रायपुर। किसी अभियान की शुरूआत कर उसे सफल बनाने में शिद्दत से जुटे रहना अगर आपको सिखना है तो आपके इसके लिए महाराष्ट्र मंडल आना होगा। सामाजिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक संस्था महाराष्ट्र मंडल की आध्यात्मिक समिति की ओर से प्रति शनिवार को होने वाले राम रक्षा स्तोत्र और हनुमान चालीसा पाठ का सिलसिला इस शनिवार भी पूरे उत्साह के साथ जारी रहा। मंडल के अवंती विहार, बूढ़ापारा, चौबे कालोनी और देवेंद्र नगर केंद्र की महिलाओं ने स्थानीय मंदिरों और सदस्यों के घर पर रामरक्षा स्तोत्र और हनुमान चालीसा का पाठ किया।
मंडल के आध्यात्मिक समिति की समन्वयक आस्था काले ने बताया कि अवंती विहार केंद्र द्वारा किए गए पाठ के दौरान अनुपमा नलगुंडवार, अनीता नलगुंडवार, प्रणिता, अंजलि, सुचित्रा देशपांडे, रीना दानी, सौभाग्यश्री मेने, अंजलि शितुत, सुखदा लाखे और मनुजा काले प्रमुख रुप से उपस्थित थीं। वहीं बूढ़ापारा केंद्र की महिलाओं ने बूढ़ापारा स्थित हनुमान मंदिर में अपने पाठ के क्रम को पूरे उत्साह के साथ जारी रखा। इस दौरान हेमा पराड़कर, ज्योति पवार, रीता लोखंडे के साथ श्रीमती घाटे और शिंदे उपस्थित रहीं।
आस्था ने आगे बताया कि श्रावण माह से सभी त्योहार शुरू हो जाते हैं, प्रकृति हरी शॉल ओढ़े होती है और इस प्राकृतिक वातावरण में भगवान का नाम जपने से मन और भी प्रसन्न हो जाता है। चौबे कालोनी केंद्र की महिलाओं ने पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय परिसर में स्थित मां बंजारी मंदिर पहुंच माता के दर्शन किए और रामरक्षा स्तोत्र के साथ हनुमान चालीसा का पाठ किया। केंद्र की महिलाओं ने इस दौरान देवी की स्तुति का भी गायन किया। इस दौरान मनीषा वरवंडकर, अपर्णा कालेळे, सुषमा आप्टे, चारुदेव शीला, गौरी क्षीरसागर, रोहिणी नेने, अर्चना मुकादम, शिल्पा वरवंडकर, सुनीता कुलकर्णी, अलका मराठा,अवंती अग्निहोत्री और श्रुति बर्वे प्रमुख रुप से उपस्थित थीं।
देवेंद्र नगर केंद्र की महिलाओं ने शनिवार को मासिक बैठक का आयोजन किया। बैठक में उपस्थित सभी जनों ने पहले रामरक्षा स्तोत्र और हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस दौरान महिला प्रमुख विशाखा तोपखानेवाले, मंडल उपाध्यक्ष गीता दलाल, नमिता शेष, आस्था काले कुमुद लाड, पद्मजा लाड, दीपाली अमीन, साक्षी टोले, नम्रता गंगने, लोनकर उपस्थित रही। सभी ने सर्वप्रथम हनुमान चालीसा व रामरक्षा स्तोत्र का पाठ किया उसके उपरान्त सामाजिक कार्य पर चर्चा की। बैठक में बच्चों को नशा मुक्ति के लिए जागृत करने पर सहमति बनी।