छत्तीसगढ़
सुकमा में नक्सलियों मुठभेड़, एक नक्सली ढेर, हथियार और सामग्री बरामद
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के चिंतागुफा थानाक्षेत्र के तुमालपाड़ के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें एक नक्सली ढेर हो गया। यह मुठभेड़ डीआरजी, जिला बल और बस्तर फाइटर्स की संयुक्त टीम के साथ हुई।
जानकारी के अनुसार चिंतागुफा क्षेत्र के तुमालपाड़ के घने जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई। पुलिस बल की जवाबी कार्रवाई में एक नक्सली मारा गया और उसके शव को बरामद कर लिया गया है। मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने हथियार और नक्सली सामग्री भी बरामद की है। फिलहाल इलाके की सर्चिंग बढ़ा दी गई है।
शासकीय चिकित्सा महाविद्यालयों के सीनियर रेसीडेंट से लेकर प्राध्यापकों के वेतन में हुई ऐतिहासिक वृद्धि
बस्तर दशहरा पर्व की गरिमा के अनुरूप कार्यक्रमों का हो सफल आयोजनः साय
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने निवास कार्यालय 75 दिन तक मनाये जाने वाले देश के ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व के सफल आयोजन के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक ली। उन्होंने इस दौरान बस्तर दशहरा पर्व की गरिमा के अनुरूप सफलतापूर्वक आयोजन के लिए सर्व संबंधितों को सौंपे गए दायित्व का कुशलतापूर्वक निर्वहन किये जाने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि 75 दिन तक चलने वाला बस्तर दशहरा पर्व हरेली अमावस्या के दिन पाट जात्रा पूजा विधान के साथ 4 अगस्त 2024 से शुरू हो गया है, जो कि 19 अक्टूबर 2024 तक मनाया जाएगा। यह दशहरा पर्व विभिन्न जनजातीय समुदायों की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक भावना का महत्वपूर्ण प्रतीक है।
4 अगस्त को पाट जात्रा पूजा विधान से शुरू हुए ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व 2024 के अंतर्गत 2 अक्टूबर को काछनगादी पूजा विधान, रेलामाता पूजा विधान। 5 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक प्रतिदिन नवरात्रि पूजा विधान, रथ परिक्रमा पूजा विधान। 12 अक्टूबर को मावली परघाव विधान, 15 अक्टूबर को काछन जात्रा पूजा विधान और मुरिया दरबार, 16 अक्टूबर को कुटुम्ब जात्रा पूजा विधान, 19 अक्टूबर को मावली माता जी की डोली की विदाई पूजा विधान आयोजित है।
मुरिया दरबार
गौरतलब है कि मुरिया दरबार में विभिन्न जनजातीय समुदायों के प्रमुख, नेता और प्रशासनिक अधिकारी मिलकर संस्कृति, परंपरा और प्रथाओं को सहेजने और सामुदायिक मांग तथा समस्याओं पर विचार करते हैं। इस वर्ष 15 अक्टूबर 2024 को मुरिया दरबार का आयोजन किया जायेगा।मुरिया दरबार आयोजन के 10 दिन बाद बस्तर संभाग के मांझी, चालकी, मेम्बर, मेम्बरीन, पुजारी, कोटवार, पटेल, मातागुड़ी के मुख्य पुजारियों का सम्मेलन आयोजित किया जाना प्रस्तावित है।
ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा कई अभिनव पहल की जा रही है। द बस्तर मड़ई के अंतर्गत बस्तर की प्राकृतिक सौन्दर्य, एतिहासिक एवं पुरातत्विक स्थलों, एडवेंचर स्थलों, सांस्कृतिक स्थलों से पर्यटकों को अवगत कराने के लिए प्रशासन द्वारा "द बस्तर मड़ई" की अवधारणा तैयार की गयी है।
लक्ष्य निर्धारित कर निरंतर अभ्यास से ही सफलता की राह प्रशस्त होती है : वित्त मंत्री चौधरी
महादेव सट्टाः सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल की तरफ से कपिल सिब्बल ने की पैरवी
रायपुर। छत्तीसगढ़ सहित देशभर में सुर्खियों में चल रहे महादेव बैटिंग एप मामले की बुधवार को बिलासपुर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। रायपुर विशेष अदालत द्वारा जारी गैर जमानती वारंट के खिलाफ एप प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने पैरवी की। मामले में आज सुनवाई अधूरी रह गई, जिसकी वजह से 12 सितंबर को भी महादेव सट्टा मामले की सुनवाई होगी।
