रायपुर
बड़ी उपलब्धि : पर्यटन के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ को 27 सितम्बर को मिलेगा राष्ट्रीय सम्मान
रायपुर। विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर 27 सितंबर को छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धि हासिल होने जा रही है। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित द बेस्ट टूरिज्म विलेज कम्पटिशन 2024 के तहत बस्तर जिले के ढूढमारस और चित्रकोट गांवों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। बस्तर के ढूढमारस गांव को एडवेंचर टूरिज्म के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन तथा चित्रकोट को सामुदायिक आधारित पर्यटन में उत्कृष्ट कार्य के लिए यह सम्मान मिलेगा। यह सम्मान 27 सितंबर को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित विश्व पर्यटन दिवस समारोह में प्रदान किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि पर्यटन भारत की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के साथ-साथ स्थानीय समुदायों के आर्थिक सशक्तिकरण का भी एक प्रभावी साधन है। उनका दृष्टिकोण है कि पर्यावरण संरक्षण के साथ स्थायी और समावेशी पर्यटन का विकास किया जाए, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिले।
इस दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार ने भी ठोस कदम उठाए हैं। राज्य ने अपनी वन संपदा,जनजातीय परंपराओं, और प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित करते हुए इन क्षेत्रों में पर्यटन का विकास किया है। पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता को पर्यटन के माध्यम से वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ के पर्यटन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाओं की घोषणा की है। धार्मिक पर्यटन के तहत, राज्य में पांच शक्तिपीठोंकृसूरजपुर का कुदरगढ़, चंद्रपुर का चंद्रहासिनी मंदिर, रतनपुर का महामाया मंदिर, डोंगरगढ़ का बम्लेश्वरी मंदिर और दंतेवाड़ा का दंतेश्वरी मंदिर का विकास किया जा रहा है। इसके अलावा, प्रदेश में इको टूरिज्म और मेडिकल टूरिज्म में राज्य सरकार का विशेष फ़ोकस है।
दो दिवसीय संगीत समारोह "राग रजनी" का 26 और 27 सितम्बर को वृंदावन हाल में
रायपुर। संस्कृति विभाग, छत्तीसगढ़ शासन के सहयोग से गुरुकुल द म्यूजिक अकेडमी, रायपुर की ओर से आयोजित दो दिवसीय संगीत समारोह "राग रजनी" का भव्य आयोजन 26 और 27 सितंबर को शाम 6.30 बजे से वृंदावन हाल सिविल लाइन रायपुर में किया जा रहा है। यह संगीत समारोह भारतीय संगीत की समृद्ध धरोहर को समर्पित है, जिसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के ख्यातिप्राप्त कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से संगीत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध करेंगे।
कार्यक्रम में पंडित संतोष नाहर , वायलिन वादन-टॉप ग्रेड आर्टिस्ट एवं निदेशक, आकाशवाणी, नई दिल्ली, अभिराम नंदा, बांसुरी वादन वरिष्ठ शिष्य, पं. हरिप्रसाद चौरसिया, भुवनेश्वर, डॉ. शुभंकर दे, शास्त्रीय गायन प्रोफेसर एवं अंतरराष्ट्रीय गायक, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी और डॉ. सौम्या चक्रवर्ती, प्रसिद्ध गायिका, पटना उपस्थित रहेंगी।
यह संगीत समारोह न केवल शास्त्रीय संगीत प्रेमियों के लिए, बल्कि उन सभी के लिए एक सुनहरा अवसर है जो भारतीय संगीत की गहराई और विविधता का अनुभव करना चाहते हैं। इस आयोजन का उद्देश्य कला और संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ाना और संगीत के माध्यम से एकता और शांति का संदेश देना है।
किसानों को गुणवत्तापूर्ण बिजली देने राजिम में बन रहा 220 के.व्ही. उपकेन्द्र
आज सुबह कई जिलों में बारिश... कल से थम जाएगा मानसून... 7 जिलो में यलो अलर्ट
रायपुर। प्रदेश में मानसून की विदाई का समय आ गया है। 27 सितंबर से प्रदेश में मानसून की गतिविधियां कम हो जाएंगी। मौसम केन्द्र रायपुर ने इस संबंध में जानकारी दी है। यही नहीं मानसून की गतिविधियां कम होने से एक दिन पहले 7 जिलों के लिए यलो अलर्ट भी जारी किया गया है। इस बीच गुरुवार सुबह प्रदेश के कई जिलों में बारिश हुई। बारिश के कुल आंकड़ों की बात करें तो 1 जून से अब तक प्रदेश में 1,176 मिमी बारिश हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार अभी प्रदेश में मानसून सक्रिय है। प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। सर्वाधिक वर्षा स्टेशन बरमकेला (जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़) में 9 सेमी दर्ज की गई। वहीं प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सुकमा में तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री