रायपुर
छोटे-छोटे प्रयास बड़े बदलाव का बनते हैं आधार – साव
रायपुर। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने रविवार को रायपुर के भनपुरी स्थित पाटीदार समाज भवन में स्थानीय लोगों और युवाओं के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 123वीं कड़ी का प्रसारण सुना। प्रधानमंत्री ने आज की ‘मन की बात’ में देशवासियों से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की सफलता, देश-विदेश में बने कीर्तिमानों, आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की हत्या के काले अध्याय जैसे विषयों पर अपने विचार साझा किए। विधायक मोतीलाल साहू ने भी पाटीदार समाज भवन में ‘मन की बात’ का प्रसारण सुना।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने ‘मन की बात’ सुनने के बाद कहा कि जीवन में छोटे-छोटे प्रयास बड़े बदलाव का आधार बनते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का यह दृष्टिकोण हम सभी को प्रेरित करता है। यदि हम नियमित रूप से छोटे लेकिन सार्थक कदम उठाएं तो समाज और देश में सकारात्मक परिवर्तन संभव है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज के कार्यक्रम में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा भारत को ट्रेकोमा मुक्त देश घोषित करने और देश की 64 प्रतिशत आबादी को सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ मिलने संबंधी अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन की रिपोर्ट का उल्लेख किया है। ये उपलब्धियां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा सामाजिक न्याय और समावेशी विकास के लिए उठाए गए ठोस कदमों का प्रमाण है।
श्री साव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विश्व पर्यावरण दिवस और प्रकृति संरक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए महिला स्वसहायता समूहों द्वारा तैयार हस्तनिर्मित उत्पादों की सराहना की है। प्रधानमंत्री ने स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने फिटनेस और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हो रहे नवाचारों के बारे में भी बताया है। रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष नंदकुमार साहू, रायपुर नगर निगम के पार्षदगण और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में पाटीदार समाज भवन में मन की बात सुनने के लिए मौजूद थे।
"राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण के 75 वर्ष" थीम पर विचार-विमर्श, डाटा आधारित नीति निर्माण पर जोर
रायपुर। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ), भारत सरकार, रायपुर द्वारा 19वें सांख्यिकी दिवस के उपलक्ष्य में एक गरिमामय समारोह का आयोजन पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी सभागार में किया गया। यह दिवस प्रसिद्ध सांख्यिकीविद् प्रो. प्रशांत चंद्र महालनोबिस की जयंती पर मनाया जाता है, जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद देश की सामाजिक-आर्थिक योजना एवं नीति निर्माण में अहम भूमिका निभाई थी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे डॉ. के. सुब्रमण्यम, सदस्य, राज्य नीति आयोग। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. सच्चिदानंद शुक्ल, कुलपति, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय तथा प्रो. व्यास दुबे, पूर्व विभागाध्यक्ष, सांख्यिकी अध्ययनशाला एवं सदस्य, निजी विश्वविद्यालय नियामक आयोग, रायपुर उपस्थित रहे। समारोह की अध्यक्षता अल्ताफ हुसैन हाजी, उपमहानिदेशक, एनएसओ, रायपुर ने की।
इस अवसर पर एन. बुलीवाल, अतिरिक्त संचालक, आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय, छत्तीसगढ़ शासन, प्रो. निनाद बोधंकर, अध्यक्ष, सांख्यिकी अध्ययनशाला, प्रो. धर्मेंद्र कुमार गंगेश्वर और प्रो. प्रदीप चौरसिया भी मंचासीन रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। श्री आरके श्रीवास्तव, वरिष्ठ सांख्यिकीय अधिकारी, एनएसओ रायपुर ने अतिथियों का स्वागत किया।
