दिव्य महाराष्ट्र मंडल
संत ज्ञानेश्वर स्कूल में चल रहे समर कैंप का समापन.... मोनिका बोली- समर कैंप से बच्चों में आता है निखार
महाराष्ट्र मंडल में हुआ शानदार कार्यक्रम.... चैत्रगौरी भजन स्पर्धा में बुढ़ापारा केंद्र ने मारी बाजी
रायपुर। महाराष्ट्र मंडल में आयोजित चैत्रगौरी हल्दीकुंकू व भजन स्पर्धा में जबरदस्त मुकाबले के दौरान बुढ़ापारा केंद्र की महिलाओं को विजेता घोषित किया गया। सरोना केंद्र उपविजेता रहा। चौबे कालोनी केंद्र की महिलाओं को तीसरे स्थान पर संतुष्ट होना पड़ा।कार्यक्रम का शानदार आयोजन अवंती विहार, शंकर नगर और देवेंद्र नगर केंद्र की महिलाओं ने किया।
तात्यापारा स्थित हनुमान मंदिर में श्री हनुमान जन्मोत्सव और महाआऱती 23 अप्रैल को
- महाराष्ट्र मंडल की ओर से शाम 7:00 बजे रामरक्षा स्रोत, हनुमान चालीसा पाठ के बाद महाआरती
रायपुर। तात्यापारा स्थित श्री हनुमान मंदिर में श्री हनुमान जन्मोत्सव मंगलवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। जन्मोत्सव के कार्यक्रम सुबह पांच बजे से शुरू होंगे और लगभग आधी रात तक चलेंगे। मंदिर जन्मोत्सव को लेकर जोर- शोर से तैयारियां जारी हैं।
मंदिर समिति के अध्यक्ष चंद्रकांत मोहदीवाले ने बताया कि तात्यापारा स्थित श्री हनुमान मंदिर में श्री हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाने की तैयारियां अंतिम चरण पर है।जन्मोत्सव के कार्यक्रम सुबह पांच बजे पंडित शशांक देशपांडे के कीर्तन के साथ शुरू होंगे। भक्तों की भारी भीड़ के बीच छह बजे हनुमान जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। हर मंगलवार शाम को होने वाला सुंदरकांड पाठ जन्मोत्सव के चलते दोपहर दो बजे होगा। यह आयोजन रुचिर कुलकर्णी व सुषुम्ना सावरगांवकर की ओर से किया जा रहा है।
श्री हनुमान मंदिर समिति के साथ महाराष्ट्र मंडल की कार्यकारिणी सदस्य नमिता शेष ने बताया कि प्रति वर्षानुसार इस साल भी मंडल के आजीवन सदस्यों के साथ बड़ी संख्या में हनुमान भक्त शाम सात बजे रामरक्षा स्त्रोत के साथ हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ करेंगे। तत्पश्चात श्री हनुमान जी की महाआरती की जाएगी। इस दौरान प्रत्येक भक्त के हाथ में कम से कम एक दीया अवश्य होगा। महाआरती के बाद महाप्रसाद का वितरण किया जाएगा। तत्पश्चात भजन- कीर्तन होगा।
महाराष्ट्र मंडळ में चैत्रगौरी हल्दी कुंकू और भजन प्रतियोगिता 22 अप्रैल को
रायपुर। महाराष्ट्र मंडळ के अवंति विहार, शंकर नगर और देवेन्द्र नगर महिला केंद्र द्वारा चैत्र गौरी हल्दी कुंकू और भजन प्रतियोगिता का आयोजन सोमवार, 22 अप्रैल को शाम 5 बजे से चौबे कालोनी स्थित महाराष्ट्र मंडळ में किया जा रहा है। भजन प्रतियोगिता में महाराष्ट्र मंडळ के सभी महिला केंद्र की महिलाएं भाग ले सकती है।