अम्बिकापुर में दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा फिरोजपुर, सिरसा, चूरू, अजमेर, माउंट आबू, दीसा, सुरेंद्रनगर, जूनागढ़ और 21 डिग्री उत्तर/70 डिग्री पूर्व से होकर गुजर रही है। दक्षिण छत्तीसगढ़ और उसके आसपास के इलाकों में स्थित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। एक द्रोणिका, उत्तर कोंकण से दक्षिण छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित उपरोक्त चक्रवाती परिसंचरण से होते हुए दक्षिण बांग्लादेश तक समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैली हुई है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुकी हुई है। इसके कारण शुक्रवार को प्रदेश में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात एवं कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा को दुर्लभ किताबें : इतिहासकार रमेन्द्रनाथ मिश्र ने भेंट की
रायपुर | आदिम जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा को आज आदिवासी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान में इतिहासकार रमेन्द्रनाथ मिश्र ने छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर आधारित दुर्लभ किताबें भेंट की। इतिहासकार मिश्र ने बताया कि ये किताबें छत्तीसगढ़ के साहित्यकारों, शोधार्थियों के लिए काफी उपयोगी होंगी। इन किताबों का संदर्भ के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। प्रमुख सचिव बोरा ने इसके लिए श्री मिश्र का आभार जताया।
इतिहासकार रमेन्द्र नाथ मिश्र द्वारा शहीद वीर नारायण सिंह की जीवनकाल पर मध्यप्रदेश ग्रंथ अकादमी द्वारा प्रकाशित किताबें, गोड़ जनजाति का सामाजिक इतिहास, मध्यकालीन छत्तीसगढ़ के अंग्रेजी हुकुमत काल के प्रतिवेदन, पंडित सुन्दर लाल शर्मा द्वारा जेल यात्रा के दौरान हस्तलिखित श्री कृष्ण जन्म स्थान समाचार पत्र की द्विमासिक सचित्र कापी, साहित्यकार हीरा लाल कापोध्याय द्वारा लिखित छत्तीसगढ़ी बोली पर पहला व्यायकरण की किताबें और 1854-1857 तक अंग्रेजी हुकूमत काल के समय नागपुर प्रांत से अंग्रेजों द्वारा लिखे गए चिट्ठी पर आधारित किताबों सहित अन्य किताबें भेंट की गई है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने 26 सितम्बर को स्वर्णप्राशन
रायपुर | रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने 26 सितम्बर को रायपुर के शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाएगा। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में हर पुष्य नक्षत्र तिथि में शून्य से 16 वर्ष के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाता है। चिकित्सालय के कौमारभृत्य बाल रोग विभाग में सवेरे नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक इसका सेवन कराया जाता है। यह औषधि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, श्वसन संबंधी एवं अन्य रोगों से रक्षा करने के साथ ही एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाने में अत्यंत लाभकारी है। यह बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में भी मदद करता है।
शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में हर पुष्य नक्षत्र तिथि में बच्चों के लिए स्वर्णप्राशन का आयोजन किया जाता है। स्वर्णप्राशन हर महीने की पुष्य नक्षत्र तिथि में शून्य से 16 वर्ष के बच्चों को पिलाई जाने वाली औषधि है। इस साल 26 सितम्बर के साथ ही अन्य पुष्य नक्षत्र तिथियों 24 अक्टूबर, 20 नवम्बर और 18 दिसम्बर को भी स्वर्णप्राशन कराया जाएगा।
साहित्य वह सेतु है जो अतीत और वर्तमान को जोड़कर हमारी सांस्कृतिक पहचान को सहेजने में मदद करता है : सांसद बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर | साहित्य एक शक्तिशाली माध्यम है जो छत्तीसगढ़ के गौरवशाली इतिहास, समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को सजीव रूप में प्रस्तुत करने का कार्य करता है। यह विचार रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने प्रांतीय छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति के रजत जयंती अवसर पर आयोजित “25वें छत्तीसगढ़ी साहित्य सम्मेलन” के दौरान कहीं। उन्होंने यह भी कहा कि, साहित्य वह सेतु है जो अतीत और वर्तमान को जोड़कर हमारी सांस्कृतिक पहचान को सहेजने में मदद करता है।
उन्होंने लोक साहित्य, कविता, कहानियाँ, और नाट्यकला के माध्यम से छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर, आदिवासी जीवन, प्राकृतिक सौंदर्य और संघर्षशीलता को समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुंचने पर जोर दिया।