जस्टिस रविंद्र अग्रवाल की अदालत में हुई सुनवाई में महादेव सट्टा एप के संचालक और वोंटूलो के नागरिक सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने अपने अधिवक्ता कपिल सिब्बल के जरिए गैर जमानती वारंट को चुनौती देते हुए कहा कि अदालत ने क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर यह वारंट जारी किया है। अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि रायपुर स्थित ईडी की अदालत ईडी को यह निर्देशित नहीं कर सकती कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को गिरफ्तार करें। यह अदालत अपने क्षेत्राधिकार के लिए विधिक अधिकार संपन्न है, लेकिन क्षेत्र से बाहर के लिए ऐसा नहीं कर सकती। प्रत्यर्पण केंद्र सरकार का काम है, लेकिन केंद्र ने वोंटूलो में में निवासरत सौरभ चंद्राकर के प्रत्यर्पण पर कोई कार्यवाही नहीं की है।
बता दें कि महादेव एप की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) पहले से ही कर रही थी, जिसके बाद सीबीआई जांच कर रही है। ईडी ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एप संचालकों से प्रोटेक्शन मनी 508 करोड़ रुपये लेने की बात अदालत में कही थी। पिछले दिनों शुभम सोनी का एक वीडियो भी जारी हुआ था, जिसमें कई बड़े नामों का खुलासा भी किया गया था। पूर्व मुख्यमंत्री के अलावा इसमें बड़ी संख्या में राजनेता, शीर्ष अधिकारी, पुलिसकर्मी, पत्रकार लिप्त बताए गए थे। इस खुलासे के बाद राज्य की राजनीति में उबाल आ गया था। भूपेश बघेल सहित कांग्रेसी नेताओं ने इसे षड़यंत्र बताया था।
छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर ने अपने एक साथी रवि उप्पल के साथ ‘महादेव गेमिंग-बेटिंग’ नामक ऑनलाइन सट्टेबाज़ी एप की शुरुआत की थी, जिसका अब करीबन 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार बताया जाता है। पहले इस काम को दोनों आरोपी छत्तीसगढ़ से अंजाम दे रहे थे, लेकिन जैसे ही पैसा एप के जरिए आने लगा, कारोबार दुबई ले गए। ईडी ने छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में ताबड़तोड़ छापेमारी भी महादेव सट्टा एप में की है। छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में 5 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का आर्थिक अपराध दर्ज किया गया है।
मुख्यमंत्री साय के निर्देशानुसार सरगुजा जिला प्रशासन ने की कार्यवाही : एलुमिना प्लांट हादसा
हादसे से परिवारों को कंपनी देगी 15-15 लाख रुपए
घायल को मिलेगा 3 लाख रूपए
प्रशासन की अनुमति के बिना प्लांट का नहीं हो सकेगा पुनः संचालन
रायपुर | सरगुजा जिले के एलुमिना प्लांट में हुए औद्योगिक हादसे में पीड़ित परिवारों को कंपनी द्वारा 15-15 लाख रूपए की मुआवजा दी जाएगी। इसी प्रकार घायलों को 3-3 लाख रूपए की राशि मिलेगी।
गौेरतलब है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा गत रविवार को एलुमिना प्लांट में हुए औद्योगिक हादसे में पीड़ित परिवारों के साथ गहरी संवेदना जताते हुए जिला प्रशासन को उचित कार्यवाही के निर्देश दिए गए थे। कलेक्टर सरगुजा द्वारा एलुमिना प्लांट हादसे की जांच के लिए जांच दल का गठन कर दिया गया है। कलेक्टर ने आज जांच दल के साथ एलुमिना प्लांट का निरीक्षण किया और कंपनी के अधिकारियों को हादसे में मृत और घायल परिवारों को जल्द से जल्द मुआवजा राशि सौंपने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बताया कि इस औद्योगिक हादसे में प्रत्येक मृतक परिवार को 15-15 लाख रुपए और घायलों को 3-3 लाख रूपए की मुआवजा राशि कंपनी द्वारा दी जाएगी। कंपनी के अधिकारी 12 सितम्बर को प्रशासनिक टीम परिजनों को यह राशि सौंपेगी। उन्होंने बताया कि जांच दल द्वारा एलुमिना प्लांट में सुरक्षा मानकों के पालन हेतु कड़ाई से जांच की जा रही है। बिना प्रशासन की अनुमति के प्लांट का पुनः संचालन शुरू नहीं किया जायेगा।
कट्टे की नोक पर ज्वेलरी शाप में करोड़ों की लूट... तीन युवकों ने दिनदहाड़े दिया वारदात को अंजाम