कार्यक्रम की संयोजिका संगीता राजिमवाले, सुदेशना मेने और साक्षी टोले ने बताया कि अवंति विहार, शंकर नगर और देवेंद्र नगर महिला केंद्र द्वारा संयुक्त रुप से द्वारा चैत्र गौरी हल्दी कुंकू और भजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। भजन प्रतियोगिता में महाराष्ट्र मंडळ के सभी केंद्र की महिलाएं शामिल हो सकती है। भजन प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी टीम को भजन के लिए तीन मिनट का समय दिया जाएगा। प्रत्येक केंद्र से कम से कम पांच और अधिकतम 10 महिलाओं की टीम स्पर्धा में भाग लेने के लिए अनिवार्य होगी।
महाराष्ट्र मंडळ के सभी 15 महिला केंद्र की महिलाओं ने आयोजकों ने अनुरोध किया है कि स्पर्धा में भाग लेने के लिए अपने केन्द्रों के भजन मंडली के सदस्यों के नाम संगीता राजिमवाले 9516535706, सुदेशना मेने 9754996050 और साक्षी टोले 9425506762 को फोन कर आवश्यक रुप से सूचित करें।
मराठी समाज की महिलाओं ने मनाया चैत्र गौरी हल्दी कुंकू.. गीत संगीत और नृत्य से सजीं महफिल
रायपुर। महाराष्ट्र मंडल के शंकरनगर केंद्र की महिलाओं ने बाल वाचनालय व उद्यान में चैत्रगौरी हल्दी कुंकू धूमधाम से मनाया। मंडल की महिला प्रमुख विशाखा तोपखानेवाले, शुभदा गिरजे, निर्मला पिंपले और साक्षी टोले ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
शंकर नगर महिला केंद्र की संयोजिका रैना पुराणिक ने बताया कि चैत्र गौरी हल्दी कुंकू में महिलाओं ने नृत्य, गीत के साथ कई मनोरंजक गेम्स खेले।कार्यक्रम में शुभदा गिजरे ने गीत प्रस्तुत किया। मेधा कोतवालीवाले ने 'चैत्रा ची माहिती' गीत प्रस्तुत किया। मधुरा, लीना, कविता, मेधा, वैशाली, सपना, तोषिका, लक्ष्मी, वर्षा, स्मिता और मनीषा ने ‘पंख नवे गगन नवे’ ग्रुप सांग गाया।
गायत्री कोतवालीवाले ने राम स्तुति की भक्तिमय प्रस्तुति दी। इसके उपरांत कविता लांजेवार ने 'चैत्रांगण माहिती' प्रस्तुत किया। मधुरा, लीना, कविता, मेधा, वैशाली, सपना, तोषिका, लक्ष्मी और वर्षा ने ‘नाच ग घुमा’ की शानदार प्रस्तुति दी। स्मिता और मनीषा के फनी डांस ने तालियां बटोरीं। लीना मजुमदार व मधुरा भागवत रखुमाई रखुमाई गीत और वैशाली निमजे एकल नाटक से छा गईं।
अंत में मधुरा, लीना, कविता, मेधा, वैशाली, सपना, तोशिका, लक्ष्मी और वर्षा ने संयुक्त रुप से गोंधल डांस प्रस्तुत किया। इस मौके पर गीत- संगीत के बाद मुख्य अतिथि विशाखा तोपखानेवाले ने अपने उद्बोधन से सभी को प्रोत्साहित किया। इस बीच महिलाओं के बीच इंडोर गेम्स हुए। आभार प्रदर्शन मधुरा भागवत ने किया।
संत ज्ञानेश्वर स्कूल में टीचर्स पैरेट्स मीटिंग के साथ स्वास्थ्य कैंप 24 अप्रैल को
रायपुर। महराष्ट्र मंडळ द्वारा संचालित संत ज्ञानेश्वर स्कूल में बुधवार, 24 अप्रैल को एनुअल टीचर्स पैरेंट्स मीटिंग आयोजित की गई है। पैरेट्स मीटिंग के साथ स्कूल में बच्चों के लिए मेडिकल कैंप भी लगाया जा रहा है। मेडिकल कैंप में बच्चों की मेडिकल जांच के साथ गर्मी की छुट्टियों में भीषण गर्मी से बचने और सुरक्षित रहने के टिप्स भी दिए जाएंगे। शिविर में चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ शिल्पा भार्गव बच्चों का मेडिकल चेकअप करेंगी।