साथ ही कहा कि, साहित्यकारों को राज्य के सभी 33 जिलों के पर्यटन, संस्कृति, सभ्यता,तीज तिहार, परंपरा की जानकारी को संग्रहित कर जिला स्तर पर पुस्तक का प्रकाशन कराना चाहिए। छत्तीसगढ़ी साहित्यकारों को संपूर्ण छत्तीसगढ़ की कल्पना करनी पड़ेगी और छत्तीसगढ़ी के सहयोगी भाषा को लेकर चलना होगा। आज की नई टेक्नोलॉजी में छत्तीसगढ़ी के लेखकों को सोशल मीडिया जैसे ट्विटर , फेसबुक, व्हाट्सएप इंस्टाग्राम पर भी सक्रिय होकर अपनी बातों को छत्तीसगढ़ी में रखना होगा। देश दुनिया में कैसे पहचान बने इसकी वृंदावन सभागार में आयोजित सम्मेलन में 3 सत्र में कार्यक्रम का आयोजन हुआ । प्रथम सत्र में सरस्वती वंदना के पश्चात “छत्तीसगढ़ी वाचिक परंपरा- बोली से भाषा तक” विषय पर विचार गोष्ठी हुई । यह रजत जयंती समारोह संस्थापक अध्यक्ष स्वर्गीय सुशील यदु की पुण्यतिथि के अवसर पर किया गया जिसके दूसरे सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बृजमोहन अग्रवाल सांसद रायपुर लोकसभा रहे वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. महंत रामसुंदर दास पीठाधीश्वर श्री दूधाधारी मठ, विशेष अतिथि डॉ. अभिलाषा बेहार सचिव राजभाषा आयोग रहीं।
इस अवसर पर सुरता सुशील यदु के रूप में स्मारिका का विमोचन हुआ साथ ही डॉ. राजेश कुमार मानस की दो पुस्तक अंतस के पीरा और जिंदगी के रंग, शकुंतला तरार के सात लर के करधन, डॉ. कमल वर्मा की कमल पुष्पांजलि, डॉ. जय भारती चंद्राकर की सुवा के गोठ, अशोक पटेल की दो पुस्तक व गजपति राम की पुस्तक का विमोचन हुआ।
छत्तीसगढ़ी भाषा साहित्य संस्कृति के लिए जीवन समर्पित करने वाले स्वर्गवासी साहित्यकार की याद में वरिष्ठ साहित्यकार व कलाकार को सम्मान दिया गया जिसमें हरि ठाकुर सम्मान डॉ. के आर सोनी रायपुर, सुशील यदु सम्मान चमेली नेताम बस्तर, डॉ. बलदेव साव सम्मान यशवंत धोटे रायपुर, केयूर भूषण सम्मान डॉ.आशीष नायक धमतरी, लक्ष्मण मस्तुरिया सम्मान सनत तिवारी बिलासपुर, नारायण लाल परमार सम्मान बलदेव राम साहू दुर्ग, मिथलेश साहू सम्मान डॉ. जगदीश कुलदीप चकरभाठा, हेमनाथ यदु स्मृति सम्मान ताम्रध्वज वर्मा खैरागढ़, राकेश सोनी स्मृति सम्मान ओम त्रिपाठी, शिवकुमार यदु शिकुम स्मृति सम्मान डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकार रायपुर, पंडित अमृतलाल दुबे स्मृति सम्मान बुधराम यादव बिलासपुर को दिया गया साहित्य वह कला सम्मान डॉ. सरोज साहू पिथौरा, डॉ. अग्रसेन कन्नौजे बिल्हा, डाॅ. रामनारायण धुर्वे मुंगेली, ईश्वर साहू बंधी, भोजराज धनगर रायपुर को दिया गया | द्वितीय सत्र का संचालन अध्यक्ष कान्हा कौशिक व केशव साहू द्वारा किया गया आभार प्रदर्शन डॉ. राघवेंद्र दुबे द्वारा किया गया।
प्रथम सत्र के मुख्य अतिथि डॉ. विनय कुमार पाठक, कुलपति गोपालगंज बिहार, अध्यक्षता डॉ. जे आर सोनी, संरक्षक व पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ी साहित्य समिति, विशेष अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. परदेसी राम वर्मा व डॉ विनोद वर्मा रहे। वक्ताओं में प्रमुख रूप से डॉ. सुखदेव राम साहू सरस रायपुर, बलदेव राम साहू भिलाई, प्रोफेसर डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने अपने सारगर्भित विचार प्रस्तुत किया। सत्र संचालन डॉ. राजेश कुमार मानस महासचिव ने किया आभार प्रदर्शन शकुंतला तरार उपाध्यक्ष ने किया। तृतीय सत्र में कवि सम्मेलन पहुना का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश से आए कवि शामिल हुए। सत्र का संचालन रामानंद त्रिपाठी और अजय साहू अमृतांशु ने किया।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें किया नमन
रायपुर | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज जशपुर जिले के मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय बगिया में एकात्म मानववाद के प्रवर्तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक ऐसे युगदृष्टा थे, जिनके विचारों व सिद्धांतों ने देश को एक प्रगतिशील विचारधारा देने का काम किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि उनकी विचारधारा राष्ट्र के पुनर्निर्माण और भारत के गौरव को पुनः स्थापित करने के लिए थी। उन्होंने जन समुदाय को सशक्त बनाने की दिशा में आजीवन काम किया। उनका मानना था कि जब तक समाज के अंतिम व्यक्ति का विकास नहीं होता, तब तक समाज का समग्र विकास संभव नहीं है। इस विचारधारा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के चलते उनके जन्मदिन को अंत्योदय दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भारतीय समाज में गरीबों और वंचितों के उत्थान के प्रति समर्पण को दर्शाता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि उनके अंत्योदय सिद्धांत पर चलकर हम समस्त जनमानस का जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वे सदैव हमारे प्रेरणास्त्रोत रहेंगे।