इस वर्ष सांख्यिकी दिवस की थीम “राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण के 75 वर्ष” रखी गई थी, जिसका उद्देश्य डाटा की महत्ता, नीति निर्माण में आंकड़ों की भूमिका और युवा पीढ़ी में सांख्यिकी के प्रति जागरूकता बढ़ाना रहा। अपने संबोधन में अल्ताफ हुसैन हाजी ने कहा कि आज की प्रशासनिक और नीतिगत दुनिया में डेटा आधारित निर्णय लेना सबसे महत्वपूर्ण कौशल बन गया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण ने अपनी प्रक्रिया में कई सुधार कर देश की प्रगति में योगदान दिया है। आज सर्वेक्षणों की गुणवत्ता बढ़ी है, त्रुटियाँ घटी हैं और परिणामों का प्रकाशन अधिक त्वरित हो रहा है। उन्होंने विकसित भारत 2047 के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए डाटा संचालित विकास पर विशेष बल दिया।
प्रो. सच्चिदानंद शुक्ल ने अपने भाषण में कहा कि भविष्य में किसी देश की शक्ति उसके डाटा बैंक से आंकी जाएगी। उन्होंने विद्यार्थियों को सांख्यिकी के महत्व के प्रति जागरूक करते हुए इसके अध्ययन को करियर विकल्प के रूप में अपनाने का सुझाव दिया। साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर संचालित परियोजनाओं की भी जानकारी दी।
डॉ. के. सुब्रमण्यम ने अपने संबोधन में प्रो. महालनोबिस के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि डाटा देशव्यापी नीतियों के निर्माण में आधारशिला का कार्य करता है। किसी भी क्षेत्र में योजना, विश्लेषण एवं मूल्यांकन के लिए आंकड़ों की विश्वसनीयता और समयबद्धता अत्यंत आवश्यक है। केंद्र व राज्य सरकारें किसी भी योजना की शुरुआत से पहले सांख्यिकीय जानकारी पर आधारित निर्णय लेती हैं।
लाखेनगर चौक में होगी शहीद एएसपी आकाश राव गिरपुंजे की प्रतिमा स्थापित
रायपुर। नक्सल हमले में बीते दिनों शहीद हुए एएसपी आकाश राव गिरपुंजे की प्रतिमा लाखेनगर चौक पर स्थापित की जाएगी। यह प्रतिमा न केवल शहीद के बलिदान की स्मृति को जीवित रखेगी, बल्कि युवाओं को देशसेवा के लिए प्रेरित भी करेगी। उक्ताशय के विचार आज महाराष्ट्रीयन तेली समाज भवन, रायपुर में शहीद एएसपी आकाश राव गिरपुंजे की श्रद्धांजलि सभा में रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहीं।
कार्यक्रम में शहीद के माता-पिता, पत्नी, पुत्र-पुत्री एवं अन्य परिवारजन विशेष रूप से उपस्थित रहे, जिनके प्रति समाज ने गहन संवेदना और सम्मान व्यक्त किया। कार्यक्रम में समाज के सभी वर्गों और विभिन्न क्षेत्रों से नागरिकों ने एकत्र होकर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके राष्ट्र के प्रति बलिदान को नमन किया।
महाराष्ट्र मंडल रायपुर के अध्यक्ष अजय मधुकरा काले ने शहीद की निष्ठा, बहादुरी और देशभक्ति की सराहना करते हुए उनके जीवन को राष्ट्र के लिए प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा कि आकाश राव गिरपुंजे मिलनसार और सरल स्वभाव के थे। उनकी राष्ट्रभक्ति हमारे लिए प्रेरणादायी है।
श्रद्धांजलि सभा में रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल के साथ रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू, जोन 5 अध्यक्ष अम्बर अग्रवाल, वार्ड पार्षद एवं MIC सदस्य सरिता दुबे बतौर अतिथि उपस्थित थे। महाराष्ट्रीयन तेली समाज रायपुर के अध्यक्ष राजकुमार बारबुधे ने शहीद के पिता को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। जो सभी उपस्थित जनों के लिए भावुक और प्रेरणादायक क्षण रहा।
सभा में रायपुर के साथ-साथ समाज की अन्य इकाइयों से भी प्रतिनिधि एवं समाज के पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से विनोद धुर्वे, गौरीशंकर बावनकर, विजय वजारी, वीणा कुंबलकर, रितु गभने, राहुल बावनकर, जितेंद्र निर्वाण, भिलाई-चरोदा अध्यक्ष अशोक पोटभरे सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।
आठ साल से अधूरे स्काईवॉक का निर्माण कार्य फिर शुरू
रायपुर| राजधानी रायपुर में शास्त्री चौक से जयस्तंभ चौक व अंबेडकर अस्पताल चौक के बीच 8 साल से अधूरे स्काईवॉक (फुट ओवरब्रिज) का निर्माण कार्य अब शुरू होने जा रहा है. अंबडेकर अस्पताल के पास अस्थाई कार्यालय बनाने के बाद रविवार को निर्माण एजेंसी के कुछ कर्मचारी व इंजीनियर सीढ़ियों के सहारे स्काईवॉक के ढांचे पर चढ़कर मुआयना करते दिखे. वहीं, भिलाई में भी स्काईवॉक के कुछ स्ट्रक्चर का निर्माण भी शुरू कर दिया गया है. स्काईवॉक के अधूरे कार्य को पूरा करने के लिए रायपुर की एजेंसी पीएसएए कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को ठेका दिया गया है. अनुबंध व कायदिश जारी होने के बाद निर्माण का काम शुरू किया जा रहा है.