स्कूल के प्राचार्य मनीष गोवर्धन ने बताया कि 2023-24 के एनुअल रिजल्ट बुधवार, 24 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे। इस दिन पैरेंट्स टीचर्स मीटिंग के साथ स्कूल परिसर में बच्चों के लिए मेडिकल कैंप भी लगाया जा रहा है। राजधानी की चाइल्ड स्पेशलिस्ट डा. शिल्पा भार्गव कैंप में उपस्थित होकर बच्चों का मेडिकल चेकअप करेंगी।
प्राचार्य ने आगे बताया कि चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ शिल्पा भार्गव ब्लू बर्ड चिल्ड्रन'एस हॉस्पिटल में कार्यरत है, वह रायपुर की मानी हुई चाइल्ड स्पेशलिस्ट है। डॉ शिल्पा बच्चों को गर्मी से सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक टिप्स भी देंगी।
वेदांशी ने अपने हाथों के बनाए मां के लिए झुमके... बोली- बड़ी खुश होगी मां
यूपीएससी की परीक्षा 452वां रैंक हासिल कर अभिषेक बोले-सफलता से खुश हूं, संतुष्ट नहीं
रायपुर। पांचवे अटेम्प्ट में यूपीएससी की परीक्षा में 452वें रैंक के साथ सफल होने वाले अभिषेक डांगे अपनी कामयाबी से खुश तो है, मगर संतुष्ट नहीं। यही वजह है कि वह अंतिम बार फिर यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए जी तोड़ मेहनत करते हुए पूरे धैर्य और आत्मविश्वास के साथ तैयारी करेंगे। अभिषेक कहते हैं कि उन्हें अपने वर्तमान रैंक के हिसाब से संभवतः सेंट्रल रेलवे या ऑडिट डिपार्मेंट में ए ग्रेड की पोस्ट मिल ही जाएगी और वह इसे ज्वाइन भी करेंगे लेकिन और बड़ी कामयाबी हासिल करने के अपने लक्ष्य को छोड़ेंगे नहीं।
कबीर नगर निवासी अभिषेक एनआईटी से मैकेनिकल इंजीनियर बने। यूपीएससी के पांचवें अटेम्प्ट में प्रीलिम्स के साथ-साथ मेंस में भी उन्होंने कमाल का परफॉर्मेंस दिया। लेकिन उनका इंटरव्यू गलत डायरेक्शन में चला गया। जिसकी हताशा उन्हें आज भी है। अभिषेक कहते हैं कि यूपीएससी की परीक्षा के लिए आपका एफर्ट, धैर्य और आत्मविश्वास बहुत मायने रखता है। छोटी सफलता के बाद भी आगे बढ़ाने की भूख, अपनी कमियों को दूर कर लक्ष्य को हासिल करने की जिद एक न एक दिन आपको लक्ष्य जरूर हासिल कराती है।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद अभिषेक ने यूपीएससी की परीक्षा ज्योग्राफी से क्यों दी? जवाब में वह कहते हैं कि आप जिस सब्जेक्ट में ज्यादा कंफर्ट है, अच्छे गाइडेंस के साथ तैयारी कर सकते हैं, एनालिटिकल जवाब लिख सकते हैं तो फिर आपको सब्जेक्ट चेंज करने में दुविधा नहीं होनी चाहिए। अभिषेक के मुताबिक उन्हें ऐसा लगता है कि ऐसा सब्जेक्ट, जिसमें न्यूनतम प्रतिभागी परीक्षा देते हैं, उसमें अच्छी स्कोरिंग संभव होती होगी। लेकिन उन्हें वह सब्जेक्ट चयनित किया था जिसे वह बेहतर तरीके से समझकर, पढ़कर, परीक्षा में सवालों के जवाब दे सकें।