समानता, समावेश और सशक्तिकरण का एक पुल है अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस : मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े
अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस पर हुआ कार्यक्रम का आयोजन
रायपुर | सांकेतिक भाषा बधिरों और सुनने वाले लोगों को जोड़ती है, समझ और सम्मान को बढ़ावा देती है। यह समानता, समावेश और सशक्तिकरण का एक पुल है, यह वक्तव्य मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि यह दिन दुनिया के बधिर और कम सुनने वाले समुदाय के लिए एक आवश्यक मानव अधिकार के रूप में सांकेतिक भाषाओं के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि हमें दिव्यांग और बधिरों को हेय दृष्टि से न देखकर उनके प्रति सम्मान का भाव रखना होगा। कार्यक्रम में मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने विभिन्न दिव्यांगजनों को खेल एवं विभिन्न क्षेत्रों में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए स्मृति चिन्ह और एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
छत्तीसगढ़ बधिर संघ के सहयोग से रायपुर जिला कार्यालय समाज कल्याण के द्वारा न्यू सर्किट हाउस सिविल लाइन में अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में सांकेतिक भाषा के बारे में बताया गया कि सांकेतिक भाषा एक ऐसी भाषा है, जो अर्थ सूचित करने के लिए श्रवणीय ध्वनि पैटर्न में संप्रेषित करने के बजाय, दृश्य रूप में सांकेतिक पैटर्न संचारित करती है। जिसमें वक्ता के विचारों को धाराप्रवाह रूप से व्यक्त करने के लिए, हाथ के आकार, विन्यास और संचालन, बांहों या शरीर तथा चेहरे के हाव-भावों का एक साथ उपयोग किया जाता है।
कार्यक्रम में समाज कल्याण के संयुक्त संचालक नदीम काजी, समाज कल्याण विभाग रायपुर, शासकीय दिव्यांग महाविद्यालय के प्राचार्य शिखा वर्मा, शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ विद्यालय रायपुर के अधीक्षक जी सीता, शासकीय अस्थि बाधितार्थ बाल गृह रायपुर के अधीक्षक लक्ष्मी माला मेश्राम, शासकीय बहु विकलांग गृह रायपुर के अधीक्षक मनीषा पांडे, मानसिक रूप से अविकसित बाल गृह रायपुर के अधीक्षक राजेंद्र कुर्मी एवं छत्तीसगढ़ बधिर संघ के अध्यक्ष रमेश चंद्रा एवं सहयोगी दुष्यंत साहू सहित बधिर दिव्यांग जन उपस्थित थे।
राज्य में टूरिज्म की असीम संभावनाएं : सचिव अन्बलगन
मास टूरिज्म की बजाय वैल्यू टूरिज्म को मिले बढ़ावा
छत्तीसगढ़ पर्यटन नीति 2020 होगी रिवाइज
सचिव अन्बलगन की अध्यक्षता में टूरिज्म प्रमोशन के लिए हुई बैठक
रायपुर | राज्य में एथनिक और इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यहां पर्यटन विभाग के सचिव अन्बलगन पी. की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में बैठक में सूचना नेटवर्क को मजबूत बनाने और इंटरनेशनल टूरिस्ट इवेंट्स में स्टेक होल्डर्स की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाने पर भी चर्चा की गई।
सचिव अन्बलगन पी. ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह खुशी की बात है कि आप सब ने राज्य में टूरिज्म प्रमोशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। एथनिक और इको टूरिज्म से जुड़े लोगों का एक ही मंच पर आना पर्यटन के विकास के लिए शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि 2020 की पर्यटन नीति को रिवाइज और रिव्यू किया जाएगा, ताकि इसे नया स्वरूप दिया जा सके। होम स्टे गाइडलाइंस को एक फ्रेमवर्क के अंतर्गत लाने का प्रयास भी किया जा रहा है। अन्बलगन ने कहा कि टूरिज्म बहुत संवेदनशील इंडस्ट्री है। मास टूरिज्म की बजाय हमें वैल्यू टूरिज्म की ओर ध्यान देना चाहिए, ताकि पर्यटन को एक स्तरीय प्लेटफार्म मिल सके।
टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक विवेक आचार्य ने कहा कि छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड का मुख्य उद्देश्य पर्यटकों और स्टेक होल्डर को पर्यटन सुविधाएं प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि एक इंटरेक्टिव पोर्टल की आवश्यकता है, जिसमें सभी स्टेक होल्डर्स की जानकारी शामिल हो। नए मोबाइल एप्लिकेशन की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। आचार्य ने कहा कि फिल्म पॉलिसी को बढ़ावा देने और पॉलिसी से संबंधित सभी जानकारी देने के लिए एक बुकलेट तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और लोकल इकोनॉमी को प्रमोट करने के लिए स्थानीय पर्यटन का भी महत्वपूर्ण योगदान है।