लंबे समय से निर्माण कार्य अधूरा होने तथा देखरेख के अभाव में स्काईवॉक का ढांचा जर्जर होने लगा है. आशंका जताई जा रही है कि लोहे के गर्डर सहित कुछ अन्य निर्माण सामग्रियां खराब हो रही हैं. इसे देखते हुए पहले स्काईवॉक के स्ट्रक्चर का परीक्षण किया जा रहा है. मुख्य अभियंता द्वारा गठित समिति द्वारा पिछले स्काईवॉक का स्थल निरीक्षण किया जा चुका है. प्रतिवेदन में स्ट्रक्चर के सभी भागों में निर्माणाधीन स्ट्रक्चर का स्टील/नट बोल्ट इत्यादि की स्थिति संतोषप्रद बताई गई है. वेल्डिंग वाले स्थानों पर खुले वातावरण में रहने के कारण जंग लगना प्रारंभ हो गया है.
स्काईवॉक के स्ट्रक्चर का लगभग 60 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. इस पर अभी तक लगभग 50 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं. अभी 40 प्रतिशत निर्माण कार्य बाकी है. स्काईवॉक पिछले 8 साल से अधूरा पड़ा हुआ है. कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में काम पूरी तरह से उप हो गया था.
लोक निर्माण विभाग के मुताबिक स्काईवॉक के उपयोगी हिस्से का निर्माण सबसे पहले होगा. इनमें प्रमुख रूप से शास्त्री चौक पर रोटरी का निर्माण शामिल हैं. ठेकेदार को अनुबंधित समय-सीमा में स्काईवॉक का निर्माण कार्य पूर्ण करना होगा. ठेकेदार को प्राप्त पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति के सीमा अंतर्गत पूर्व अनुमोदित ड्राइंग डिजाइन के अनुरूप ही स्काईवॉक निर्माण कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. निविदा में शामिल सभी नॉन एसओआर आयटमों का दर विश्लेषण और विभागीय नियमावली के अनुसार सक्षम स्तर से अनुमोदन सुनिश्चित किया जा रहा है. अनुबंधित कार्य का संपादन, पर्यवेक्षण विभागीय मापदंड अनुसार होगा और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. सबसे पहले शास्त्री चौक पर रोटरी निर्माण के साथ ही फिनिशिंग का पूरा कार्य किया जाना है. सीढ़ियां, एस्केलेटर व लिफ्ट तथा स्काईवॉक की छतों पर शीट, बिजली व केबल सहित अन्य कार्य किए जाएंगे.
आधुनिक आयुर्वेदिक प्रसंस्करण इकाई और केन्द्रीय भंडार गृह परिसर का लोकार्पण, 27.87 एकड़ क्षेत्र में 36.47 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित है आधुनिक आयुर्वेदिक प्रसंस्करण इकाई
रायपुर । मुख्यमंत्री साय ने आज दुर्ग जिले के पाटन विधानसभा के अंतर्गत ग्राम जामगांव (एम) में छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित द्वारा निर्मित आधुनिक आयुर्वेदिक औषधि प्रसंस्करण इकाई एवं केन्द्रीय भंडार गृह परिसर तथा स्प्रेयर बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप अंतर्गत निर्मित हर्बल एक्सट्रेक्शन इकाई का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी को हमारी सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ पूरा कर रही है। हमारी सरकार डेढ़ वर्षों से लगातार विकास की दिशा में अग्रसर है। तीन करोड़ जनता से किए गए वचनों को हम प्राथमिकता से पूरा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि तीन नई हर्बल इकाइयों से लगभग दो हजार लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। छत्तीसगढ़ का 44 प्रतिशत भू-भाग वन क्षेत्र से आच्छादित है, जो हमारे लिए सौभाग्य का विषय है। आयुर्वेदिक औषधियों की कच्ची सामग्रियां जंगलों से एकत्र कर संयंत्रों तक पहुंचाई जाएंगी, जिससे वनवासियों को प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि यह प्रसंस्करण इकाई मध्य भारत की सबसे बड़ी इकाई है और आयुर्वेदिक औषधि निर्माण के क्षेत्र में एक मील का पत्थर सिद्ध होगी। इससे न केवल स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि छत्तीसगढ़ की पहचान राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयुर्वेदिक केंद्र के रूप में स्थापित होगी।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए सरकार ने संग्रहण दर 4,500 रुपए से बढ़ाकर 5,500 रुपए प्रति मानक बोरा कर दी है, जिससे लगभग 13 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। साथ ही पूर्ववर्ती सरकार में बंद की गई ‘चरण पादुका योजना’ को पुनः प्रारंभ किया गया है, जिसके अंतर्गत आज पांच हितग्राही महिलाओं को चरण पादुका वितरित की गईं।