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के रामानुजगंज में बुधवार को दोपहर करीब 12.30 बजे के दिनदहाड़े बाइक सवार तीन युवकों ने नगरपालिका चौक पर स्थित राजेश ज्वेलरी में लूट की बड़ी घटना को अंजाम दिया। तीन युवकों ने कट्टे की नोक पर दुकान के जेवरात पार कर लिए, जिसकी कीमत करोड़ में बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार दो बाइक से चार युवक राजेश ज्वेलर्स के पास पहुंचे। एक युवक बाहर रुक गया और बाकी तीन बदमाश भीतर घुसे।
दुकान में उस वक्त दो ग्राहकों के साथ दुकान संचालक राजेश सोनी वहां मौजूद थे। लुटेरों ने सभी को अपने कब्जे में ले लिया और धमकाते हुए सभी को चुप रहने का आदेश दिया। और लूट की घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद दुकान संचालक ने आसपास शोर मचाकर लोगों की इसकी जानकारी दी। रामानुजगंज पुलिस ने लूट की सूचना मिलने के बाद लुटेरों की तलाश शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की थी घोषणा : नगर पंचायत पत्थलगांव को नगर पालिका बनाने की प्रक्रिया शुरू
रायपुर | नगर पंचायत पत्थलगांव को नगर पालिका बनाने की अधिसूचना छत्तीसगढ़ राजपत्र में प्रकाशित हुई है | इसी के साथ पत्थलगांव को नगर पालिका बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है | बता दें कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ग्राम किलकिला में आयोजित पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय कुमार दिलीप सिंह जूदेव की पुण्यतिथि के दिन 14 अगस्त को पत्थलगांव को नगर पंचायत से नगर पालिका बनाने की घोषणा की थी।
जारी अधिसूचना के तहत 21 दिनों तक दावा-आपत्ति मांगी गई है | इस अधिसूचना के अनुसार नगर पंचायत पत्थलगांव की सीमाएं ही नगर पालिका की सीमा होगी | अधिसूचना जारी होने की सूचना मिलते ही पत्थलगांव में उत्साह का महौल है, लोगों ने मुख्यमंत्री साय को उनकी घोषणा को अमल में लाने के लिए धन्यवाद दिया है।
प्रेशर हार्न पर चला बुलडोजर... कानफोडू प्रेशर हॉर्न पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में प्रेशर हॉर्न एवं माडिफाइड साइलेंसरों का उपयोग करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। बलौदाबाजार पुलिस ने ऐसे ही 101 वाहनों से प्रेशर हार्न और 4 नग मोडिफाइट साइलेंसर जब्त कर उन पर बुलडोजर चलाया। साथ ही वाहन मालिकों को भविष्य में ऐसे हॉर्न का उपयोग नहीं करने की सलाह दी।
दरअसल, सड़क मार्ग में कई वाहन चालकों द्वारा प्रेशर हार्न एवं मॉडिफाइ साइलेंसरों का उपयोग कर बहुत तेज गति से वाहन चलाया जाता है। कई मौके पर मोडिफाइ साइलेंसर का उपयोग कर पटाखे की आवाज एवं तेज कर्कश ध्वनि भी निकाली जाती है। सड़क दुर्घटनाओं का एक मुख्य कारण प्रेशर हार्न एवं मॉडिफाइ साइलेंसरों का उपयोग करना है। वाहनों में इनके प्रयोग से अत्यंत तेज आवाज निकलती है, जिससे कई अवसरों पर आम राहगीर एवं सड़क मार्ग में चलने वाले वाले अन्य वाहन चालक भी हड़बड़ा जाते हैं, जिससे गिरने एवं वाहन में संतुलन खोने से सड़क दुर्घटना की स्थिति उत्पन्न होती है।
जिला बलौदाबाजार-भाटापारा यातायात पुलिस द्वारा अपने वाहनों में प्रेशर हार्न एवं मॉडिफाई साइलेंसरों का उपयोग करने वाले वाहन चालकों के ऊपर लगातार कार्रवाई किया जा रहा है। साथ ही ऐसे वाहनों के विरुद्ध MV Act की धारा 119(2)/177 एवं 182 क (4) के तहत प्रेशर हार्न एवं मोडिफाइ साइलेंसर निकालकर उन्हें जब्त करने की कार्रवाई भी लगातार जारी है, जिससे वाहन चालक दोबारा इसका उपयोग ना कर सके।
मवेशियों को रौंदने वाले ड्राइवर गिरफ्तार... मवेशियों को खुला छोडऩे वाले मालिकों पर होगी एफआईआर.. ईनाम घोषित