बैठक में छत्तीसगढ़ ट्रैवल ट्रेड एसोसिएशन के सदस्य जसप्रीत सिंह भाटिया, छत्तीसगढ़ होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष तरनजीत सिंह होरा, बस्तर के मानसिंग बघेल, रजनीश, जीत आर्या एवं सनी उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए बहुमूल्य सुझाव देने के साथ ही, इससे जुड़े व्यवहारिक दिक्कतों की ओर ध्यान आकर्षित किया और कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस क्षेत्र से जुड़े लोगों को शासन की ओर से रियायतें दी जानी चाहिए। बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य के होटल एसोसिएशन के सदस्य, छत्तीसगढ़ ट्रैवल एंड ट्रेड एसोसिएशन के सदस्य, होम स्टे ओनर और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े प्रतिनिधि शामिल हुए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से बाल पर्यावरण मित्र और लिटिल योग गुरु आदित्य राजे ने की सौजन्य मुलाकात
बाल पर्यावरण मित्र और लिटिल योग गुरु आदित्य राजे ने की सौजन्य मुलाकात
मुख्यमंत्री साय ने आदित्य को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी
योग और पर्यावरण के क्षेत्र में सबसे कम उम्र के पीएचडी धारक के रूप में छत्तीसगढ़ के आदित्य राजे का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज
रायपुर | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज यहाँ उनके निवास कार्यालय में बाल पर्यावरण मित्र और लिटिल योगा चैम्पियन आदित्य राजे सिंह ने सौजन्य मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने आदित्य को उनके जन्मदिन के अवसर पर केक काटकर बधाई दी। मुख्यमंत्री ने योग और पर्यावरण के क्षेत्र में सबसे कम उम्र के पीएचडी धारक के रूप में छत्तीसगढ़ के आदित्य राजे का नाम गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज होने पर प्रमाण पत्र भी प्रदान किया और इस उपलब्धि की सराहना की। आदित्य ने इस खास मौके पर मुख्यमंत्री को पौधा भेंटकर उनका आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री को आदित्य ने पर्यावरण, योग, खेल, समाजिक विकास जैसे क्षेत्रों में किये जा रहे रचनात्मक कार्यों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री साय ने आदित्य को इतनी कम उम्र में इन उपलब्धियों पर शुभकामनाएँ देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर आदित्य के पिता अखिलेश सिंह ने मुख्यमंत्री से चर्चा में बताया कि नई दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ़ इण्डिया में पर्यावरण और योग के क्षेत्र में मैरीलैंड स्टेट युनिवर्सिटी, यूएसए द्वारा पीएचडी की मानद उपाधि से भी सम्मानित किया गया है। उन्होंने बताया कि आदित्य महज 5 वर्ष की उम्र से पर्यावरण, योग और जन-जागरूकता के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न पुरस्कारों से भी नवाजा गया है। आदित्य आयुष मंत्रालय द्वारा प्रमाणित योग स्वयं सेवक भी हैं। वे अपने कोडिंग कौशल के माध्यम से पर्यावरण संबंधित एप पर भी काम कर रहे हैं।
मुलाक़ात के दौरान संजय श्रीवास्तव, आदित्य के दादा कमला पति सिंह, माँ नम्रता सिंह,बहन आस्था सिंह, गोल्डन बुक ऑफ़ वल्ड रिकॉर्ड की प्रतिनिधि सोनल शर्मा भी मौजूद रहीं।
पहली बार 400 केवी की चालू लाइन में टॉवर शिफ्टिंग- ताकि लाखों लोगों को मिलती रहे निर्बाध बिजली
एनआईटी रायपुर में स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत सफाई मित्रों के स्वास्थ्य ,कल्याण और वेलफेयर के लिए पांच दिवसीय वर्कशाप का शुभारंभ
रायपुर। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर में स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत सहयोग क्लब के द्वारा सफाई मित्रों के स्वास्थ्य, कल्याण और वेलफेयर के लिए 24 सितंबर से 28 सितंबर तक पांच दिवसीय वर्कशाप का शुभारंभ किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ एन वी रमना राव उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में रजिस्ट्रार डॉ. पी वाई ढेकने, डीन (स्टूडेंट वेलफेयर) डॉ नितिन जैन ,प्रोफेसर मैकेनिकल इंजीनियरिंग ,डॉ एस सान्याल ,नोडल ऑफिसर , स्वच्छता ही सेवा ,डॉ टी पी साहू, अन्य फैकल्टी मेंबर्स , कर्मचारी और सफाई कर्मचारी उपस्थित रहे। इस वर्कशाप के समन्वयक सहयोग क्लब के फैकल्टी इंचार्ज डॉ आशीष कुमार दास, डॉ मधुकृष्ण प्रियदर्शिनी और एनआईटी रायपुर की मेडिकल ऑफिसर डॉ सौम्या अग्रवाल है।
कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्य अतिथियों के स्वागत से हुई , इसके बाद अपने संबोधन में एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ एन वी रमना राव ने कहा कि यह कार्यक्रम भारत सरकार की “स्वच्छता ही सेवा 2024”अभियान का एक हिस्सा है ,इस साल भारत सरकार “प्लास्टिक मुक्त भारत” के लिए प्रमुखता से कार्य कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम सफाईमित्रों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने सफाईमित्रों के समय समय पर स्वास्थ परिक्षण, उचित वेतन,बीमा और पेंशन से उनके कल्याण की बात की। उन्होंने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सफाईमित्रों के स्वास्थ्य और कल्याण शिविर का आयोजन और उन्हे केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूक करना भी है ।