मुख्यमंत्री ने लोगों से ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान से जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी माँ के नाम पर कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए और उसका संरक्षण करना चाहिए। इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ ही माँ के प्रति सम्मान भाव भी बना रहेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 44.10 प्रतिशत वनाच्छादित क्षेत्र है, जिससे वनोपज की बहुलता है। यह प्रसंस्करण इकाई मध्य भारत की सबसे बड़ी इकाई है। इसके प्रारंभ से वनोपज का संग्रहण, प्रसंस्करण और विपणन सुगम होगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का वनोपज अब वैश्विक बाजार में अपनी पहचान बनाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में 67 प्रकार की वनोपज का संग्रहण किया जाता है, जिससे 13 लाख 40 हजार वनवासियों को सीधा लाभ मिलेगा। श्री कश्यप ने कहा कि ‘मोदी की गारंटी’ के अनुरूप ‘चरण पादुका योजना’ को पुनः प्रारंभ किया गया है।
महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 स्वामी कैलाशनंद गिरी जी महाराज ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आयुर्वेदिक औषधियों की महत्ता पर प्रकाश डाला।
सीएम साय बच्चों से बोले- पढ़ाई ठीक से करना है न… मोबाइल ज्यादा नहीं देखना
CM विष्णुदेव ने राज्यपाल से की भेंट, मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज़
रायपुर। राज्यपाल रमेन डेका से राजभवन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सौजन्य भेंट की। राज्यपाल डेका को मुख्यमंत्री साय ने शाल भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रदेश हित से जुड़े विषयों पर चर्चा की गई।
राज्यपाल से मुख्यमंत्री की मुलाकात कोई नई बात नहीं है। दोनों के बीच बीच बीच मे भेंट होती रहती है। मगर इस बार लंबे समय बाद मुख्यमंत्री राजभवन पहुंचे। राज्यपाल से मुलाकात के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं चलने लगी है।
मुख्यमंत्री इस हफ्ते केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ रायपुर से वाराणसी, और वाराणसी से दिल्ली गए थे। इसको देखते बीजेपी के भीतर मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़ कर देखा जा रहा। हालांकि, सरकारी प्रेस नोट में मुख्यमंत्री की राज्यपाल से मिलना सौजन्य भेंट बताया गया है।
ये घर है या सांपों का बसेरा! एक ही घर में मिले 35 नाग नागिन, रेस्क्यू करने में भी छूटे पसीने
रायपुर । सावन सोमवार की आहट से पहले राजधानी रायपुर के पास एक गांव में नाग-नागिन का पूरा परिवार मिलने से सनसनी फैल गई। ग्राम देवरी में स्थित इंद्रकुमार साहू के घर में करीब 35 नाग-नागिन और उनके छोटे-छोटे बच्चे पाए गए।
यह गांव रायपुर से महज 12 किलोमीटर दूर आरंग थाना क्षेत्र में स्थित है। बताया जा रहा है कि इंद्रकुमार साहू के घर की टाइल्स के नीचे बने एक गड्ढे से अचानक सांपों का झुंड निकल आया। परिजनों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग को दी।
सूचना पर आरंग पुलिस मौके पर पहुंची और तत्काल सभी सांपों को सुरक्षित रेस्क्यू कर पास के जंगल में छोड़ दिया गया। सांपों की इस अप्रत्याशित मौजूदगी से स्थानीय लोग दहशत में आ गए, लेकिन किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।
स्थानीय लोगों ने इसे सावन मास से जोड़कर आस्था से देखा। कुछ लोगों ने कहा कि यह भगवान शिव की कृपा है, तो कुछ ने इसे प्राकृतिक संकेत माना।
रायपुर एसएसपी ने 15 एसआई और 62 ASI का किया ट्रांसफर