रायपुर। बिलासपुर जिले के धूमा सिलपहरी रोड पर करीब दो महीने पूर्व एक सड़क हादसे में 9 मवेशियों की मौत हो गई थी। हादसे के बाद पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से ट्रक चालक को गिरफ्तार किया। लेकिन अब तक उन मवेशियों के मालिकों की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस मवेशियों को खुला छोड़ने वाले मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है और उनके मालिकों की तलाश की जा रही है। इसके लिए इनाम भी घोषित किया गया है.
घटना स्थल पर लगे कई सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का विश्लेषण किया गया और ट्रक ड्राइवरों से भी पूछताछ की गई। सीसीटीवी फुटेज में से एक ट्रक की पहचान हुई, जिसके आधार पर बिंदेश्वर देशलहरे को गिरफ्तार किया गया और उसके वाहन को भी जब्त कर लिया गया है। पुलिस का मानना है कि मवेशियों को लापरवाही से खुला छोड़ने के कारण यह हादसा हुआ। इसके बावजूद, अब तक मवेशियों के मालिकों की जानकारी सामने नहीं आ पाई है।
पुलिस का यह भी कहना है कि हादसे के बाद किसी भी व्यक्ति ने इन मवेशियों पर अपना दावा नहीं किया है, जिससे यह मामला और जटिल हो गया है। इस घटना ने पशु सुरक्षा और उनके रखरखाव पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने मवेशी मालिकों की पहचान के लिए समाज के लोगों से भी सहयोग की अपील की है ताकि ऐसे हादसों को भविष्य में रोका जा सके।
एसपी रजनेश सिंह ने मवेशियों के मालिकों की जानकारी देने वाले के लिए पांच हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है. उनका कहना है कि यह इनाम उस व्यक्ति को दिया जाएगा जो मवेशियों के असली मालिकों की जानकारी देगा, जिससे कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ाई जा सके। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि पशु मालिकों की जिम्मेदारी सुनिश्चित की जा सके और ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके।
'स्वच्छता ही सेवा' अभियान 2024 की प्रगति पर चर्चा में शामिल हुए राज्य मंत्री तोखन साहू
रायपुर। केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर और तोखन साहू, राज्य मंत्री, आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने निर्माण भवन, नई दिल्ली में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान 2024 की प्रगति पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की। बैठक में कैबिनेट सचिव टीवी सोमनाथन ने वर्चुअली भाग लिया और काटिकिथाला श्रीनिवास, सचिव (MoHUA), विनी महाजन, सचिव (डीडीडब्ल्यूएस), संजय जाजू, सचिव (सूचना और प्रसारण मंत्रालय), और संबंधित संयुक्त सचिव उपस्थित थे।
बैठक के दौरान अभियान की तैयारी और स्वच्छता को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाने के लिए प्रधानमंत्री के लक्ष्य के साथ कार्यों को संरेखित करने की योजनाओं की समीक्षा की गई और चर्चा की गई। बैठक में स्वच्छता के व्यापक पहलुओं, स्वच्छता में जनभागीदारी और गंदगी से मुक्त स्थलों को समाप्त करने के महत्व पर जोर दिया गया।
बतादें कि 15 अगस्त 2014 को लाल किले की प्राचीर से बोलते हुए प्रधानमंत्री ने स्वच्छता को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाने और इसे जनभागीदारी के माध्यम से प्राप्त करने का आह्वान किया। इसके बाद, 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की गई।
उसके बाद, पूरा विश्व देखता रहा जब राष्ट्र एक साथ आया और स्वच्छता के लिए सबसे बड़े जन आंदोलन का सृजन किया। पिछले एक दशक में, स्वच्छ भारत मिशन के हिस्से के रूप में लगातार प्रयासों ने महिलाओं की गरिमा में सुधार, बेहतर स्वास्थ्य परिणाम, लड़कियों की स्कूल उपस्थिति में वृद्धि, छोटे और सूक्ष्म उद्यमियों की संख्या में वृद्धि, और ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाली जीवन शैली को बढ़ावा दिया है।
इसके पूर्व में, स्वच्छ भारत के लिए स्वैच्छिकता और सामूहिक कार्रवाई को मजबूत करने के लिए, 2017 से 'स्वच्छता ही सेवा' (SHS) पखवाड़ा मनाया जा रहा है। 27 अगस्त 2017 को अपने 'मन की बात' कार्यक्रम में, माननीय प्रधानमंत्री ने स्वच्छता के लिए नागरिक भागीदारी और स्वैच्छिकता का आह्वान किया था। तब से, वार्षिक 'स्वच्छता ही सेवा' (SHS) अभियान नागरिकों की व्यापक भागीदारी और स्वच्छता के स्वामित्व को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जाता है।