इस कार्यक्रम में गवर्मेंट डेंटल कॉलेज रायपुर और हॉस्पिटल की टीम मौजूद रही। जीडीसी की डॉ पूनम नारंग ने सफाईमित्रो को बताया कि हमें दातों की सफाई कैसे करनी चाहिए और हमे उस टूथपेस्ट का प्रयोग करना चाहिए जिसमे फ्लोराइड हो, उन्होंने ये भी कहा कि ब्रश दिन में दो बार करें और 45 डिग्री के कोण में दांतो की सफाई करें।
इसके बाद फिजियोथैरेपिस्ट एंड फाउंडर्स ,न्यूरो मोशन रिहैबिलिटेशन क्लिनिक , दुर्ग की डॉ दुर्गेश शर्मा और डॉ सुप्रिया गुप्ता के सत्र आयोजित किये गए। डॉ दुर्गेश शर्मा ने सभी सफाईकर्मियों को सफाई के सही तरीकों से अवगत कराया , उन्होंने साफ़ सफाई करते वक़्त अपने शरीर को किस स्थिति में उपयोग करना चाहिए इसके बारे में जानकारी दी , उन्होंने कहा की झाड़ू लगते वक़्त सही झाड़ू का प्रयोग करें और अपने शरीर को सीधा रखे। इसके बाद डॉ सुप्रिया गुप्ता ने ने सफाईमित्रो को होने वाली परेशानियों के बारे में जानकारी ली और उसके उचित समाधान बताए। उन्होंने सभी को व्यायाम और योग करने की सलाह दी। उन्होंने एक छोटा योग और व्यायाम सत्र भी कराया और जिसमे उन्होंने बताया कि सफाईमित्रों को कौन सा व्यायाम करना चाहिए जिससे उन्हें शारीरिक तौर पर कम कठिनाइयों का सामना करना पड़े।
इसके बाद सभी सफाई मित्रों और उपस्थित सदस्यों ने स्वछता की शपथ ली और अपने आसपास के वातावरण को साफ़ रखने की बात कही। इस उदघाटन कार्य्रकम के बाद दांतों की जांच और सिकलिंग जांच शिविर भी आयोजित किये गए , जिसका सफाई मित्रों ने बढ़ चढ़कर लाभ लिया। इस वर्कशाप में आने वाले दिनों में सफाई मित्रों के लिए विभिन्न अन्य स्वास्थ्य शिविर और जागरूकता सत्र आयोजित किये जाएँगे ।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने 'स्वच्छता ही सेवा' पखवाड़ा के थीम सांग को किया लॉन्च
'स्वच्छता परमो धर्म:' हमारी परंपरा का हिस्सा – श्री अरुण साव
रायपुर | उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज रायपुर के सिविल लाइन स्थित अपने निवास कार्यालय में 'स्वच्छता ही सेवा' पखवाड़ा के थीम सांग को लॉन्च किया। इस गाने में 'स्वच्छता परमो धर्म:' को रेखांकित करते हुए लोगों को 'स्वच्छता ही सेवा' पखवाड़ा में जनभागीदारी बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया है।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने थीम सांग को लॉन्च करते हुए कहा कि शहरों को स्वच्छ और सुंदर बनाने राज्य के सभी नगरीय निकायों में 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक 'स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता' की थीम पर स्वच्छता पखवाड़ा का आयोजन किया गया है। हमारे देश की परंपरा में स्वच्छता का हमेशा से ही संस्कार रहा है। 'स्वच्छता परमो धर्म:' के ध्येय को आगे रखकर हम पूरे प्रदेश में अभियान चला रहे हैं। 'स्वच्छता ही सेवा' पखवाड़ा के दौरान सभी नगरीय निकायों में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक और प्रेरित करने तथा साफ-सफाई के कार्यों में जनभागीदारी बढ़ाने अलग-अलग तरह की गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।
भिलाई में योगा, वेट लिफ्टिंग और पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता शुरू... 33 प्रदेश के 1141 प्रतिभागी शामिल
रायपुर। गृहमंत्री विजय शर्मा के मुख्य आतिथ्य में भिलाई में प्रथम अखिल भारतीय वेटलिफ्टिंग क्लस्टर 2024-25 का उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद विजय बघेल ने की। वही दुर्ग शहर विधायक गजेंद्र यादव विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह में सम्मिलित हुए। प्रथम वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल भिलाई के मैदान में आयोजित उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि गृहमंत्री विजय शर्मा ने प्रतियोगिता में शामिल अन्य प्रदेश के खिलाड़ियों का छत्तीसगढ़ की धरती में स्वागत अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार अखिल भारतीय प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। यह आयोजन मिनी इंडिया भिलाई में किया जा रहा है, यहां पर देश के सभी प्रांतो के लोग निवास करते हैं। उन्होंने कहा कि योगा, वेटलिफ्टिंग और पावर लिफ्टिंग एक ऐसी प्रतियोगिता है जिसमें पूरी मनोयोग की आवश्यकता होती है। खिलाड़ी के प्रतिभा के अनुसार खेल में हार-जीत बनी रहती है। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि वे स्वयं के लिए नही अपितु दर्शकों के लिए खेलें। गृहमंत्री ने प्रतिभागी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि पुलिस के जवान खिलाड़ी अपने प्रतिभा के बल पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता में भी स्वर्ण पदक जीतकर देश को गौरवान्वित करें। उन्होंने प्रतियोगिता में शामिल सभी प्रतिभागी खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और प्रथम अखिल भारतीय वेट लिफ्टिंग कलस्टर 2024-25 की विधिवत उद्घाटन की घोषणा की।
