यादव, अमर सिंह मंडावी, सियालाल नाग और उनके साथी बस्तर ओलंपिक में अपने खेल को निखारने के इस अवसर के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ के सुदूर पहुंचविहीन गांव के प्रतिभावान युवाओं के खेल प्रतिभा को निखारने के लिए यह उनकी सराहनीय पहल है। उन्होंने बताया कि कबड्डी पुरुष वर्ग में उनकी टीम ने विकासखंड स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया, जिसके लिए उन्हें ट्रॉफी, मेडल और टीम को ड्रेस प्रदान किया गया। जिला स्तर के आगामी आयोजन के लिए उनकी टीम अत्यधिक उत्साहित है और श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए तैयार है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षा और आधारभूत सुविधाओं में लगातार सुधार हो रहा है। इस क्षेत्र में माओवादी घटनाओं में कमी आई है और लोगों का जीवन स्तर भी बेहतर हो रहा है। अबूझमाड़ के संवेदनशील इलाकों में सड़क, बिजली, पानी, आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूल और उप-स्वास्थ्य केंद्र जैसी बुनियादी सुविधाएं स्थापित की जा रही हैं। ईरकभट्टी, मसपुर और गारपा जैसे दूरस्थ गांवों तक अब पक्की सड़कें बन चुकी हैं, जिससे इन गांवों के निवासियों को शहरों और बाजारों से जोड़ने में आसानी हो रही है। नारायणपुर से गारपा और मसपुर तक बस सेवाओं की शुरुआत भी इस क्षेत्र के विकास में एक अहम कदम है, जिससे लोगों को यातायात में सहूलियत मिल रही है।
मुख्यमंत्री साय के कुशल नेतृत्व और विकासोन्मुख नीतियों का सकारात्मक असर अबूझमाड़ के जनजीवन पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। सुरक्षा में वृद्धि, सड़क संपर्क, और विभिन्न सुविधाओं की उपलब्धता ने यहां के निवासियों को राजधानी और अन्य शहरी क्षेत्रों से जोड़ने का कार्य किया है। अबूझमाड़ के लोग अब अपने गांवों में रहते हुए भी बेहतर अवसर प्राप्त कर रहे हैं और विकास की मुख्यधारा में सम्मिलित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री साय का मानना है कि ऐसे आयोजन न केवल युवाओं को खेल के माध्यम से एक मंच प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें सामाजिक और मानसिक रूप से भी सशक्त बनाते हैं। उनके नेतृत्व में बस्तर संभाग में खेल प्रतिभा के विकास और युवाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव का यह प्रयास प्रशंसनीय है।
केन्द्रीय मंत्री डॉ. मंडाविया ने युवाओं से देश के विकास और सामाजिक सरोकार से जुड़ने का किया आव्हान
मुख्यमंत्री के आग्रह पर जशपुर में स्पोर्ट्स स्टेडियम निर्माण की घोषणा
केन्द्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री ने माटी के वीर पदयात्रा का किया भव्य शुभारंभ
जनजातीय संस्कृति का गौरव गान ही सनातन संस्कृति का गौरव गान है: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर जशपुर में निकली भव्य पदयात्रा
रायपुर | केन्द्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री ने माटी के वीर पदयात्रा का किया भव्य शुभारंभ केन्द्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की उपस्थिति में आज छत्तीसगढ़ के जशपुर नगर में जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में माटी के वीर पदयात्रा का भव्य आयोजन हुआ। पदयात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री डॉ. मंडाविया ने देश की आजादी और कोरोना काल में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की।
उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के जीवन से हमें प्रेरणा लेना चाहिए, जिन्होंने 25 वर्ष की आयु में मातृ भूमि को आजाद कराने के लिए लड़ाई लड़ी और अपना बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि देश की आजादी की लड़ाई में 6 लाख युवाओं ने अपना बलिदान दिया। उन्होंने युवाओं से विकसित भारत के सपने को पूरा करने का संकल्प लेने तथा सामाजिक सरोकार को बढ़ावा देने के लिए आगे आने का आव्हान किया। डॉ. मंडाविया ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के आग्रह पर जशपुर नगर में सर्वसुविधायुक्त स्पोर्ट्स स्टेडियम का निर्माण कराए जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने माटी के वीर पदयात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ और जशपुर के लिए सौभाग्य की बात है कि भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। उन्होंने इस मौके पर भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवम्बर को देश में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जनजातियों को गौरव करने का एक और बड़ा अवसर प्रदान किया है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जब-जब संस्कृति पर हमला हुआ है, जनजातीय समाज ने इसका तीव्र प्रतिकार किया है। जनजातीय संस्कृति प्रकृति से प्रेम करने की संस्कृति है। यह संस्कृति सौहार्द्र, शांति और सद्भाव की संस्कृति है। कलाओं से प्रेम करने वाली यह संस्कृति हमारी जनजातीय सनातन संस्कृति का उद्गम है। जनजातीय संस्कृति को बचाने की चिंता सनातन संस्कृति को बचाने की चिंता ही है। जनजातीय संस्कृति का गौरवगान सनातन संस्कृति का गौरवगान ही है।