सचिव भीमसिंह ने मक्का प्रसंस्करण, एथेनॉल प्लांट और शिल्पनगरी का किया निरीक्षण
रायपुर | कोण्डागांव जिले के प्रभारी सचिव भीमसिंह ने कोकोड़ी स्थित मां दंतेश्वरी मक्का प्रसंस्करण और एथेनॉल प्लांट का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने प्लांट की कार्यप्रणाली और उसकी क्षमता की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने प्लांट के विभिन्न विभागों का निरीक्षण कर वहां की तकनीकी प्रक्रियाओं को समझा। साथ ही उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए कि प्लांट के बचे हुए कार्यों को शीघ्र पूरा कर लिया जाए ताकि यह जल्द ही पूरी तरह से कार्यरत हो सके। जिले के प्रभारी सचिव सिंह ने कहा कि यह प्लांट क्षेत्र के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा और यहां के लोगों को रोजगार का बेहतर अवसर मिलेगा।
प्रभारी सचिव सिंह ने कोंडागांव स्थित शिल्पनगरी का भी अवलोकन कर शिल्पियों से उनके शिल्पकलाओं के सम्बंध में चर्चा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शिल्पनगरी क्षेत्र की सांस्कृतिक और पारंपरिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण केंद्र है जहां बेलमेटल और रॉट-आयरन से बनी कला कृतियों का निर्माण और विक्रय किया जाता है। प्रभारी सचिव सिंह ने यहां शिल्पकलाओं के निर्माण प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने शिल्पकारों द्वारा बनाई गई वस्तुओं की गुणवत्ता की सराहना की और उनके विपणन के लिए और अधिक बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित ‘एक पेड़ माँ के नाम’ कार्यक्रम के तहत पौधरोपण भी किया। उन्होंने पौधरोपण कर जिले में हरियाली और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पौधरोपण से न केवल पर्यावरण संरक्षण को बल मिलेगा बल्कि भविष्य की पीढ़ियों को स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण प्रदान किया जा सकेगा। इस अवसर पर कलेक्टर कुणाल दुदावत, वन मंडलाधिकारी केशकाल एन गुरुनाथन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविनाश भोई, अपर कलेक्टर चित्रकांत चार्ली ठाकुर सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से योगेश का हुआ नि:शुल्क किडनी ट्रांसप्लांट
राजनांदगांव के ममता नगर निवासी योगेश साहू
विष्णुदेव साय के मार्दर्शन में राज्य मे स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार हो रहा है इजाफा
रायपुर | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके मार्गदर्शन में राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार इजाफा किया जा रहा है और मरीजों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। ऐसे मरीज जिन्हें गंभीर बीमारी है और जो इलाज करा पाने में समर्थ नहीं है उनके लिए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत 25 लाख रूपए तक की आर्थिक मदद प्रदान की जा रही है। इसी योजना के अंतर्गतत राजनांदगांव के ममता नगर निवासी योगेश साहू का नि:शुल्क किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है। एक वर्ष पूर्व एक निजी चिकित्सालय में जांच से पता चला कि उन्हें किडनी की समस्या है। जिसके बाद वे राजनांदगांव में डायलिसिस करा रहे थे। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना से उन्हें एम्स में बेहतर इलाज मिला और उनका किडनी ट्रांसप्लांट किया गया। इस इलाज के लिए किसी भी पूरी राशि का वहन मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत किया गया । योगेश ने बताया कि वे अभी स्वस्थ हैं और प्रत्येक सप्ताह जांच भी करा रहे हैं। राज्य में मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना चलाने के लिए योगेश ने मुख्यमंत्री का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने तथा दुर्लभ बीमारियों के इलाज में होने वाले व्यय से बचाने के लिए संजीवनी सहायता कोष का विस्तार करते हुये मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना संचालित है। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत चिन्हित दुर्लभ बीमारियों के लिए राज्य के पात्र परिवारों को अधिकतम 25 लाख रूपए तक के इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। छत्तीसगढ़ ऐसा पहला राज्य है, जो इतनी बड़ी राशि राज्य के नागरिकों के इलाज हेतु प्रदान कर रही है जिससे नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं।
जिला हॉस्पिटल में स्थापित डायलिसिस सेंटर मरीजों के लिए वरदान
ग्रामीणों के एक कॉल पर पहुंचे उप मुख्यमंत्री शर्मा बाढ़ग्रस्त इलाके का किया निरीक्षण : साथ ही राहत एवं बचाव कार्य तेजी से करने के निर्देश दिए
रायपुर | छत्तीसगढ़ भारी बारिश ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। बीते कुछ दिनों से लगातार होती रही बारिश के कारण सड़कों पर जल जमाव हो गया है। ग्रामीण इलाकों में तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। वहीं इसी कड़ी में कबीरधाम के ग्राम खोलवा वि. ख. लोहारा, ग्राम सिंघनपुरी में बाढ़ जैसे हालातों का जायजा लेने छत्तीसगढ़ उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा पहुंचे, जहाँ उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण किया और जनता से मुलाकात कर उनका कुशल क्षेम जाना। इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री शर्मा ने राहत एवं बचाव कार्य तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए।
उप मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि सुबह ही कॉल आया कि भैया बारिश बहुत हो गई है, बाढ़ जैसी स्थिति गांव में आ गई है, जिसके बाद तत्काल मैं बाढ़ग्रस्त इलाके में पंहुचा और क्षेत्रों का निरीक्षण किया, साथ ही राहत एवं बचाव कार्य तेजी से करने के निर्देश दे दिए गए है। सभी परिवारों की सुरक्षा विष्णुदेव सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है।
रायपुर, बिलासपुर औऱ दुर्ग बना भारी बारिश का केंद्र.... नदी किनारे गांवों में कराई गई मुनादी
रायपुर। भारी बारिश का क्षेत्र मुख्यतः मध्य छत्तीसगढ़ बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग संभाग के जिले रहने की संभावना है। दुर्ग जिले के मोगरा जलाशय से छोड़ा जा रहा 1 लाख 80 हजार क्यूसेक पानी। फिलहाल महमरा एनीकट से 5 फीट ऊपर पानी बह रहा है। शाम तक हालत बिगाड़ सकते हैं। शिवनाथ नदी तट से लगे 32 गांव में मुनादी करा कर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मूसलाधार बारिश का दौर शुरू हो गया है। रायपुर, दुर्ग सहित कई जिलों में बारिश जारी है। राजधानी के कई इलाकों में पानी भर गया है। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी तीन संभाग दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि एक गहरा अवदाब उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है । इसके उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए अगले 24 घंटे में उत्तर उड़ीसा तथा उत्तर छत्तीसगढ़ में पहुंचने संभावना है।मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर बीकानेर, सीकर, खजुराहो, बिलासपुर, पूरी, गहरा अवदाब के केंद्र और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक स्थित है।
प्रदेश में 10 सितंबर को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात हो सकता है तथा कुछ स्थान पर भारी वर्षा और एक दो स्थानों पर अति भारी वर्षा होने की संभावना है । भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः मध्य छत्तीसगढ़ (बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग संभाग के जिले) रहने की संभावना है।