कार्यक्रम के अध्यक्ष सांसद विजय बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि पुलिस के जवान अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन बेहतर ढंग से करते आ रहे हैं। इस अखिल भारतीय प्रतियोगिता में भी आप अपने प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन कर अपने प्रदेश का नाम रौशन करेंगे। उन्होंने भिलाई की धरा में सभी प्रतिभागी खिलाड़ियों का स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि दुर्ग शहर विधायक श्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में यह आयोजन पहलीबार किया जा रहा है जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के पुलिस बल के खिलाड़ी यहां शामिल हुए। उन्होंने प्रतिभागी खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर जोर दिया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विवेकानंद सिन्हा ने प्रथम अखिल भारतीय वेटलिफ्टिंग कलस्टर स्पर्धा का प्रतिवेदन वाचन करते हुए कहा कि यह हर्ष एवं गौरव का विषय है कि छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद पहलीबार अखिल भारतीय वेटलिफ्टिंग कलस्टर का आयोजन छत्तीसगढ़ में किया जा रहा है। प्रतियोगिता में योगा, वेट लिफ्टिंग और पावर लिफ्टिंग शामिल है। जिसमें 33 प्रदेश के 1141 प्रतिभागी खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। यह प्रतियोगिता भिलाई नगर के तीन स्पोर्टस् क्लबों में आयोजित की जाएगी।
पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि पुलिस अनुशासन एवं कर्त्तव्य निष्ठता का परिचायक है। उन्होंने छत्तीसगढ़ पुलिस के प्रदेश में पहलीबार आयोजित इस प्रतियोगिता में शामिल सभी प्रतिभागी खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए कहा कि खेल भावना का प्रदर्शन केवल मैदान में ही न हो, यह प्रदर्शन खिलाड़ी के जीवन में भी झलकना चाहिए। पुलिस महानिदेशक जुनेजा ने मुख्य अतिथि से खेल की विधिवत् उद्घाटन करने हेतु अनुरोध किया। इससे पूर्व खिलाड़ी प्रतिभागियों द्वारा आकर्षक मार्चपास्ट किया गया।
राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों का राष्ट्रनिर्माण में अहम योगदान : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
स्वयं सेवकों ने जगाई सेवा की अलख
एनएसएस की राज्य इकाई को कार्यक्रमों के आयोजन के लिए 50 लाख रूपए की घोषणा
मुख्यमंत्री राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य स्तरीय स्थापना दिवस एवं सम्मान समारोह में शामिल हुए
रायपुर | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवक राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। स्वयं सेवको ने ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी सेवा की अलख जगाई है। स्वच्छता अभियान, साक्षरता अभियान सहित शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में रचनात्मक योगदान देकर एक मिसाल प्रस्तुत की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नशामुक्ति के कार्य में स्वयं सेवकों को सक्रिय भूमिका निभाना चाहिए।
मुख्यमंत्री साय इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषक सभागार में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य स्तरीय स्थापना दिवस एवं सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना की राज्य इकाई को विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के लिए 50 लाख रूपए की मंजूरी की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य इकाई के कार्यक्रमों के आयोजन के लिए 13 लाख रूपए की राशि दी जाती थी, जिसे बढ़ाकर 50 लाख रूपए किया जा रहा है।