2016 में ग्रेजुएशन के बाद अभिषेक ने भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड में नौकरी शुरू कर दी। दो साल नौकरी करने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने के लिए इससे इस्तीफा दे दिया। यूपीएससी की तैयारी करने के लिए एक साल दिल्ली में रहकर उन्होंने कोचिंग ली। काफी तैयारियां करने के बाद उन्हें लगा कि प्रतिस्पर्धी परीक्षा के लिए दिल्ली का इंफ्रास्ट्रक्चर और माहौल वैसा नहीं है, जैसा वे अपेक्षा करते हैं। आखिरकार अभिषेक रायपुर वापस आ गए और उन्होंने नालंदा परिसर, तक्षशिला परिसर, सेंट्रल लाइब्रेरी जैसे अहम स्थान पर 14- 14 घंटे पढ़ाई की। दोस्तों के साथ परीक्षा की तैयारी को लेकर डिस्कशन किया। अपने आप को थकान और तनाव से बचने के लिए उन्होंने विवेकानंद आश्रम में योग भी किया। आखिरकार अनवरत मेहनत के बाद उन्हें सफलता मिलनी ही थी।
भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत विलास डांगे और एससीईआरटी में कार्यरत विद्या डांगे के सुपुत्र अभिषेक अपनी सफलता के पीछे मां विद्या की महत्वपूर्ण भूमिका मानते हैं। अभिषेक ने कहा कि भारत पेट्रोलियम की नौकरी छोड़कर उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी। मां के आशीर्वाद स्वरूप यूपीएससी परीक्षा 2022 में दो बार वह प्रीलिम्स निकालने के बाद मेंस में अटकते रहे। तब लोग कहते थे कि सेंट्रल गवर्नमेंट की नौकरी छोड़कर यह क्या कर रहे हो, तुमको नौकरी नहीं छोड़नी थी। इस दौरान उनके माता-पिता को काफी सुनना पड़ा था। 2022 में जब वे अपना प्रीलिम्स भी नहीं निकाल पाए तो वह टूट गए रोने लगे। ऐसी स्थिति में मां विद्या डांगे का आशीर्वाद से भरा हाथ उनके सर पर था। वो मां का ही विश्वास था कि 2023 में हुई यूपीएससी की परीक्षा में उन्होंने बड़ी सफलता हासिल की।
युवाओं से अभिषेक ने कहा कि प्रॉपर गाइडेंस के साथ उन सब्जेक्ट में यूपीएससी की तैयारी करें जिस पर आपकी सर्वश्रेष्ठ कमांड है। आपको कॉन्फिडेंट होकर पूरे धैर्य के साथ एनालिटिकल जवाब लिखने का भी प्रैक्टिस करनी पड़ेगी। अपनी कमजोरी को दूर करने के लिए जी तोड़ मेहनत करनी होगी। परीक्षा परीक्षा के दौरान आपको सोशल मीडिया टीवी जैसी विभिन्न गतिविधियों से दूर रहकर केवल अपने लक्ष्य पर टारगेट करना होगा। निश्चित ही आपको सफलता मिलेगी।
महाराष्ट्र मंडल में महा आरती पर छत्रपति शिवाजी के प्रेरक विचारों की दी गई जानकारी
कोरियोग्राफर धीरज बच्चों को सीखा रहे बैली और सालसा के स्टेप्स
महाराष्ट्र मंडळ में निःशुल्क कैंसर जांच शिविर 28 अप्रैल को... विभिन्न जांचों से कई प्रकार के कैंसर का लगाया जा सकेगा पता
महाराष्ट्र मंडल में आज छत्रपति शिवाजी महाराज की महा आरती
महाराष्ट्र मंडल में राम भक्तों ने किया 1008 राम रक्षा स्त्रोत पाठ
रायपुर। महाराष्ट्र मंडल की आध्यात्मिक समिति ने रामभक्तों के साथ बुधवार शाम को 1008 राम रक्षा स्त्रोत का सामूहिक पाठ किया। इस मौके पर मंडल के सचिव आचार्य चेतन गोविंद दंडवते ने राम रक्षा स्त्रोत और हनुमान चालीसा के संदर्भ में कई ज्ञानवर्धक जानकारियां दी।
महाआरती शुरू होने से पहले आचार्य चेतन दंडवते ने राम रक्षा स्त्रोत और हनुमान चालीसा के संदर्भ में उपस्थित श्रद्धालुओं से कई रोचक प्रश्न पूछे। इस बीच उन्होंने बताया कि राम रक्षा स्तोत्र के रचयिता ऋषि बुध कौशिक हैं, जिन्हें कालांतर में ऋषि विश्वामित्र के नाम से भी जाना गया। पौराणिक मान्यता है कि भगवान शिव ने स्वयं ऋषि बुध कौशिक को स्वप्न में आकर राम रक्षा स्त्रोत सुनाया था। इसमें 38 दोहे हैं।