रायपुर। राजधानी रायपुर के पुलिस विभाग में एक बार फिर बड़ा फेरबदल हुआ है। रायपुर एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने 77 पुलिस अधिकारियों के तबादला किया हैं। जिसका आदेश भी जारी कर दिया गया है। इस लिस्ट में 15 सब इंस्पेक्टर (SI) और 62 असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) के नाम शामिल हैं। पिछले कई सालों से एक ही थाने में जमे हुए कई अफसरों का तबादला किया हैं। वहीं आदेश में स्पष्ट किया गया है कि फील्ड में तैनात अधिकारियों के बीच पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए यह कदम जरूरी था।
जारी आदेश के अनुसार जितेंद्र दुबे को थाना सिविल लाइन से सिलयारी चौकी, राजेंद्र कंवर को एसीसीयू से पु.स. केंद्र सिलतरा, बालेश्वर लहरे को सिलतरा से टिकरापारा, जितेंद्र डहरिया को सिलयारी चौकी से राखी, ढालुदास मानिकपुरी को राजेंद्र नगर से मौदहापारा, पीयूष बघेल को रक्षित आरक्षी केंद्र से थाना आरंग, धीरेंद्र बंजारे को टिकरापारा से रक्षित आरक्षी केंद्र, आदोराम साहू महिला थाना से गोलबाजार, चित्ररेखा साहू रक्षित आरक्षी केंद्र से सिविल लाइन, अनिल कुमार साहू थाना गंज से यातायात, लखन लाल साहू विधानसभा से खरोरा, काशीनाथ मंडावी मौदहापारा से गंज, सुशील वर्मा विधानसभा से धरसीवां, दाऊराम देशलहरे गंज से यातायात और पुनीराम साहू को गंज से तिल्दा भेजा गया है।
नक्सल क्षेत्रों में 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना के 10,431 करोड़ सशक्तिकरण की नई मिसाल
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में केंद्रीय राज्य मंत्री महिला एवं बाल विकास सावित्री ठाकुर ने सौजन्य मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने श्रीमती ठाकुर के साथ प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास के संकल्प के तहत विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाने पर ध्यान दे रही है। नक्सल प्रभावित बीजापुर, सुकमा, कांकेर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिलों में नियद नेल्लानार योजना के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 159 आंगनबाड़ी केंद्रों का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। यह पहल उन दुर्गम क्षेत्रों में शासन की योजनाओं को सीधे अंतिम पंक्ति तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी अवगत कराया कि महतारी वंदन योजना अंतर्गत मार्च 2024 से जून 2025 की अवधि में 70 लाख से अधिक महिलाओं को ₹10,431.30 करोड़ की राशि सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की गई है। इससे महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता को मजबूत आधार मिला है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय राज्य मंत्री ठाकुर को शॉल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। मुलाकात के दौरान प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े और राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा उपस्थित थीं।
छत्तीसगढ़ में बन रहा उद्योग-धंधों के लिए अनुकूल माहौल – मुख्यमंत्री साय
सही सोच और मार्गदर्शन से युवा पीढ़ी संभावनाओं को कर सकती है साकारः वित्त मंत्री ओपी चौधरी
रायपुर। दि इंस्टिट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के टैक्स रिसर्च विभाग द्वारा रायपुर चैप्टर के सहयोग से "अप्रत्यक्षकर सम्मेलन 2025" का भव्य आयोजन रायपुर में किया गया। इस सम्मेलन का विषय ‘जीएसटीअपीलीयअधिकरण: संरचना, कार्यप्रणाली और उभरता हुआ न्यायशास्त्र’ था।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ शासन के वित्तमंत्री ओपी चौधरी जी ने समारोह की गरिमा बढ़ाई। अपने संबोधन में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीके “ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी”के विजन को रेखांकित करते हुए कहा कि युवाओं की भागीदारी इस लक्ष्य की आधारशिला है, और कॉस्ट अकाउंटेंट्स का भविष्यवादी दृष्टिकोण देश को आर्थिक दिशा देने में सहायक है। उन्होंने कहा कि भारत अवसरों की “मल्टी बैगर”भूमि है और सही सोच, तैयारी तथा प्रोफेशनल मार्गदर्शन से युवा पीढ़ी अनंत संभावनाओं को साकार कर सकती है।