केन्द्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री ने माटी के वीर पदयात्रा का किया भव्य शुभारंभ मुख्यमंत्री ने कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान और पीएम जनमन अभियान जनजातीय समुदायों के कल्याण के लिए संचालित की जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने जनजातीय समुदायों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए एकलव्य विद्यालयों तथा आय में बढ़ोतरी के लिए वन-धन योजना प्रारंभ किया। आयुष्मान भारत योजना में जनजातीय समुदायों के लिए मुफ्त इलाज की सुविधा शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में डबल इंजन की सरकार है। हमने जनजातीय क्षेत्रों के विकास की रणनीति तय की है। हमारी सरकार जनजातीय समाज के प्राचीन गौरव और वैभव को वापस पाने के लिए काम कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। लोकतंत्र की जड़ें दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंच रही हैं। अंदरूनी गांवों में भी नियद नेल्ला नार योजना के तहत सड़क, पेयजल, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार जैसी मूलभूत अधोसंरचनाएं पहुंच रही हैं। हमने विकसित भारत के निर्माण के लिए विकसित छत्तीसगढ़़ निर्माण का संकल्प लिया है। सभी की सहभागिता से इस लक्ष्य को हासिल किया जाएगा। जनजातीय समुदायों की अधिक से अधिक सहभागिता इस कार्य में सुनिश्चित की जाएगी।
माटी के वीर पदयात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम में धरती के आबा भगवान बिरसा मुंडा के जीवन वृत्त पर आधारित वीडियो फिल्म का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में खेलकूद सहित अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले जनजातीय युवाओं तथा माई भारत से जुड़े वॉलेंटियर को सम्मानित किया गया। मुंडा समाज के अध्यक्ष श्री शंकर राम बारला ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। माटी के वीर पदयात्रा कार्यक्रम के शुभारंभ स्थल पुरना नगर मैदान में जनजातीय नायकोें के जीवन गाथा, जनजातीय संस्कृति एवं परंपराओं पर आधारित भव्य प्रदर्शनी लगाई गई।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री अरूण साव, आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम, वित्त मंत्री एवं जशपुर जिले के प्रभारी मंत्री ओ.पी. चौधरी, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंक राम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद राधेश्याम राठिया एवं चिंतामणी महराज, विधायक गोमती साय, रायमुनि भगत, राम कुमार टोप्पो, सुशांत शुक्ला, राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रियम्बदा सिंह जूदेव सहित प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, रणविजय सिंह जूदेव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में युवा और नागरिकगण उपस्थित थे।
नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर ग्रामीण को उतारा मौत के घाट
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिलों में नक्सलियों का कायराना करतूत लगातार जारी है। इसी कड़ी छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर एक ग्रामीण को मौत के घाट उतारा दिया। पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर भैरमगढ़ एरिया कमेटी के नक्सलियों ने वारदात को अंजाम दिया है। यह मामला जांगला थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक बीजापुर के जांगला इलाके में नक्सलियों ने जनअदालत लगाकर माटवाड़ा के ग्रामीण माड़वी दुलारू की हत्या की है। घटना की सूचना मिलते पर थाना जांगला का बल घटना की तस्दीक के लिए रवाना कर दी गई है।
यात्रीगण, कृपया ध्यान दें! छत्तीसगढ की इतनी ट्रेनें रेलवे ने की रद्द
रायपुर । रेलवे ने छत्तीसगढ़ की 9 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के हथबंध-तिल्दा नेवरा सेक्शन में रोड अंडर ब्रिज का काम होगा, जिसके कारण ट्रैफिक कम पावर ब्लाक लिया जाएगा, जिसकी वजह से 16 से 18 नवंबर तक रायपुर-बिलासपुर के बीच 9 गाड़ियों को रद्द किया गया है।
15 नवंबर को गाडी संख्या 08728 रायपुर-बिलासपुर मेमू रद्द रहेगी.
15 नवंबर को गाडी संख्या 08734 बिलासपुर-गेवरा रोड मेमु रद्द रहेगी.
15 नवंबर को गाडी संख्या 08733 गेवरा रोड- बिलासपुर मेमु रद्द रहेगी.
15 एवं 16 नवंबर को गाडी संख्या 08719 बिलासपुर-रायपुर मेमू रद्द रहेगी.
16 नवंबर को गाडी संख्या 08727 बिलासपुर-रायपुर मेमू रद्द रहेगी.
17 नवंबर को गाडी संख्या 08261 बिलासपुर-रायपुर पैसेंजर रद्द रहेगी.
17 नवंबर को गाडी संख्या 08275 रायपुर-जूनागढ़ रोड पैसेंजर रद्द रहेगी.
18 नवंबर को गाडी संख्या 08276 जूनागढ़- रायपुर रोड पैसेंजर रद्द रहेगी.
18 नवंबर को गाडी संख्या 08280 रायपुर-कोरबा पैसेंजर रद्द रहेगी.
प्रदेश में 14 से 15 नवंबर के बीच बारिश संभावित... तापमान में गिरावट से बढ़ेगी ठंड
रायपुर। राजधानी रायपुर में फिलहाल मौसम शुष्क बना हैं। जिससे प्रदेश का पारा सामान्य से 3 डिग्री ज्यादा दर्ज किया जा रहा है। बता दें 14 नवंबर से 15 नवंबर के बीच कुछ जिलों में बारिश की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी रायपुर (Raipur) में मंगलवार को आकाश साफ रहने की संभावना है। वहीं दिन का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 20 डिग्री के आसपास रह सकता है। जिससे लोगों को ठंड का अहसास हो रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि, 17 नवंबर से उत्तरी हवाएं चलने से तापमान में लगभग 2 डिग्री तक की गिरावट आ सकती है, जिससे ठंड बढ़ सकती है। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के कारण जल्द ही तापमान में गिरावट की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में स्थित चक्रवात और उससे जुड़े निम्न दबाव क्षेत्र के कारण प्रदेश के दक्षिणी जिलों में बारिश हो सकती है। द्रोणिका पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) तक फैली है, जो 1.5 किमी की ऊंचाई पर स्थित है। इसका असर आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है।