आचार्य दंडवते के अनुसार राम रक्षा स्त्रोत भक्तों की रक्षा करने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें भक्तों की नौ ग्रहों से भी रक्षा होती है। माना जाता है कि इसके पाठ से भगवान श्री रामचंद्र जी स्वयं अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। शत्रुओं से रक्षा को लेकर भी इस स्तोत्र का पाठ फलदायी माना जाता है। विभिन्न समस्याओं के समाधान, रोगों और तनाव से मुक्ति के लिए राम रक्षा स्त्रोत का पाठ किया जाता है।
आचार्य दंडवते ने बताया कि हनुमान चालीसा पाठ में 40 दोहे हैं। गोस्वामी तुलसीदास ने इसे 16वीं शताब्दी में अकबर के शासनकाल में उस समय लिखा था, जब उन्हें जेल में डाल दिया गया था। हनुमान चालीसा के 18वें चौपाई में गोस्वामी तुलसीदास ने सूर्य से पृथ्वी की गणना की थी, जो आज भी खगोल शास्त्रियों के अनुसार बिल्कुल सटीक बैठती है। कार्यक्रम के अंत में भगवान श्री रामचंद्र जी की महाआरती की गई। तत्पश्चात प्रसाद और फलाहार वितरित किया गया।
इस अवसर पर ज्योति कान्हे, सृष्टि दंडवते, संध्या खंगन, किशोरी खंगन, पल्लवी मुकादम, अंजलि काले, गौरी क्षीरसागर, स्वाति डबली, धनश्री पेंडसे, सुहासिनी पट्टलवार, साक्षी टोले, नीलिमा डोनगांवकर, अक्षता पंडित, श्याम सुंदर खंगन, किरण खंगन, सुबोध टोले, अरविंद जोशी, वैभव बर्वे, अजय काले, परितोष डोनगांवकर, अभय भागवतकर, अभिषेक बक्षी, प्रशांत देशपांडे, विवेक गनोदवाले, प्रसन्न निमोणकर, दिलीप लांबे, ओपी कटारिया समेत बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।
समर कैंप को एंजाय कर रहे बच्चे... जुम्बा को लेकर सभी में उत्साह
रायपुर। गर्मियों की छुट्टियां हो और बच्चे समर कैंप का आनंद न उठाए ऐसा हो ही नहीं सकता है। समर कैंप का नाम सुनते ही बच्चों को ढेर सारी मस्ती, एंजाय, मनोरंजन के साथ कुछ नया सीखने का मन करता है। संत ज्ञानेश्वर स्कूल में 15 अप्रैल से शुरु हुए समर कैंप में बच्चों ने खूब मस्ती की। वहीं जुम्बा डांस ने बच्चों के उत्साह को दोगुना कर दिया।
चौबे कालोनी स्थित महाराष्ट्र मंडळ द्वारा संचालित संत ज्ञानेश्वर स्कूल में गर्मियों की छुट्टियां लगने के बाद बच्चों के लिए समर कैंप का आय़ोजन किया जा रहा है। 15 से 23 अप्रैल तक चलने वाले इस समर कैंप में कई तरह की एक्टिविटी बच्चों को कराई जा रही है।
स्कूल के प्राचार्य मनीष गोवर्धन ने बताता कि शिक्षिका सुरेखा नाईक और हार्डिका बाम्बेडे बच्चों को जुम्बा सीखा रही है। वहीं भारती सहगल और अस्मिता कुसरे बच्चों को म्यूजिक इंस्टूमेंट चलाना सीखा रहे है। खेलकूद का जिम्मा शिक्षिका दामिनी साहू और शैफाली ठाकुर के पास है। शिखा शर्मा, सुदेवी विश्वास, हनुमान कन्नौजे, विनीता सुंदरानी, रिद्धी विधानी, सिखा सूद, स्तुति राबिनसन और पूजा चौहान भी बच्चों को कुछ न कुछ नया सीखाने में जुटी हुई है।