सीएमए अरिंदम गोस्वामी, चेयरमैन - ICMAI WIRC ने सम्मेलन की अगुवाई की एवं छत्तीसगढ़ राज्य में सहकारी समितियों के ऑडिट हेतु कॉस्ट अकाउंटेंट्स को शामिल करने एवं लागत लेखा अनिवार्यता लागू करने संबंधी प्रस्तुति वित्तमंत्री चौधरी को दी, जिसे उन्होंने सकारात्मक दृष्टिकोण से स्वीकार करते हुए यथासंभव सहयोग काआश्वासन दिया।
सम्मेलन में विशेष अतिथि के रूप में सीएमए श्रीजी. श्रीनिवासन, वरिष्ठ सलाहकार, रेलपरियोजना, एसईसीएल; सीएमए (डॉ.) डी. वी. जोशी एवं सीएमए अमितआपटे, पूर्व अध्यक्ष-ICMAI; सीएमए अश्विनी कुमार दलवाड़ी, तत्कालीन पूर्वअध्यक्ष - ICMAI; सीएमए मिहिर व्यास, उपाध्यक्ष - WIRC; सीएमए नैंटीशाह, माननीय सचिव - WIRC; सीएमए चैतन्य मोहिर, कोषाध्यक्ष - WIRC उपस्थित रहे। रायपुर चैप्टर की प्रबंध समिति के सभी सदस्य भी इस अवसर पर मौजूद रहे। उद्घाटन सत्र कासंचालन सीएमए डॉ. संतोष राय ने किया।
तकनीकी सत्रों में विशेषज्ञ वक्ताओं के रूप में अप्रत्यक्ष कर मामलों के प्रख्यात विशेषज्ञ एवं संस्थान के पूर्व काउंसिल सदस्य सीएमए (डॉ.) संजय आर. भार्गवेत था केंद्रीय जीएसटी विभाग, रायपुर के अधीक्षक एम. राजीव ने जीएसटी अधिकरण की कार्यप्रणाली, संरचना और व्याख्यात्मक पहलुओं पर गहन जानकारी साझा की।
इस सम्मेलन में 100 से अधिक प्रैक्टिसिंग सीएमए, उद्योग क्षेत्र के प्रोफेशनल्स, छात्र एवं CMA बनने की तैयारी कर रहे युवा उपस्थित रहे। सम्मेलन का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस सफल आयोजन के लिए सीएमए अरिंदम गोस्वामी के नेतृत्व, दृष्टिकोण और तत्परता के लिए सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों ने सराहना की।
तात्यापारा स्थित संत श्री गजानन मंदिर में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन 29 जून को
रायपुर। राजधानी के तात्यापारा स्थित संतश्री गजानन महाराज मंदिर परिसर में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र, समर्पण हॉस्पिटल, मेडिकेयर नी जॉइंट हॉस्पिटल एवं गजानन महाराज मंदिर के संयुक्त तत्वावधान में रविवार, 29 जून को सुबह 10 बजे से विशाल निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है।
मंदिर प्रबंधन समिति ने बताया कि इस शिविर में डॉ. गंभीर सिंह (शल्य चिकित्सक), डॉ. मंजू सिंह (स्तन कैंसर विशेषज्ञ), डॉ. सुमी अग्रवाल (स्त्री रोग विशेषज्ञ), डॉ. संजय नाहर (हड्डी रोग विशेषज्ञ) तथा डॉ. नवीन गुप्ता (हड्डी रोग विशेषज्ञ), डॉ. संतोष कुमार. एमएस (हड्डी रोग विशेषज्ञ), डॉ. सी. रेड्डी. एमएस (हड्डी रोग विशेषज्ञ), डॉ प्रभात पांडे (हड्डी रोग विशेषज्ञ), शैलेश खंडेलवाल (जनरल फिजिशियन) तथा डॉ. प्रतीक शर्मा. (जनरल फिजिशियन) पंजीकृत मरीजों को परामर्श देने उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक परामर्श व फिजियोथैरेपिस्ट भी मौजूद रहेंगे।
समिति ने आगे बताया कि शिविर में ब्लड शुगर टेस्ट, ब्लड प्रेशर, ग्लाइकोसीलेटेड हीमोग्लोबिन (HbA1c), घुटने का एक्सरे जैसी सुविधाएं निशुल्क प्रदान की जाएगी। मंदिर प्रबंधन ने सभी भक्तगणों से इसमें पंजीयन कर अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की है।
सोमवार को साय कैबिनेट की बैठक... नये CS के नाम होगी घोषणा
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कैबिनेट की अगली बैठक 30 जून को मंत्रालय में दोपहर 12 बजे होगी। इसी दिन मौजूदा मुख्य सचिव अमिताभ जैन का आखिरी कार्यदिवस भी हैं। ऐसे में उन्हें विदाई भी दी जायेगी। वहीं सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में नए मुख्य सचिव से औपचारिक रूप से कैबिनेट को परिचित कराया जाएगा।
89 बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमिताभ जैन 30 जून को रिटायर हो रहे हैं। वे राज्य में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले मुख्य सचिवों में गिने जाते हैं, जिन्होंने चार वर्षों से अधिक समय तक इस पद पर कार्य किया। उनके स्थान पर किसे नियुक्त किया जाएगा, इसे लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हैं। संभावित नामों में रेणु पिल्ले (91 बैच), सुब्रत साहू (91 बैच), मनोज पिंगुवा (94 बैच), रिचा शर्मा (94 बैच) और केंद्र सरकार में सचिव पद पर कार्यरत अमित अग्रवाल (93 बैच) के नाम प्रमुखता से सामने आ रहे हैं।
