रायपुर। राजधानी रायपुर के शंकर नगर स्थित बीटीआई ग्राउंड में 16 अगस्त यानी आज से 10 दिवसीय दिव्य कला मेरा शुरू होने जा रहा है। 10 दिवसीय इस मेले में महाराष्ट्र मंडल द्वारा संचालित दिव्यांग बालिका विकास गृह सहायतार्थ विक्रय हेतु बनाए गए चिवड़ा, चलकी, शक्करपारे सहित त्योहारी सीजन को लेकर तैयार किए गए सूखे नास्ते मिलेंगे।
दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार नेशनल दिव्यांगजन फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनडीएफडीसी) के माध्यम से 16 अगस्त से 22 अगस्त तक दिव्यांग सशक्तिकरण के लिए दिव्य कला मेला, दिव्य कला शक्ति, जॉब फेयर, लोन मेला, सहायक उपकरणों के वितरण के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। देश भर के दिव्यांग उद्यमियों, कारीगरों के उत्पादों और शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने वाला एक अनूठा कार्यक्रम होगा। यह कार्यक्रम आगंतुकों के लिए एक रोमांचक अनुभव प्रस्तुत करेगा, क्योंकि जम्मू और कश्मीर, पूर्वोत्तर राज्यों, हस्तशिल्प, हथकरघा, कढ़ाई का काम और पैकेज्ड फूड आदि सहित देश के विभिन्न हिस्सों के जीवंत उत्पाद एक साथ देखे जाएंगे।
यह दिव्यांगजन के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक अनूठी पहल है। दिव्य कला मेला दिव्यांगजन (PwD) के उत्पादों और कौशल के विपणन और प्रदर्शन के लिए एक बड़ा मंच प्रस्तुत करता है। दिव्य कला मेला, रायपुर, छत्तीसगढ़ वर्ष, 2022 से शुरू होने वाली श्रृंखला का 17वां मेला है। लगभग 20 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 100 दिव्यांग कारीगर/कलाकार और उद्यमी अपने उत्पादों और कौशल का प्रदर्शन करेंगे। निम्न लिखित व्यापक श्रेणी में उत्पाद होंगे: गृह सज्जा और जीवन शैली, कपड़े, स्टेशनरी और पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद, पैकेज्ड फूड और ऑर्गेनिक उत्पाद, खिलौने और उपहार, व्यक्तिगत सहायक उपकरण-आभूषण, क्लच बैग। इसके साथ ही दिव्यांगों को स्वावलंबी बनाने के लिए उन्हें लोन मेले के माध्यम से राज्य की चैनलाइजिंग एजेंसियों द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। दिव्यांगों के हुनर जैसे संगीत, नृत्य, नाटक के कौशल को प्रोत्साहित करने के लिए दिव्य कला शक्ति का सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। यह सभी के लिए 'वोकल फॉर लोकल' होने का अवसर होगा और दिव्यांग कारीगरों द्वारा उनके दृढ़ संकल्प के साथ बनाए गए उत्पादों को देखा/खरीदा जा सकेगा।
रायपुर में 7 दिवसीय ‘दिव्य कला मेला’ सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहेगा और इसमें दिव्यांग कलाकारों और जाने-माने पेशेवरों द्वारा प्रस्तुतियाँ देने के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों की एक श्रृंखला भी देखने को मिलेगी। इस कार्यक्रम में आगंतुक देश के विभिन्न क्षेत्रों के अपने पसंदीदा व्यंजनों का भी आनंद ले सकते हैं। इस मेले का समापन “दिव्य कला शक्ति” नामक भव्य कार्यक्रम के साथ होगा जिसमें देश के चुनींदा दिव्यांग कलाकार अपनी कला, नृत्य तथा गायन का प्रदर्शन करेंगे।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन 17 अगस्त, 2024 को प्रातः 11 बजे केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, भारत सरकार द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहेंगे। विभाग ने इस अवधारणा को बढ़ावा देने के लिए भव्य योजनाएँ बनाई हैं, जिसके तहत देशभर में ‘दिव्य कला मेला’ का आयोजन किया जाएगा। 2024-2025 के दौरान यह कार्यक्रम अन्य शहरों में भी आयोजित किया जाएगा।