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग के सचिव प्रसन्ना आर., इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त जनक प्रसाद पाठक, राज्य एनएसएस अधिकारी डॉ. नीता बाजपेयी भी उपस्थित थीं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सेवा कार्याें में उत्कृष्ट योगदान देने वाले युवा स्वयंसेवियों, कार्यक्रम अधिकारियों और संस्थाओं को सम्मानित किया तथा एनएसएस की पत्रिका समर्पण का विमोचन किया। उन्होंने उपस्थित लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना की शुरूआत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सौवीं जयंती पर हुई थी। पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. कलाम को याद करते हुए कहा कि वे अक्सर कहते थे कि अपने लिये मत जियो, ऐसे जियो कि आने वाली पीढ़ी को तुम पर गर्व हो। आने वाली पीढ़ी आप पर गर्व तभी करेगी जब आप अपने रचनात्मक योगदान से समाज को कुछ देकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्र निर्माताओं ने जो मशाल हमें सौंपी है, उसे हमें आगे ले जाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में कर्तव्य पथ में आयोजित परेड में हमारे राज्य की राष्ट्रीय सेवा योजना की आठ छात्राओं ने हिस्सा लिया। यह हम सबके लिए गर्व का विषय है। यह परेड नारी शक्ति को समर्पित थी और हमारी छात्राओं ने इसमें हिस्सा लेकर प्रदेश का मान बढ़ाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार युवाओं के लिए बड़े काम कर रही है। नई शिक्षा नीति के माध्यम से युवाओं को रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रदान की जा रही है। युवाओं को स्किल ट्रेनिंग दी जा रही है। नये जमाने के ट्रेड्स से उन्हें परिचित कराया जा रहा है। युवा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स का कौशल सीख सकते हैं। युवाओं को प्रोफेशनल पढ़ाई के लिए मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा योजना के माध्यम से ब्याज मुक्त ऋण की सुविधा दी जा रही है। विभिन्न विभागों में बड़ी संख्या में भर्ती निकल रही है। उद्यम के क्षेत्र में जाने के इच्छुक युवा छत्तीसगढ़ उद्यम क्रांति योजना का लाभ उठा सकते हैं। इसमें 50 प्रतिशत सब्सिडी पर ब्याज मुक्त ऋण दिया जाता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा युवाओं को उद्योग जगत में अवसर प्रदान करने इंटर्नशिप योजना आरंभ की गई है। इसमें देश की शीर्ष 500 कंपनियों में एक करोड़ युवाओं को काम सीखने का मौका मिलेगा और इसके लिए भत्ता भी मिलेगा। आप सभी इसका भी समुचित प्रचार-प्रसार करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद कहते थे कि मुझे 100 ऊर्जावान युवा मिल जाएं तो मैं देश की दशा और दिशा बदल सकता हूँ। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय सेवा योजना से एक लाख छह हजार स्वयंसेवक जुड़े हैं। इस विशाल संख्या और आप लोगों के उत्साह और ऊर्जा को देखकर मैं पूरी तरह आश्वस्त हूँ कि हम विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करेंगे।
उच्च शिक्षा विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. ने कहा कि एनएसएस के माध्यम से प्रदेश में 7 से 8 लाख युवा वालेंटियर तैयार किए गए हैं, वर्तमान में एनएसएस के एक लाख से अधिक वालेंटियर हैं, जो रचनात्मक कार्याें में योगदान दे रहे हैं। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त जनक प्रसाद पाठक ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। राज्य एनएसएस अधिकारी डॉ. नीता बाजपेयी ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम को संचालन एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आर.पी. अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर प्रदेश भर से आए एनएसएस से जुड़े विद्यार्थी, अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
रामेश्वर वैष्णव द्वारा रचित पुस्तक ’मोदी है तो सम्भव है’ पुस्तक का मुख्यमंत्री साय ने किया विमोचन
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शनिवार रात रायपुर स्थित निवास कार्यालय में सुप्रसिद्ध साहित्यकार, गीतकार रामेश्वर दास वैष्णव द्वारा रचित पुस्तक ’मोदी है तो सम्भव है’ का विमोचन किया। विमोचन करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पुस्तक के लेखक रामेश्वर दास वैष्णव को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में प्रत्येक क्षेत्र में ऐतिहासिक काम हुए हैं। साथ ही देश के प्रत्येक वर्ग का सर्वांगीण विकास हुआ है। ऐसे में उन्होंने साहित्यिक रचना हेतु पुस्तक के लेखक को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
इस किताब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपलब्धियों को अलग अंदाज में मुक्तकों के द्वारा प्रस्तुत किया गया है। पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में मुख्यमंत्री के प्रेस ऑफिसर आलोक सिंह, सुप्रसिद्ध रंगकर्मी अनिल शर्मा, लेखक विजय मिश्रा ’अमित’, सतीश शर्मा, पत्रकार योगेश मिश्रा, प्रमोद मिश्रा, हेमंत शर्मा उपस्थित रहे।