बैठक में वर्तमान मानसून की स्थिति को लेकर विस्तृत चर्चा की संभावना है। विशेष रूप से किसानों को खाद-बीज की उपलब्धता, डीएपी की कमी, कृषि कार्यों की तैयारी और राहत के उपाय जैसे अहम मुद्दों पर निर्णय लिया जा सकता है। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि खेती-किसानी के लिहाज से आने वाला सीजन बाधारहित रहे। इसके अलावा विधानसभा के आगामी मानसून सत्र को लेकर भी यह कैबिनेट बैठक रणनीतिक रूप से अहम मानी जा रही है। किन विषयों को सत्र में शामिल किया जाएगा, किन प्रस्तावों को पेश किया जाएगा, इस पर भी मंत्रणा हो सकती है।
भिलाई स्टील प्लांट में गैस पाइपलाइन में आग, एक मजदूर घायल
रायपर। भिलाई स्टील प्लांट में शुक्रवार दोपहर एक बड़ा हादसा टल गया। आरएमपी-3 के लाइम किलन-2 यूनिट में वेल्डिंग के दौरान गैस पाइपलाइन में अचानक आग लग गई, लेकिन फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई से बड़ा हादसा टल गया। इस घटना में एक मजदूर के सिर के बाल जल गए, जिसका इलाज बीएसपी के सेक्टर-9 अस्पताल में चल रहा है।
बता दें कि दोपहर के समय यूनिट में वेल्डिंग का काम चल रहा था, तभी चिंगारी गैस पाइपलाइन के पास पहुंच गई, जिससे आग भड़क उठी। घटनास्थल पर ऊपरी हिस्से में तीन मजदूर और नीचे 12-15 कर्मचारी काम कर रहे थे। आग की लपटों से दहशत फैल गई, लेकिन ऊपरी मजदूरों के पास सेफ्टी बेल्ट होने के बावजूद तत्काल उतरने में दिक्कत हुई। नीचे मौजूद कर्मचारियों ने क्रेन की मदद से उन्हें सुरक्षित नीचे उतारा। फायर ब्रिगेड की तेजी से हस्तक्षेप ने स्थिति को नियंत्रित किया और बड़े नुकसान से बचाया।
घटना की सूचना मिलते ही बीएसपी प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि वेल्डिंग के दौरान हुई लापरवाही आग की वजह बन सकती है। प्रबंधन ने जांच के आदेश दिए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
नशे के खिलाफ रायपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई : 200 से ज्यादा ठेलों-गुमटियों में छापा, हजारों गोगो पेपर, चिलम और प्रतिबंधित सामग्री जब्त
रायपुर । रायपुर में नशे के बढ़ते प्रचलन पर लगाम कसने के लिए पुलिस ने गुरुवार को एक व्यापक और संगठित अभियान चलाया। एडिशनल एसपी (क्राइम) संदीप मित्तल की अगुवाई में क्राइम ब्रांच और शहर के पुलिस बल ने एक साथ कई इलाकों में छापेमारी कर बड़ी मात्रा में गोगो पेपर, ई-सिगरेट, हुक्का फ्लेवर, चिलम और अन्य प्रतिबंधित नशीली सामग्री जब्त की। इस कार्रवाई के दौरान 200 से अधिक दुकानों और ठेलों पर दबिश दी गई और 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। नशीले सामानों को मौके पर ही नष्ट भी किया गया।
पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश पर चलाए गए इस अभियान में राजेंद्र नगर, तेलीबांधा, टिकरापारा, गुढ़ियारी, आजाद चौक, सरस्वती नगर, पंडरी, खमतराई सहित शहर के प्रमुख इलाकों में 200 से अधिक ठेलों, गुमटियों और दुकानों पर एक साथ छापेमारी की गई। अभियान में 20 से अधिक पुलिस टीमें शामिल थीं, जिन्होंने पूरे शहर में ताबड़तोड़ कार्रवाई की।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने नशे में इस्तेमाल किये जाने वाले हजारों प्रतिबंधित सामग्रियां जब्त की गई। इनमें 2600 नग गोगो पेपर, 400 नग रोल पेपर, 550 नग चिलम, 10 पैकेट प्रतिबंधित हुक्का फ्लेवर, 25 नग हुक्का उपकरण, 04 पैकेट प्रतिबंधित सिगरेट, 04 नग सिगार और 200 पाउच प्रतिबंधित गुटखा शामिल है। इसके साथ ही जब्त किये गए सामग्रियों को नष्ट भी किया।
अभियान के तहत शंकर नगर स्थित K.K. ट्रेडर्स नामक गोगो पेपर डीलर के गोदाम पर भी छापेमारी की गई, जहां से 6000 नग गोगो पेपर जब्त किए गए। गोदाम संचालक और अन्य जिम्मेदार व्यक्तियों के विरुद्ध भी वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। इस पूरे विशेष अभियान का संचालन एएसपी क्राइम संदीप मित्तल, डीएसपी क्राइम संजय सिंह, और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट प्रभारी निरीक्षक परेश पांडेय ने किया।
