नशा, गाली गलौज करने वाले हिरण्यकश्यप के साथ: काले
2024-03-26 03:57 PM
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रायपुर। महाराष्ट्र मंडल में रविवार को देर शाम पूजा- अर्चना के बाद होली जलाई गई। पूजा- अर्चना की प्रक्रियाएं सचिव चेतन गोविंद दंडवते और दीपक रघुनाथ किरवईवाले ने पूरी की। अध्यक्ष अजय काले ने भक्त प्रह्लाद और हिरण्यकश्यप की कथा वर्तमान संदर्भ में सुनाई।
काले ने कहा कि हिरण्यकश्यप नास्तिक, असुर प्रवृत्ति का क्रूर राजा था। उसके घर में भगवान को मानने वाला आस्तिक, संस्कारी सुपुत्र भक्त प्रह्लाद ने जन्म लिया। जब भी प्रह्लाद भगवान विष्णु का नाम जपते, तो हिरण्यकश्यप अत्यधिक क्रोधित हो जाते। कई बार भक्त प्रह्लाद को मारने की कोशिश में विफल हो चुके हिरण्यकश्यप ने इस बार होली के साथ भक्त प्रह्लाद को जिंदा जलाने की साजिश रची। एलती होली में अग्नि के असहनीय ताप से विचलित होकर प्रह्लाद भाग न जाए, इसलिए उन्होंने होली में होलिका की गोद पर भक्त प्रह्लाद को बिठाया। हिरण्यकश्यप को मालूम था कि उनकी बहन को आग से न जलने का वरदान प्राप्त है। होली दहन के समय प्रह्लाद भगवान का नाम जपते रहे और आग बुझने के बाद वे सकुशल बाहर आ गए। होली जलने के साथ होलिका भी राख हो गई।
अजय काले ने स्पष्ट किया कि अगले दिन भक्त प्रह्लाद के समर्थकों भगवान के भक्तों ने रंगों के साथ, मिठाइयों के साथ होली खेली। दूसरी ओर हिरण्यकश्यप के समर्थकों ने राज्य में शराब पीकर अथवा अन्य नशा करके गाली- गलौज, मारपीट और हुड़दंग करने लगे। काले ने बताया कि जो लोग नशे से दूर होकर होली रंगों के साथ, अबीर- गुलाल के साथ मनाते हैं, निश्चित ही वे भगवान के भक्त हैं। नशा- पानी करके हुडदंग मचाने वाले लोग असुर शक्तियों के साथ।
इस मौके पर उपाध्यक्ष श्याम सुंदर खंगन, सह सचिव सुकृत गनौदवाले, संत ज्ञानेश्वर स्कूल के प्रभारी निरंजन पंडित, सह प्रभारी परितोष डोनगांवकर, महाराष्ट्र नाट्य मंडल के निर्देशक अनिल कालेले, रंजन मोडक, अतुल गद्रे, दिलीप लांबे, हेमंत मार्डीकर, बृहन्न महाराष्ट्र मंडल के छत्तीसगढ़ प्रमुख सुबोध टोले, प्रवीण श्रीरसागर, निखिल मुकादम, अंजलि काले, सृष्टि गौरी श्रीरसागर, अक्षत पंडित, समीक्षा टोले, अनय पंडित, कुमारी शेजवलकर, तनिष्क डोनगांवकर, बाला डोनगांवकर, प्रकृति दंडवते, अक्षत पंडित समेत अनेक सभासद उपस्थित रहे।