रायपुर पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि वे नशे का अवैध कारोबार या प्रतिबंधित सामग्री की बिक्री होते देखें, तो तुरंत मोबाइल नंबर 94792-16156, 94792-11933 या 1933 पर सूचना दें। सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। रायपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह विशेष अभियान आगामी दिनों में और सघन रूप से चलाया जाएगा, ताकि शहर को चल रहे नशे के कारोबार को बंद किया जा सके।
कार्यशालाः NEP के बारे में कार्यालय स्टाफ का भी जानना जरूरी.. बच्चे पहले इनसे ही करते हैं संपर्कः आयुक्त
रायपुर। NEP (राष्ट्रीय शिक्षा नीति) को लेकर पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के मालवीय मिशन शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान, एकेडमिक विभाग एवं उच्च शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन के संयुक्त तत्वावधान में विश्वविद्यालय से संबद्ध समस्त महाविद्यालयों के प्राचार्य व नोडल अधिकारी के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा विभाग आयुक्त डॉ संतोष कुमार देवांगन ने सभी का अभिवादन करते हुए NEP के क्रियान्वयन के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि महाविद्यालय में शिक्षकों के साथ कार्यालय स्टाफ को भी शिक्षा व्यवस्था में बदलाव तथा एनईपी के संबंध में जानकारी होना आवश्यक है। क्योंकि छात्र सर्वप्रथम इन्हीं कर्मचारियों के संपर्क में आते है और जानकारियां लेते है।
उन्होंने देश-प्रदेश के शिक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण आंकड़ों का तुलनात्मक विवरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्रदेश की प्रगति में आप सब की भागीदारी अनिवार्य है। कुछ सुदूरवर्ती महाविद्यालय के प्राचायों का उदाहरण भी प्रस्तुत किया जो इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं मंच से उनका आभार भी व्यक्त किया गया। उन्होंने सभी से महाविद्यालय की समस्याओं से अवगत कराने कहा वहीं आश्वासन भी दिया कि आपकी समस्याओं का समाधान उच्च शिक्षा विभाग के द्वारा किया जाएगा। शिक्षा एवं स्वास्थ्य के साथ छत्तीसगढ़ अंचल के कुछ विशेष जनजाति जिसमें कमार, मुरिया, अबूझमाड़ की संस्कृति पर भी शोध हेतु प्रोत्साहन दिया एवं आवश्यक अनुदान प्रदान करने की बात कही। उन्होंने कोरबा क्षेत्र में हाथियों से होने वाले नुकसान, सिकल सेल समस्या के समाधान, राजनांदगांव में आर्सेनिक समस्या हेतु शोध कार्य पर बल दिया। इसके साथ उन्होंने छत्तीसगढ़ अंचल में विशिष्ट कार्य करने वाले महाविद्यालयों को उच्च शिक्षा विभाग से क्रमशः 10 लाख, 6 लाख एवं 4 लाख की प्रोत्साहन राशि प्रदान करने की बात कही।
विश्वविद्यालय के कुलपति सच्चिदानंद शुक्ला ने कहा कि देश के सतत विकास के लिए एनईपी में इनोवेशन, रिसर्च, स्किल, और नॉलेज इन चार बातों पर विशेष बल दिया गया है। इसके लिए बाउंड्री फ्री एजुकेशन और बाउंड्री फ्री रिसर्च की बात इसमें कही गई है। उन्होंने कहा इस मंजिल तक पहुंचने के लिए हमें धैर्य के साथ धीरे-धीरे स्टेप आगे बढ़ाना होगा और कुछ वर्षों के पश्चात हमें इसका सकारात्मक परिणाम प्राप्त होगा। इस क्रम में उन्होंने विश्वविद्यालय में लागू की गई नवीन योजनाएं एवं अनुदान जो शोध एवं नवाचार हेतु लागु की गई उसकी जानकारी दी।
मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर प्रीति के सुरेश ने कहा कि नई शिक्षा नीति एक दूरदर्शी रोड मैप है, इस मूर्त वास्तविकता में शिक्षक की भागीदारी है व शिक्षा के मूल ढांचे का विस्तार है। उन्होंने कहा कौशल विकास और सतत मूल्यांकन पर चर्चा हेतु यह कार्यशाला आयोजित है जिसमें यह महती भूमिका निभाएगा। वहीं विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अम्बर व्यास ने कहा कि आज शिक्षा व्यवस्था में अमूलचूल परिवर्तन समय की मांग है ताकि विभिन्न तरह के कौशल एवं गुणवत्ता में सुधार किया जा सके। इसके साथ-साथ इसकी चुनौतियों समस्याओं की समीक्षा आवश्यक है जिसमें यह कार्यशाला एक महत्वपूर्ण योगदान देगा।